चौटाला में दोहरा हत्याकांड : कार में आए थे बदमाश, पूरी प्लानिंग करके दिया वारदात को अंजाम
डबल मर्डर के बाद हमलावरों ने हवाई फायर कर मनाया था जश्न : चश्मदीद
खंड के गांव चौटाला स्थित इनेलो नेता प्रदीप गोदारा के किन्नू फार्म पर डबल मर्डर को अंजाम देने के बाद हमलावरों ने वहां पांच मिनट तक हवाई फायर कर जश्न मनाया था। वे पंजाबी व बागड़ी बोली में गालियां निकाल रहे थे। पुलिस को यह जानकारी घटना के चश्मदीद एक ट्रक चालक ने दी है। वहीं दोहरे हत्याकांड के बाद गांव चौटाला में दहशत का वातावरण बना हुआ है। बृहस्पतिवार को पूरा दिन चौटाला के बाजार में दुकानें बंद रही। अमित तथा सतबीर के शवों के दाह संस्कार के समय पूरा गांव रामबाग में जुट गया।प्रत्यक्षदर्शी चालक ने पुलिस को बताया कि हमले के समय वह वारदात स्थल से महज बीस कदम की दूरी पर खड़े ट्रक में सवार था। उसने बताया कि संगरिया की तरफ से न्यू मॉडल होंडा सिटी कार में पांच लोग आए थे। फार्म के ऑफिस के नजदीक तीन युवक कार से उतरे। दो के पास पिस्टल थी और एक के पास दोनाली थी। हथियार लिए युवक सीधे ऑफिस में घुस गए। ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। वारदात के बाद हमलावर कार में बैठकर चल दिए। कुछ दूर जाकर उन्होंने कार रोक ली और हवाई फायर कर जश्न मनाया।करीब पांच मिनट रुकने के बाद वह संगरिया की ओर फरार हो गए। एक हमलावर ने कुर्ता-पजामा पहना हुआ था, जबकि दो पेंट-शर्ट में थे। गांव चौटाला में दोहरे हत्याकांड को पुलिस जेल ब्रेक करने वाले बबुआ गैंग से जोड़कर देख रही। हालांकि पुलिस जमीन या व्यवसायिक विवाद के साथ-साथ सुपारी देकर हत्या करवाने की संभावनाओं से इन्कार नहीं कर रही। फार्म में थे अभय चौटाला के बेटे अजरुन सिंह1यह भी सामने आया है कि इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के बेटा अजरुन सिंह भी फार्म में थे। वे फार्म में प्रदीप गोदारा से मिलने आए थे। उनके वहां से जाने के बाद गोदारा चौटाला निवासी अमित सहारण उर्फ घन्ना राम, सतबीर बिश्नोई और उसके रिश्तेदार रणवीर उर्फ पप्पू बिश्नोई को ऑफिस में छोड़कर प्लांट का कार्य देखने के लिए अंदर चले गए। इसी बीच हमलावरों ने सतबीर और अमित को गोलियों से भून डाला। रणवीर का कहना है कि हमलावरों ने ऑफिस का गेट खोलते ही पंजाबी में गाली देते हुए फायरिंग शुरू कर दी थी, उसने काउंटर के नीचे छुपकर जान बचाई।1 भागते समय जब अपराधियों ने हवाई फायर किए तो प्रदीप गोदारा और किन्नू पैकिंग में लगे करीब दो सौ मजदूर काम छोड़कर भाग गए। मजदूरों के अनुसार उन्होंने सोचा कि कोई आतंकी फार्म में घुस आया है। ऐसे में वह शोर मचाते हुए फार्म छोड़कर भाग गए।कौन था टारगेट
बताया जाता है कि अमित सहारण लगभग पूरा समय फार्म में ही बिताता था, लेकिन सतबीर बिश्नोई पहली बार फार्म में आया था। उसने अपना बाग एक ठेकेदार को ठेके पर दिया था, लेकिन ठेकेदार ने किन्नू नहीं उठाया था। इस पर वह अपने रिश्तेदार रणवीर उर्फ पप्पू के साथ प्रदीप गोदारा की हेल्प मांगने आया था। प्रदीप गोदारा उसे हरसंभव सहायता का आश्वासन देते हुए प्लांट में चले गए थे। ऐसे में सवाल उठता है कि हमलावरों का निशाना कौन था?1कार पर संशय1ट्रक चालक ने वारदात में प्रयुक्त गाड़ी को होंडा सिटी बताया तो फार्म पर कार्यरत मजदूरों ने स्विफ्ट डिजायर बताया। ऐसे में पुलिस दिन भर उलझी रही। बाद में पुलिस संगरिया-हनुमानगढ़ रोड पर टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिग लेने के लिए निकल गई।1वारदात से छह घंटे पहले बंद हुए कैमरे1फार्म पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन वारदात से करीब छह घंटे पहले ही कैमरों ने काम करना बंद कर दिया।

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