पंचायत का फैसला, अब पकड़ा तो 500 जुर्माना, खुले में शौच जाने वालों की संख्या 1500 से हुई 150

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डबवाली अंचल में 48 गांवों के हर घर में बना शौचालय
एडीसी के प्रयास से सभी ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव पारित किया

डबवाली । खंड डबवाली प्रदेश का सबसे स्वच्छ क्षेत्र बनने जा रहा है। 48 गांवों वाले इस खंड के हर घर में अब शौचालय बन चुके हैं। यह संभव हो सका प्रशासन और ग्रामीणों के सामूहिक सहयोग से। आज हालात यह हैं कि 1500 लोग जो कि खुले में शौच के लिए जाते थे, अब उनकी संख्या घटकर 150 हो गई है। बाकी बचे लोगों को भी खुले में शौच न करने को प्रेरित किया जा रहा है, जो कि एक सार्थक प्रयास है। एडीसी शरणदीप कौर बराड़ के प्रयास से सभी ग्राम पंचायतों ने खुले में शौच जाने वालों पर कार्रवाई करने का प्रस्ताव पारित किया है। जिसके तहत खुले में शौच जाने वालों पर पांच सौ रुपये जुर्माना तथा कानूनी कार्रवाई होगी। खंड डबवाली की यह रिपोर्ट आज जिला प्रशासन को दी जाएगी।
एडीसी बराड़ ने चुना था डबवाली को
एडीसी शरणदीप कौर बराड़ ने स्वच्छ भारत मिशन के लिए पूरे जिला सिरसा में खंड डबवाली का चुनाव किया था। अगस्त 2015 में यह मुहीम शुरू हुई। 15 अगस्त 2015 तक लक्ष्य निर्धारित किया गया। उस दौरान खंड के चार गांवों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया। अक्तूबर 2015 में अभियान को गति मिली। बीडीपीओ कार्यालय के साथ-साथ शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सीडीपीओ कार्यालय तथा ग्रामीणों का सहयोग लिया। स्वच्छता कमेटियों का गठन किया गया। खुले में शौच जाने वालों की पहचान कर उनके नाम गांव के प्रवेश द्वार पर अंकित करने की चेतावनी दी गई। खंड समन्वयक सुक्खा सिंह की अगुवाई में टीमों ने सुबह पांच बजे से सात बजे तक गांवों में छापामारी अभियान चलाया। इस दौरान 48 गांवों में खुले में शौच जाने वाले 1500 लोगों की पहचान हुई। स्वच्छता कमेटियों ने ऐसे लोगों को समझाया। गंदगी से फैलने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक किया। 1350 लोगों ने खुले में शौच जाने से तौबा कर ली। 150 लोगों को खुले में शौच न जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ये लोग गांव गंगा, अहमदपुर दारेवाला, राजपुरा से संबंधित हैं। पूरे खंड को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए करीब 1500 कर्मचारी तथा ग्रामीण कार्य कर रहे हैं। ऐसे में डबवाली का प्रदेश में पहला ऐसा क्षेत्र होगा, यहां प्रत्येक घर में शौचालय होंगे तथा कोई भी खुले में शौच नहीं जाएगा।
बच्चों का रहा खास योगदान
खुले में शौच मुक्त होने वाला प्रदेश का पहला क्षेत्र बनने के करीब डबवाली में बच्चों की भी खास भूमिका है। बीडीपीओ सतिंद्र सिवाच ने बच्चों पर फोकस बनाए रखा है। वे निरंतर गांवों का निरीक्षण कर रहे हैं। गत दिवस उन्होंने गांव मांगेआना, जोगेवाला, पन्नीवाला तथा चकजालू का दौरा किया। उन्होंने बच्चों के बीच आकर सवाल पूछे। बच्चों से पूछा आपके घर में शौचालय है, सभी बच्चों ने हाथ उठा दिए। बीडीपीओ के आह्वान पर बच्चों ने भी अपने परिजनों को खुले में शौच जाने से रोका।
गांव को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
खंड डबवाली में प्रत्येक घर में शौचालय बन गया है। खुले में शौच जाने वाले पंद्रह सौ लोगों की पहचान की गई थी। जिन्हें समझाया गया, अब यह संख्या 150 रह गई है। यह लक्ष्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। दो नवंबर को स्वच्छ भारत मिशन संबंधी रिपोर्ट एडीसी को दी जाएगी। खुले में शौच मुक्त होते ही खंड डबवाली में जिलास्तरीय तथा प्रदेश स्तरीय टीमें आएंगी। रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई होगी। सरकार ने खुले में शौच मुक्त होने वाले गांव को प्रोत्साहन राशि देने का भी ऐलान किया है।
सतिंद्र सिवाच, बीडीपीओ, डबवाली
अब निगरानी कमेटी का पहरा रहेगा
सफलता की दहलीज पर खड़े डबवाली क्षेत्र पर अब निगरानी कमेटी का पहरा रहेगा। कमेटी सदस्य समय-समय पर निरीक्षण करते रहेंगे कि कोई व्यक्ति खुले में शौच न जाए। साथ में प्रशासन सभी गांवों में सार्वजनिक जगहों पर चेतावनी भी लिखवाएगा। अब कोई भी व्यक्ति खुले में शौच जाता पकड़ा गया तो उस पर 500 रुपये जुर्माना किया जाएगा। साथ में कानूनी कार्रवाई भी होगी।
बाकी बचे लोगों को भी खुले में शौच न करने को प्रेरित किया जा रहा
बीडीपीओ सतिंद्र आैर टीम लगातार गांवों का कर रहे हैं निरीक्षण

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