आठ घंटे सड़क पर पड़ा रहा घायल, गई जान
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डबवाली। हादसे में घायल हुआ एक युवक करीब आठ घंटे तक नेशनल हाईवे के किनारे पड़ा रहा। घायल अवस्था में सड़क किनारे पड़े-पड़े उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने दफा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे वारिसों के हवाले कर दिया।
मूल रूप से श्रीमुक्तसर साहिब के गांव दबड़ा निवासी 25 वर्षीय जसप्रीत गांव वडिंगखेड़ा में किसान गुरफतेह सिंह का सीरी था। किसान ने अपनी धान की फसल अनाज मंडी में ढ़ेरी कर रखी है। बोली न होने के कारण सीरी धान की रखवाली करते हैं। बुधवार रात करीब आठ बजे जसप्रीत तथा बारू सिंह रखवाली के लिए अनाज मंडी में आए थे। करीब ढाई घंटे बाद अपने साथी को छोड़कर जसप्रीत बाइक को लेकर मंडी के बाहर चला गया। वापस गांव वडिंगखेड़ा की ओर जाते हुए अनाज मंडी से कुछ ही दूरी पर उसकी बाइक सड़क किनारे एक पत्थर से टकरा गई।
हादसे में घायल होने के बाद वह पूरी रात एनएच-54 के किनारे पड़ा रहा। जिस सड़क पर हर रोज करीब बीस हजार वाहन गुजरते हैं, उस पर किसी ने भी युवक को नहीं उठाया। हालांकि वहां आबादी क्षेत्र भी था। वीरवार सुबह एक धार्मिक स्थल पर जाने वाले श्रद्धालुओं की नजर युवक पर पड़ी, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने तत्काल डबवाली जन सहारा सेवा संस्था तथा भाई घनइया जी सेवा सोसायटी की एंबुलेंस को सूचित किया।
शहर थाना पुलिस सुबह साढ़े सात बजे मौका पर पहुंची। शव को कब्जे में करके डबवाली जन सहारा सेवा संस्था की एंबुलेंस से सिविल अस्पताल में पहुंचाया। शहर थाना प्रभारी सुखदेव सिंह तथा जांच अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि मृतक के ससुर नत्था सिंह के बयान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है।
हादसे में युवक की मौत
बुधवार देर शाम को मालवा बाईपास रोड पर अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार युवक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया। जहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। गांव सिंघेवाला ढाणी का परविंद्र पुत्र मेजर सिंह रामा मंडी में बेल्डिंग का कार्य करता है। हर रोज की तरह बुधवार शाम को दुकान से कार्य निपटाने के बाद अपनी बाइक से गांव लौट रहा था। मालवा बाईपास रोड पर अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। परमिंद्र सड़क पर गिर गया और बुरी तरह से घायल हो गया। परमिंद्र के सीने से खून बह रहा था। फोन पर सूचना पाकर भाई घनईयाजी सेवा सोसायटी ने उसे घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हादसे के बाद सड़क किनारे पड़ा रहा युवक, किसी ने उठाया नहीं
24 घंटें में इस हाईवे से गुजरते हैं 20 हजार वाहन
इंसानियत का रिश्ता खत्म होता जा रहा है। एक आदमी घायल अवस्था में नेशनल हाइवे पर पड़ा-पड़ा दम तोड़ जाता है, कोई उसे उठाता तक नहीं, इससे ज्यादा दुर्भाग्य वाली बात क्या होगी। घायल होने के तुरंत बाद युवक को उठा लिया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती।
-आरके नीना, अध्यक्ष, डबवाली जन सहारा सेवा संस्था, डबवाली
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