डेरा प्रमुख के फिर उठा दर्द, गैरहाजिर

सिरसा-
विभिन्न संगीन मामलों का आरोपी डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह अदालत को ठेंगा दिखा रहा है। डेरा प्रमुख स्वयं को कानून से भी ऊपर समझ रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में दस्तावेज अदालत में प्रस्तुत किए जाएंगे और जमानत रद्द करने की गुहार लगाई जाएगी। उक्त वक्तव्य आज शहीद पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के पुत्र अंशुल छत्रपति ने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहे। उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख ने सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष झूठा शपथ पत्र देकर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पेशी से छूट ली है। उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख द्वारा विगत 3-4 दिनों से राजस्थान के अलवर जिला के मानगढ़ में अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए स्टंट किए जा रहे हैं। अंशुल ने आरोप लगाया कि डेरा प्रमुख जमानत का दुरुपयोग कर रहा है। इससे पूर्व भी 1 अक्तूबर 2014 को डेरा प्रमुख की अदालत में पेशी थी जबकि डेरा प्रमुख को पेशी से छूट का ऐसा पक्का आश्वासन मिला हुआ था कि वह एक दिन पूर्व 30 सितम्बर को ही हिमाचल के लिए रवाना हो गया था। 1 अक्तूबर को डेरा प्रमुख की फिल्म की हिमाचल में शूटिंग चल रही थी जबकि पेशी पर सुनवाई के दौरान उसके अधिवक्ता द्वारा पेश किए गए मेडिकल सर्टिफिकेट के अनुसार डेरा प्रमुख को कमर में डिस्क की दिक्कत थी। झूठा मेडिकल देकर 1 अक्तूबर को छूट ली गई। इस बार भी डेरा प्रमुख अलवर में फिल्म की शूटिंग में मशगूल है और अदालत से छूट प्राप्त की गई है। अंशुल ने आरोप लगाया कि इससे पूर्व भी कई बार झूठे दस्तावेजों के सहारे डेरा प्रमुख अदालत को गुमराह कर पेशी से बचता रहा है। दिल्ली में सफाई अभियान का ड्रामा रच रहे डेरा प्रमुख के हाथ में झाड़ू थी जबकि उसी दौरान अदालत में पेशी के लिए वह बीमार था। उन्होंने कहा कि इस संबंध में दस्तावेज अदालत में प्रस्तुत किए जाएंगे और जमानत रद्द करने की गुहार लगाई जाएगी। अंशुल ने यह भी कहा कि अदालत द्वारा पंचकूला पेशी के लिए बुलाए जाने पर डेरा प्रमुख को जान का खतरा होता है जबकि फिल्म की शूटिंग, सफाई अभियान व अपने अन्य कार्यक्रमों के लिए पूरे भारत के किसी भी शहर में जाने के दौरान यह खतरा कैसे टल जाता है? उन्होंने कहा कि वे इस पूरे मामले की जांच की गुहार लगाएंगे और मेडिकल जारी करने वाले चिकित्सकों से पूछताछ की भी मांग करेंगे। यही नहीं पेशी से पहले ही राज्य से बाहर चले जाने की बात पर अंशुल का कहना है कि आखिर डेरा प्रमुख पेशी से छूट मिलने के बारे में इतना आश्वस्त कैसे होता है?
न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे दस्तावेज : अशुंल
सिरसा- डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह पर डेरा की साध्वियों के यौन शोषण, पत्रकार छत्रपति तथा रणजीत हत्या मामलों में आज पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई हुई। आज डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने अदालत में हाजिरी नहीं लगाई। अदालत में हाजिर न होने के पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया गया है जबकि डेरा प्रमुख द्वारा अलवर में अपनी फिल्म की शूटिंग की जा रही है। फिलहाल न्यायालय ने तीनों मामलों में सुनवाई के बाद 20 दिसम्बर की तारीख मुकर्रर की है।
आज पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में साध्वी यौन शोषण सहित दोनों हत्या मामलों में कार्रवाई शुरू हुई। डेरा के वकील ने गुरमीत सिंह की कमर में दर्द का हवाला देते हुए पेशी से छूट ले ली। इसके बाद मामले की सुनवाई शुरू हुई। सुनवाई के दौरान छत्रपति हत्याकांड में सीबीआई ने अदालत के समक्ष कुछ दस्तावेज पेश करने की याचिका लगाई। साध्वी यौन शोषण मामले में गवाह टेक चंद सेठी आज भी अदालत के समक्ष पेश नहीं हुआ। ज्ञात रहे कि विगत 29 नवम्बर को अदालत ने टेक चंद मेहता के गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे। अदालत ने तीनों मामलों में कार्रवाई के लिए आगामी 20 दिसम्बर की तारीख निर्धारित की है। 

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