वारदात के पीछे नाभा जेल ब्रेक करने वाले बबळ्आ गैंग का हाथ!
डबल मर्डर | किन्नू प्लांट के मालिक प्रदीप कुमार गोदारा ने पुलिस को गैंगस्टर का नाम बताया लेकिन रंजिश की वजह नहीं बताई
#Dabwalinews.com
इनेलो नेता पीके गोदारा ने दोहरे हत्याकांड के पीछे पंजाब के एक गैंगस्टर पर शक जाहिर किया है। गोदारा ने दावा है कि बदमाश उसे मारने के लिए आए थे मगर चूक गए। गोदारा ने गैंगस्टर का नाम पुलिस को बता दिया है। यह गैंगस्टर पिछले दिनों सुर्खियों में रहा था। गोदारा ने सिरसा में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान भी उस गैंगस्टर का नाम लिया था मगर रंजिश की वजह का खुलासा नहीं किया था। बहराल, गोदारा के दावे के अलावा पुलिस विभिन्न एंगल पर जांच कर रही है। देर रात तक पुलिस के हाथ खाली थे। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हुआ था। यह दोहरा हत्याकांड बुधवार रात को गांव चौटाला के बाहर डबवाली-संगरिया रोड पर इनेलो नेता पीके गोदारा के किन्नू फार्म पर हुआ था। कार में सवार होकर आए बदमाशों की फायरिंग में बाग मालिक अमित उर्फ घन्ना सहारण और उसके दोस्त सतबीर पूनियां की मौके पर मौत हो गई थी जबकि जमींदार रणबीर सहारण ने काउंटर में छिपकर जान बचाई थी। हमले के वक्त किन्नू फार्म में करीब 100 मजदूर मौजूद थे, जो ऑफिस से कुछ दूरी पर प्लांट में काम कर रहे थे। प्लांट से माल भरने के लिए ट्रक भी आए हुए थे। इतने लोग होने के बावजूद बदमाश बेखौफ आए और वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल गए।
नाकाबंदी होने से आसानी से फरार हो गए हमलावर
घटना स्थल से चौटाला पुलिस चौकी करीब 3 किलोमीटर है जबकि राजस्थान सीमा भी करीब 6 किलोमीटर पर है। इसके लिए चौटाला रोड पर पुलिस का अस्थाई नाका है लेकिन घटना के एकदम बाद नाकाबंदी होने से हमलावर आराम से भाग निकले। इसको लेकर राजस्थान पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई। इस बारे में निकटवर्ती राजस्थान में संगरिया थाना प्रभारी मोहर सिंह पूनियां ने बताया कि रात को हमारे पास कोई सूचना नहीं आई जबकि पड़ोस में हुई वारदात के बाद गुरुवार को डबवाली पुलिस से संपर्क साधा है। हरियाणा पुलिस के सहयोग को हम तैयार है। एहतियात के तौर पर सीमावर्ती क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है।
आतिशबाजी की तरह चलीं गोलियां
ट्रकड्राइवर ने बताया कि वह दूसरे राज्य से ट्रक लेकर यहां आया था। उसे सुबह गाड़ी लोड करके लंबे रूट पर जाना था। रात करीब साढ़े 8 बजे वह ट्रक के केबिन में लेट गया। अभी आंख लगी ही थी कि आतिशबाजी जैसी तेज आवाज सुनकर आंखें खुल गई। बाहर झांककर देखा तो ऑफिस के बाहर एक लंबी कार के पास एक युवक हथियार लिए खड़ा था। अंदर से दनादन गोलियां चलने की आवाज रही थी। यह सुनकर पूरे प्लांट में अफरातफरी मच गई। मजदूर अपनी जान बचाने को छिप रहे थे। वह भी सावधान हो गया। प्लांट की ओर एक-दो फायर बाहर खड़े युवक ने किए थे। इससे पहले कि उसे माजरा समझ में आता, असलाधारी युवक कार में सवार होकर निकल गए।
मृतक सतबीर गांववासी जमींदार था और अपने बाग के ठेकेदार के किन्नू नहीं तोड़े जाने से किन्नू प्लांट में पीके गोदारा से बात कर किन्नू का सौदा करने गया था। लेकिन उसे क्या पता था कि मौत उसे यहां लाई है। रात को अचानक हुए हमले में उनकी हत्या होने से परिजन बदहवास हैं। सतबीर जमींदार थे और उनके एक बेटा एक बेटी है जो संगरिया के स्कूल में पढ़ते हैं। जबकि उनके भाई रविंद्र पूनियां तेजाखेड़ा रोड पर ढाणी में रहते हैं। जबकि करीब 116 एकड़ जमीन मालिक अमित उर्फ घन्ना सहारण के एक बेटा है जो जयपुर में पढ़ता है। उसकी पत्नी भी जयपुर गई हुई थी।
