मौड़ मंडी में आरडीएक्स और आईईडी का इस्तेमाल, रिमोट से धमाका, चुनाव आयोग बोला-ये आतंकी हमला RDX was used in Maur mandi blast - Election Commission



 मौड़ विस्फोट | तीन बच्चों के दम तोड़ने के बाद मरने वालों की तादाद 6 हुई, 9 अब भी सीरियस   
मौड़ मंडी में डेरामुखी के समधी कांग्रेस प्रत्याशी हरमंदर जस्सी की चुनावी जनसभा में हुए ब्लास्ट में जख्मी तीन और बच्चों ने बुधवार को दम तोड़ दिया। मरने वालों की संख्या 6 हो चुकी  की है, जिसमें 4 बच्चे हैं। जबकि, 9 घायल गंभीर हैं। मौड़ पहुंचे डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा कि चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजकर एनएसजी का बम निरोधक दस्ता मंगवाया गया है। चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर वीके सिंह ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि ये हमला आतंकी नहीं है। पुलिस को भी इसके प्रमाण मिल चुके हैं।
डीजीपी अरोड़ा ने कहा कि दो बम थे। एक को रिमोट से कंट्रोल किया गया। दूसरा पूरी तरह बलास्ट नहीं हुआ। मौके से मिले कुकर से छर्रेनुमा सामान मिला। अगर ये फट जाता तो आसपास मौजूद काफी लोग इसकी चपेट में सकते थे।
जस्सी को मिली थी जेड सिक्योरिटी, फिर भी सुरक्षा कवच में रहे तीन फेलियर... 
1. हरमंदर जस्सी को डेरा सच्चा सौदा के मुखी के समधी होने के नाते डेरा-सिख विवाद के चलते जेड सिक्योरिटी दी गई थी, जिसमें बुलेट प्रूफ गाड़ी और करीब 20 सुरक्षाकर्मी थे। मगर उनकी बुलेट प्रूफ गाड़ी में खराबी चल रही थी, जिसे चंडीगढ़ ठीक होने के लिए भेजा गया था और उसके बारे में पिछले दिनों पत्र भी लिखा था। गाड़ी मिलने की वजह से वे अपने बेटे की फॉरच्यूनर गाड़ी में थे। इस शिकायत उन्होंने बुधवार को पहुंचे डीजीपी सुरेश अरोड़ा से भी की। दरअसल, उनका पूरा परिवार ही निशाने पर रहा है। 
3. मारुति कार में आरोपी विस्फोटक लेकर शहर में दाखिल हुए तो शहर के हर दाखिल पॉइंट पर केंद्रीय सुरक्षा बलों और पुलिस के नाके थे तो मारुति कार को किसी ने चेक क्यों नहीं किया?
2. जस्सी को 20 सुरक्षाकर्मी मिले थे, जिसमें सीआरपी और पंजाब पुलिस के जवान हैं। जनसभा मंच से 2 बार संदिग्ध मारुति कार को हटाने के लिए कहा गया, लेकिन किसी ने उसे हटाने का प्रयास नहीं किया। उसी में विस्फोट हुआ। 
एक ही गली के चार बच्चे, तीन दम तोड़ चुके हैं, चौथा लड़ रहा मौत से 
ब्लास्ट की चपेट में आए चार बच्चे ट्रक यूनियन रोड पर विश्वकर्मा मोहल्ले की एक ही गली में रहते थे। इनमें से तीन जपसिमरण सिंह(14), रिपनदीप सिंह(11) और सौरभ कुमार(13) ने दम तोड़ दिया। जबकि चौथा अंकुश जिंदगी के लिए मौत से लड़ रहा है। ये चारों बच्चे अलग-अलग परिवारों के हैं। पूरे मोहल्ले में मातम छाया हुआ है। रिपनदीप के पिता काला सिंह सेना में थे, जो कुछ साल पहले शहीद हो गए थे।

कोई पार्टी जिम्मेवार नहीं, ये देश विरोधी ताकतों का काम
मंगलवार को जब मैं गाड़ी में बैठने लगा तो पास खड़ा एक व्यक्ति और उसकी बेटी मिलने आए। मेरे दफ्तर इंचार्ज उससे बात ही कर रहे थे कि इतने में धमाका हो गया। मेरी गाड़ी को ड्राइवर ने बचाव के लिए दौड़ाया और सुरक्षाकर्मी बीराम बाबू साथ दौड़ा। मुझे कुछ दूरी पर जाकर क्षतिग्रस्त गाड़ी से सुरक्षाकर्मियों ने मुझे दूसरी गाड़ी में शिफ्ट किया। मैं इस घटना के लिए किसी राजनीतिक पार्टी को जिम्मेवार नहीं मानता, ये देश विरोधी ताकतों का काम है। हरमंदरजस्सी, कांग्रेस प्रत्याशी, मौड़ हलका
बम तैयार करने के तरीके से साफ है कि ट्रेंड लोग थे
बमों तैयार करने के स्टाइल से साफ है कि ये काफी ट्रेंड लोगों का काम था। पुलिस का मानना है कि ऐसे बम का इस्तेमाल आतंकी हमले में ही होता है, क्योंकि इससे काफी नुकसान होता है। घटनास्थल पर मिले कुकर बम में बैरिंग, नट-बोल्ट और तीखी चीजों का इस्तेमाल किया गया था। इन चीजों को छर्रों के तौर पर यूज किया गया। डेटोनेटर के तौर पर बाइक क बैटरी इस्तेमाल की गई थी।
डीजीपी ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज मांगा एनएसजी दस्ता

















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