कैश क्रंच की डबल मार -:डबवाली में सभी एटीएम बंद ,चार दिनों तक शादियों में करंसी किल्लत से परेशानी
नोट बंदी से करंसी किल्लत के बीच शहर में 18 बैंकों की 20 शाखाएं हैं, इनमें 3 के एटीएम ही नहीं,
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उपमंडल में 2 दिनों के अवकाश से बैंकों की सभी शाखाएं बंद रहने के साथ शहर गांवों में लगे सभी एटीएम बंद रहे। इससे आमजन को कहीं से करंसी नहीं मिलने से किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार से 4 दिन तक शादियों के बड़े मुहूर्त के चलते ज्यादा आयोजनों से लोगों को शगुन के लिए भी करंसी नहीं मिल रही है।
उपमंडल में शनिवार रविवार को बैंक बंद रहने के साथ-साथ एटीएम भी बंद रहे। इससे लोगों को करंसी किल्लत का सामना करना पड़ा जबकि नोटबंदी के चलते शनिवार रविवार को विवाह का बड़ा मुहूर्त होने से शादी समारोह में भी व्यापक असर देखने को मिला। लोगों को एक दिन में होने वाली कई शादियों में शिरकत करने के लिए शगुन के लिए भी करंसी नहीं मिल रही। इससे पुराने नोटाें को शगुन में देकर मुस्कुराहट के साथ काम चलना पड़ रहा है। इसी प्रकार शादी की तैयारियों से जुड़े सामान खरीदने के लिए भी परिवारों को पुराने नोट इस्तेमाल करने पड़ रहे हैं। आगामी 3 दिन तक शादियों के मुहूर्त होने से किल्लत बढ़ती जा रही है। शादी समारोह में चर्चा का सबसे बड़ा टॉपिक भी नोटबंदी बना हुआ है। शहर के अलावा गांवों में लगे एटीएम शनिवार को भी बंद रहे।
एक ही एटीएम से निकल रही नकदी, आईसीआईसीआई बैंक दे रहा सुविधा
रोजाना 100 से 200 लोग निकलवा रहे एटीएम से रुपये
शहर में नोटबंदी के एक माह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी लोगों की कैश संबंधी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। शहर में लगे 15 बैंकों के 18 एटीएम भी अक्सर बंद रहते हैं जबकि 3 अन्य बैंकों के एटीएम नहीं हैं। लेकिन एक एटीएम ऐसा है जो रोजाना खुलता है। भले ही लोगों की कतार लगने से बैंक के बाहर ज्यादा भीड़ रहती हो लेकिन एटीएम के रोजाना चलने से काफी ग्राहकों को राहत मिलती है। यह है चौटाला रोड पर स्थित आईसीआईसीआई बैंक जिसमें स्टाफ द्वारा एटीएम में रोजाना ब्रांच खुलने उपरांत कैश डालकर चलाया जाता है।
आरबीआई द्वारा बैंकों को डिमांड अनुसार भले ही करंसी उपलब्ध कराई हो लेकिन एटीएम चलाने के लिए व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। परंतु बैंक कर्मचारियों द्वारा एटीएम मशीनों में 2 हजार 500 के नए नोट की ट्रे उचित होने से एटीएम नहीं चलाया जा रहा जबकि 100 की ट्रे भी नहीं भरी जा रही। इतना ही नहीं करीब 2 सप्ताह से एसबीआई सहित अधिकतर बैंकों के एटीएम मशीन इसके अनुसार ठीक किए जा चुके हैं और उनमें 2 हजार का नोट चल रहा है परंतु पर्याप्त कैश होने का बहाना बताकर एटीएम को बंद रखा जा रहा है। शहर के एकमात्र आईसीआईसीआई बैंक की एटीएम मशीन को रोजाना चलाया जा रहा है। बैंक कर्मी शाखा के आगे लगे एटीएम में रोजाना थोड़ा-थोड़ा कैश डालकर सुचारू रूप से चला रहे हैं। जिसके बारे में लोगों को पता चलने पर लोग अन्य बैंकों में जाने की बजाय आईसीआईसीआई बैंक के बाहर लंबी कतारें जमा हो जाती। हालांकि रोजाना 100 से 200 लोगों की एटीएम की सुविधा मिल पाती है। हालांकि एसबीआई और पीएनबी चेस्ट ब्रांच होने के बावजूद करंसी उपलब्ध होने पर भी ऐसा नहीं कर रहे हैं बल्कि कभी कभी ही एटीएम चलाकर खानापूर्ति कर रहे हैं।
नई निर्धारित लिमिट के अनुसार लोगों को एक सप्ताह में 24 हजार रुपये दिए जाने और एटीएम से रोजाना 2 हजार रुपये निकाले जाने के प्रावधान हैं। परंतु बैंकों में लोगों को कैश ना मिलने पर एटीएम ना खुलने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ज्यादातर बैंक अपने एटीएम को बंद रखे हुए हैं और शाखा में कतार लगाकर कभी 10 हजार तो कभी 2 हजार रुपये का भुगतान दे रहे हैं। एेसे में शहर में करीब 2 चैस्ट ब्रांच 8 अन्य बैंक है। इसमें 33 दिनों में सप्ताह में केवल एक से 2 बार एक्सिस बैंक, एसबीआई बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, एचडीएफसी को खोला गया। गांवों में सभी चौटाला, खुइयां मलकाना, देसुजोधा, कालुआना, गोरीवाला सहित सभी एटीएम बंद पड़े हैं परंतु आईसीआईसीआई बैंक सप्ताह में ज्यादातर दिन ऑन रहा है। उल्लेखनीय है कि शहर में 18 बैंकों की ब्रांचें हैं जबकि 2 बैंक शाखाएं शहर के साथ पंजाब किलिंयावाली मंडी एरिया में हैं।