कुर्सी पर ही बैठे रह गया अमित
घटना उपरांत प्लांट के लोग कई ट्रक ड्राइवर मौके पर पहुंचे तो अंदर का माजरा देख दिल बैठ गया। वारदात को अजांम देने वालों ने गेट के सामने कुर्सी पर बैठे अमित उर्फ घन्ना को हिलने का भी मौका नहीं दिया। इससे कुर्सी पर ही उसका शव पड़ा मिला जबकि हमलावरों के अमित पर गोली चलाए जाने से विरोध करते वक्त सतबीर को भी हमलावर ने गोलियों से छलनी कर दिया। अमित के शरीर पर 3-4 फायर लगे हैं जबकि सतबीर को काफी गाेलियां मारी गईं थी। जबकि कई फायर खाली भी निकले होने से गाेलियां फर्श पर पड़ी थीं। इस दौरान कमरे में बचकर निकले रणबीर उर्फ पप्पू बिश्नोई अन्य लोगों ने पुलिस को सूचना दी। काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एक के बाद एक पुलिस अधिकारी आने पर प्लांट छावनी बन गया। रात को पुलिस को मौके से कई सुराग मिले लेकिन हमलावरों के बारे में किसी ने खुलासा नहीं किया। बताया जा रहा है कि हमलावर पंजाबी में गालियां दे रहे थे। आशंका है कि वे प्रदीप गोदारा को निशाना बनाकर आए थे लेकिन उसके हमउम्र होने से अमित का मर्डर कर दिया और बीच बचाव करने पर सबूत मिटाने के लिए सतबीर पूनियां को छलनी कर दिया। गनीमत रहा कि कैंटर में लोड हो रहे किन्नू की क्वालिटी और क्वांटिटी जांच के लिए निकले प्रदीप बाल बाल बच गए।
देरी से पहुंची पुलिस
घटना के बाद चौटाला पुलिस पहुंचने में देर हो गई। चौकी प्रभारी बलबीर ने बताया कि वे रात को बाहर गए थे जबकि कई पुलिसकर्मी सदर थाना गए थे जबकि एक अवकाश पर था। हालांकि सदर थाना सिटी पुलिस पहुंच गई थी और रात को एक बजे उपरांत मिले रुके का संज्ञान लेते हुए प्रत्यक्षदर्शी रणबीर के बयान पर दो अज्ञात हमलावरों पर केस दर्ज कर लिया है। जांच में सभी टीमें सहयोग कर रही है।
गांव चौटाला में किन्नू प्लांट का मेन गेट खड़े ग्रामीण।
घटना स्थल से चौटाला पुलिस चौकी करीब 3 किलोमीटर है जबकि राजस्थान सीमा भी करीब 6 किलोमीटर पर है। इसके लिए चौटाला रोड पर पुलिस का अस्थाई नाका है लेकिन घटना के एकदम बाद नाकाबंदी होने से हमलावर आराम से भाग निकले। इसको लेकर राजस्थान पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई। इस बारे में निकटवर्ती राजस्थान में संगरिया थाना प्रभारी मोहर सिंह पूनियां ने बताया कि रात को हमारे पास कोई सूचना नहीं आई जबकि पड़ोस में हुई वारदात के बाद गुरुवार को डबवाली पुलिस से संपर्क साधा है। हरियाणा पुलिस के सहयोग को हम तैयार है। एहतियात के तौर पर सीमावर्ती क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है।
आतिशबाजी की तरह चलीं गोलियां
ट्रकड्राइवर ने बताया कि वह दूसरे राज्य से ट्रक लेकर यहां आया था। उसे सुबह गाड़ी लोड करके लंबे रूट पर जाना था। रात करीब साढ़े 8 बजे वह ट्रक के केबिन में लेट गया। अभी आंख लगी ही थी कि आतिशबाजी जैसी तेज आवाज सुनकर आंखें खुल गई। बाहर झांककर देखा तो ऑफिस के बाहर एक लंबी कार के पास एक युवक हथियार लिए खड़ा था। अंदर से दनादन गोलियां चलने की आवाज रही थी। यह सुनकर पूरे प्लांट में अफरातफरी मच गई। मजदूर अपनी जान बचाने को छिप रहे थे। वह भी सावधान हो गया। प्लांट की ओर एक-दो फायर बाहर खड़े युवक ने किए थे। इससे पहले कि उसे माजरा समझ में आता, असलाधारी युवक कार में सवार होकर निकल गए।
एसपी से सीधी बातकिन्नू तुड़वाने की बात करने गया था सतबीर
पुलिस क्या एंगल लेकर चल रही है
