डबवाली की सीआईडी टीम ने तीसरी बार लिंग जांच गिरोह का किया पर्दाफाश,पंजाब के बरनाला शहर में बेखौफ चल रहा था लिंग जांच का गोरखधंधा

लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश, डबवाली आरएमपी डॉक्टर रामदास आसपास के क्षेत्र से ग्राहक फांस कर बरनाला ले जाता था,30 से 40 हजार में तय होता था सौदा

उल्लेखनीय है कि इससे इससे पहले सीआईडी पुलिस ने पंजाब के मोगा, डबवाली के गांव मांगेआना और मुक्तसर  में भी भ्रूण लिंग जांच गिरोह का खुलासा किया था।सीआईडी पुलिस को इस की गुपत सुचना मिली जिस के बाद सीआईडी पुलिस  के भोला सिंह व् गुरमीत सिंह ने पहले की तरह गुपत रूप से काम शुरू कर दिया और तीसरी बार लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश किया । 
   

#dabwalinews.comसीआईडी डबवाली के स्टाफ ने एक सूचना के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लंबे समय से पंजाब के बरनाला शहर में चल रहे लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़ किया है। सीआईडी, स्वास्थ्य विभाग और सीआईए पुलिस ने मिलकर एक टीम का गठन कर पंजाब के बरनाला शहर मेेंं मशीन का सील तोड़कर लिंग जांच कर रही तीन महिलाओं और दलाल सहित छह लोगों को काबू किया है। मिली जानकारी के अनुसार डबवाली के बठिंडा रोड , गली नंबर 4 निवासी आरएमपी डॉक्टर रामदास आसपास के क्षेत्र से ग्राहक फांस कर बरनाला ले जाता था, जहां से उसे मोटा कमीशन मिलता था। स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना मिली। सूचना मिलते ही सीआईडी, स्वास्थ्य विभाग और सीआईए पुलिस ने टीम का गठन किया और टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर छह लोगों के खिलाफ बरनाला पुलिस व वहां के स्वास्थ्य विभाग को आगामी कार्रवाई के लिए लिख दिया है। टीम ने एक लेडी कांस्टेबल को फर्जी ग्राहक बनाया और 30 हजार में सौदा तय किया गया। स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ.वीरेश भूषण के नेतृत्व में टीम गुरूवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे बरनाला के लिए रवाना हुई। जब टीम पहुंची, तो देखा कि सील बंद मशीन की सील तोड़कर लिंग जांच का खेल चल रहा था। वहां पहले से दो महिलाएं बैठी मिली। इनमें एक 12वीं पास अनट्रेंड महिला मशीन को चला रही थी। टीम ने डबवाली के बठिंडा रोड , गली नंबर 4 निवासी रामदास, मोगा निवासी जगतार सिंह, गुरप्रीत सिंह व गुरमैल कौर को नामजद कर दो  अन्य सहित छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। इस संबंध में डॉ.वीरेश भूषण से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डबवाली के बठिंडा रोड , गली नं 4 निवासी रामदास पहले भी लिंग जांच के मामले में दोषी पाया गया था और जमानत पर आते ही उसने फिर से यही धंधा शुरु कर दिया। आसपास के क्षेत्र से गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों को झांसे में लेकर बरनाला में लिंग जांच करवाने के लिए लेकर जाता था और हर ग्राहक से मोटे कमीशन के चक्कर में 30 से 40 हजार रुपये में सौदा तय किया जाता था।
उल्लेखनीय है कि बठिंडा रोड पर गली नंबर 4 निवासी आरएमपी रामदास अपने घर में भी क्लीनिक चलाता है। रामदास पहले भी लिंग जांच गिरोह से जुड़ा हुआ था और जमानत पर है। खंड के गांव मांगेआना में 31 दिसंबर 2014 में पकड़े गए डॉक्टर जितेंद्र मोगा जगदीश घुक्कांवाली से संपर्क में था। इससे अभी जमानत पर होने के बावजूद फिर गिरोह में शामिल हो गया। बताया जा रहा है की उनकी पत्नी भी गर्भवती को परामर्श और डिलिवरी कराती थी। वहीं रामदास के 2 बेटे रहे जिनमें एक पटियाला में डॉक्टर की पढ़ाई करने के लिए गया था और 21 मई 2009 को उसकी मौत हो गई जबकि दूसरा बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है। आरोपी रामदास की पत्नी राजकौर ने भास्कर को बताया कि उनका कोई गिरोह नहीं है।



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