एटीएम को ऑन करना लक्ष्य बनाए रखा : मैनेजर
आईसीआईसीआई बैंक मैनेजर नितिन गोयल ने बताया कि नोटबंदी से बैंकों में डिमांड के अनुसार कैश नहीं मिल पाने की परेशानी है। हमने एटीएम को रोजाना चलाने का लक्ष्य रखा और जैसे ही कैश पहुंचता उसमें से कुछ राशि एटीएम चलाने के लिए रिजर्व की जाती है। जिसमें 20 प्रतिशत कैश रोजाना एटीएम में डाल दिया जाता है। अगर 4 दिनों तक भी कैश बैंक में पहुंचे तो एटीएम को सुचारू चलाया जा सके। अगले सप्ताह में छुट्टी के दिन भी एटीएम चलाने का प्रयास करेंगे।हैं। एमपीशर्मा, एलडीएम,पीएनबी, सिरसा
आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम के बाहर लगी लोगों की कतार। (फाइल फोटो)
आरबीआई द्वारा बैंकों को डिमांड अनुसार भले ही करंसी उपलब्ध कराई हो लेकिन एटीएम चलाने के लिए व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। परंतु बैंक कर्मचारियों द्वारा एटीएम मशीनों में 2 हजार 500 के नए नोट की ट्रे उचित होने से एटीएम नहीं चलाया जा रहा जबकि 100 की ट्रे भी नहीं भरी जा रही। इतना ही नहीं करीब 2 सप्ताह से एसबीआई सहित अधिकतर बैंकों के एटीएम मशीन इसके अनुसार ठीक किए जा चुके हैं और उनमें 2 हजार का नोट चल रहा है परंतु पर्याप्त कैश होने का बहाना बताकर एटीएम को बंद रखा जा रहा है। शहर के एकमात्र आईसीआईसीआई बैंक की एटीएम मशीन को रोजाना चलाया जा रहा है। बैंक कर्मी शाखा के आगे लगे एटीएम में रोजाना थोड़ा-थोड़ा कैश डालकर सुचारू रूप से चला रहे हैं। जिसके बारे में लोगों को पता चलने पर लोग अन्य बैंकों में जाने की बजाय आईसीआईसीआई बैंक के बाहर लंबी कतारें जमा हो जाती। हालांकि रोजाना 100 से 200 लोगों की एटीएम की सुविधा मिल पाती है। हालांकि एसबीआई और पीएनबी चेस्ट ब्रांच होने के बावजूद करंसी उपलब्ध होने पर भी ऐसा नहीं कर रहे हैं बल्कि कभी कभी ही एटीएम चलाकर खानापूर्ति कर रहे हैं।
नई निर्धारित लिमिट के अनुसार लोगों को एक सप्ताह में 24 हजार रुपये दिए जाने और एटीएम से रोजाना 2 हजार रुपये निकाले जाने के प्रावधान हैं। परंतु बैंकों में लोगों को कैश ना मिलने पर एटीएम ना खुलने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ज्यादातर बैंक अपने एटीएम को बंद रखे हुए हैं और शाखा में कतार लगाकर कभी 10 हजार तो कभी 2 हजार रुपये का भुगतान दे रहे हैं। एेसे में शहर में करीब 2 चैस्ट ब्रांच 8 अन्य बैंक है। इसमें 33 दिनों में सप्ताह में केवल एक से 2 बार एक्सिस बैंक, एसबीआई बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, एचडीएफसी को खोला गया। गांवों में सभी चौटाला, खुइयां मलकाना, देसुजोधा, कालुआना, गोरीवाला सहित सभी एटीएम बंद पड़े हैं परंतु आईसीआईसीआई बैंक सप्ताह में ज्यादातर दिन ऑन रहा है। उल्लेखनीय है कि शहर में 18 बैंकों की ब्रांचें हैं जबकि 2 बैंक शाखाएं शहर के साथ पंजाब किलिंयावाली मंडी एरिया में हैं।
एटीएम को ऑन करना लक्ष्य बनाए रखा : मैनेजर
आईसीआईसीआई बैंक मैनेजर नितिन गोयल ने बताया कि नोटबंदी से बैंकों में डिमांड के अनुसार कैश नहीं मिल पाने की परेशानी है। हमने एटीएम को रोजाना चलाने का लक्ष्य रखा और जैसे ही कैश पहुंचता उसमें से कुछ राशि एटीएम चलाने के लिए रिजर्व की जाती है। जिसमें 20 प्रतिशत कैश रोजाना एटीएम में डाल दिया जाता है। अगर 4 दिनों तक भी कैश बैंक में पहुंचे तो एटीएम को सुचारू चलाया जा सके। अगले सप्ताह में छुट्टी के दिन भी एटीएम चलाने का प्रयास करेंगे।हैं। एमपीशर्मा, एलडीएम,पीएनबी, सिरसा
आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम के बाहर लगी लोगों की कतार। (फाइल फोटो)
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