तीनों खंडों में कुल 85.1 प्रतिशत हुआ मतदान, चुनी गईं 129 पंचायतें
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युवाओं और महिलाओं में दिखा जोश
पंचायत चुनावों के दौरान केवल उम्र दराज व्यक्तियों में जोश रहा बल्कि सबसे अधिक जोश युवाओं में देखने को मिला। प्रात: से ही ग्रामीण क्षेत्रों के युवा मतदान को लेकर उत्साहित थे और पोलिंग बूथ पर पहुंच गए। पूरा दिन पंचायत चुनाव में सक्रिय भूमिका भी युवाओं ने निभाई। केवल अपने प्रत्याशियों के समर्थन में युवाओं ने मतदान की अपील की बल्कि लोगों को मतदान अवश्य करने की बात भी कही। युवाओं का मानना था कि सभी को मतदान में अवश्य भाग लेना चाहिए। शाम के समय मतदान के रिजल्ट पर भी युवाओं की दिलचस्पी बनी रही।
प्रशासन ने किए थे पुख्ता प्रबंध ढाई हजार ने संभाली कमान
जिला निर्वाचन आयोग ने भी अपने स्तर पर इन चुनावों को बेहतर तरीके से कराने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए थे। इनमें से उपरोक्त सभी मतदान केंद्रों पर ढाई हजार से अधिक अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई थी। इसके साथ-साथ कुछ पोलिंग पार्टियों को रिजर्व भी रखा गया था ताकि आवश्यकता अनुसार उन्हें भेजा जा सके। एक मतदान केंद्र पर एक रिटर्निंग अधिकारी चार पोलिंग अफसर लगाए गए थे ताकि चुनावों को शांतिपूर्ण निष्पक्ष रुप से सम्पन्न करवाया जा सके। प्रशासन की ओर से मतदान केंद्रों पर मतदान के समय निर्बाध बिजली आपूर्ति एवं समुचित पेयजल व्यवस्था के प्रबंध किए गए। इसके लिए बिजली जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभागों द्वारा पर्याप्त संख्या में फील्ड अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई थी। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ नागरिकों, शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदान केंद्रों पर पेयजल, रैंप शौचालय जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई। इसके लिए 22 ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाए गए जिनमें खंड डबवाली में 8, खंड बड़ागुढ़ा में 8 खंड ओढ़ां में 6 शामिल थे। इसी प्रकार 37 सुपरवाइजर लगाए गए। जिनमें से खंड डबवाली में 14, बड़ागुढ़ा में 12 ओढ़ां में 11 शामिल हैं। प्रशासन ने पूरी चौकसी रखते हुए तमाम संवेदनशील अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
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