बडा़ मामला है, कई एंगल से जांच की जा रही है। मैंने सभी टीमों को रात को काम पर लगा दिया।
कहां तक पहुंची जांच
हम टारगेट के आसपास हैं, कुछ चीजें हैं जिन पर गहराई से जाकर खुलासे तक पहुंच सकते हैं। अभी जांच जारी है। मैंने सभी टीमों की मीटिंग ली है।
पुलिस पहुंचने में देर हो गई
जब मैं पहुंचा तो काफी पुलिस मौके पर थी, फिर भी ख्याल रखा जाएगा।
हमलावर हर बार बच कैसे जाते हैं
पुलिस के साथ आमजन को भी अलर्ट होना चाहिए किसी को शक सूचना है तो पुलिस काे बताएं।
वारादात से पहले संगिग्ध दिखे थे प्लांट के बाहर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना के दिन रोड पर कुछ संदिग्ध लोग दिनभर नजर आए थे लेकिन किसी ने गौर नहीं किया। आशंका है कि प्लांट की रैकी की गई और अपने टारगेट को लेकर लगातार मुखबिरी के बाद घटना को अंजाम दिया गया है। प्लांट के कमरे भी दोपहर से बंद मिले हैं। इससे प्लांट संचालक इनेलो नेता प्रदीप गोदारा ने भी पंजाब के गैंगस्टरों के निशाने पर होने की आशंका जाहिर की है।
मृतक सतबीर गांववासी जमींदार था और अपने बाग के ठेकेदार के किन्नू नहीं तोड़े जाने से किन्नू प्लांट में पीके गोदारा से बात कर किन्नू का सौदा करने गया था। लेकिन उसे क्या पता था कि मौत उसे यहां लाई है। रात को अचानक हुए हमले में उनकी हत्या होने से परिजन बदहवास हैं। सतबीर जमींदार थे और उनके एक बेटा एक बेटी है जो संगरिया के स्कूल में पढ़ते हैं। जबकि उनके भाई रविंद्र पूनियां तेजाखेड़ा रोड पर ढाणी में रहते हैं। जबकि करीब 116 एकड़ जमीन मालिक अमित उर्फ घन्ना सहारण के एक बेटा है जो जयपुर में पढ़ता है। उसकी पत्नी भी जयपुर गई हुई थी।
कुर्सी पर ही बैठे रह गया अमित
घटना उपरांत प्लांट के लोग कई ट्रक ड्राइवर मौके पर पहुंचे तो अंदर का माजरा देख दिल बैठ गया। वारदात को अजांम देने वालों ने गेट के सामने कुर्सी पर बैठे अमित उर्फ घन्ना को हिलने का भी मौका नहीं दिया। इससे कुर्सी पर ही उसका शव पड़ा मिला जबकि हमलावरों के अमित पर गोली चलाए जाने से विरोध करते वक्त सतबीर को भी हमलावर ने गोलियों से छलनी कर दिया। अमित के शरीर पर 3-4 फायर लगे हैं जबकि सतबीर को काफी गाेलियां मारी गईं थी। जबकि कई फायर खाली भी निकले होने से गाेलियां फर्श पर पड़ी थीं। इस दौरान कमरे में बचकर निकले रणबीर उर्फ पप्पू बिश्नोई अन्य लोगों ने पुलिस को सूचना दी। काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एक के बाद एक पुलिस अधिकारी आने पर प्लांट छावनी बन गया। रात को पुलिस को मौके से कई सुराग मिले लेकिन हमलावरों के बारे में किसी ने खुलासा नहीं किया। बताया जा रहा है कि हमलावर पंजाबी में गालियां दे रहे थे। आशंका है कि वे प्रदीप गोदारा को निशाना बनाकर आए थे लेकिन उसके हमउम्र होने से अमित का मर्डर कर दिया और बीच बचाव करने पर सबूत मिटाने के लिए सतबीर पूनियां को छलनी कर दिया। गनीमत रहा कि कैंटर में लोड हो रहे किन्नू की क्वालिटी और क्वांटिटी जांच के लिए निकले प्रदीप बाल बाल बच गए।
देरी से पहुंची पुलिस
घटना के बाद चौटाला पुलिस पहुंचने में देर हो गई। चौकी प्रभारी बलबीर ने बताया कि वे रात को बाहर गए थे जबकि कई पुलिसकर्मी सदर थाना गए थे जबकि एक अवकाश पर था। हालांकि सदर थाना सिटी पुलिस पहुंच गई थी और रात को एक बजे उपरांत मिले रुके का संज्ञान लेते हुए प्रत्यक्षदर्शी रणबीर के बयान पर दो अज्ञात हमलावरों पर केस दर्ज कर लिया है। जांच में सभी टीमें सहयोग कर रही है।
गांव चौटाला में किन्नू प्लांट का मेन गेट खड़े ग्रामीण।
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