परिजन देखते रह गए और 14 फुट गहरी नहर में डूब गए मामा-भांजा



गांव फग्गू के पास भांजे को बचाने मम्मड़ नहर में उतरे मामा की भी मौत 
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पानी पीने के लिए नहर पर गया था सागर, पैर फिसलने पर गिरा 
गांव फग्गू के पास बहने वाली 14 फुट गहरी मम्मड़ नहर में सोमवार को डूबे मामा-भांजा के शव में से पुलिस ने 10 वर्षीय भांजे का शव निकाल लिया है। बच्चे का शव गांव दौलतपुर खेड़ा के नजदीक मिला। जहां पर पुलिस ने पुल के पास जाली लगा रखी थी। वहीं पुलिस और ग्रामीण नहर में जाली लगाकर गोताखोरों के माध्यम से देर रात तक मामा मनप्रीत का शव तलाश रहे थे।
देखते रह गए परिजन
घटना स्थल पर कालांवाली डीएसपी किशोरी लाल, तहसीलदार रामचंद्र तहसीलदार बड़ागुढ़ा थाना की पुलिस मौके पर मौजूद थी। जब यह हादसा हुआ तो परिवार के लोग मौके पर मौजूद थे। उनके सामने ही करीब डेढ़ एकड़ की दूरी तक मामा भांजा नहर में बचाओ बचाओ के लिए शोर मचाते रहे। मगर परिवार के लोगों में से किसी को भी तैरना नहीं आने के चलते कोई भी यह हिम्मत नहीं जुटा पाया कि नहर में कूदकर उनको बचाया जा सके।
उनकी तरह ही सभी लोग बचाओ-बचाओ की आवाज लगाते रहे। आखिर जब तक ग्रामीण पहुंचते मामा-भांजा अपने परिवार के सामने ही मौत के मुंह में समा गए और पानी में बह गए। पंजाब में मोगा जिला के गांव भिंडरकला निवासी जगजीत सिंह और उसके रिश्तेदारों का परिवार गांव दौलतपुर खेड़ा में जमींदार जरनैल सिंह के यहां नरमा चुनाई करने आया हुआ था।
जगजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपावली पर भी उनका परिवार यहीं था। इसलिए उनका भांजा 10 वर्षीय सागर भी अपनी मम्मी पापा के पास आया हुआ था। वह पांचवीं कक्षा में पढ़ता था। अब एक दो दिन बाद ही उसे जाना था। उसके मम्मी पापा भी यहीं पर नरमा चुनाई करने आए हुए थे। सोमवार दोपहर को वे सब नरमा चुगाई कर रहे थे। इसी दौरान जब वे सब आराम करने बैठे तो सागर पास से गुजर रही मम्मड़ नहर में पानी पीने लगा। अचानक उसका पैर नहर में फिसल गया। इसी दौरान जगजीत के छोटे भाई 25 वर्षीय मनप्रीत ने उसे देख लिया। मनप्रीत भांजे को बचाने के लिए नहर में कूद गया।
जगजीत ने बताया कि मनप्रीत को तैरना नहीं आता था। उसके बावजूद सागर को बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी। मगर पानी का बहाव बहुत अधिक था। इसलिए वह भी डूब गया। परिवार के बाकी 10 लोग भी वहां मौजूद थे। मगर कोई तैरना नहीं जानता था। इसलिए किसी की हिम्मत नहीं हुई। वे सब बाहर खड़े चिल्लाते रहे। आखिर दोनों नहर में डूब गए। उसके बाद उनके शव भी लापता हो गए थे।

गोताखोरों को बुलाया गया है : डीएसपी 
डीएसपी कालांवाली किशोरी लाल ने बताया कि उन्हें जैसे ही सूचना मिली तो वे तुरंत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीण नहर किनारे तलाश कर रहे थे तो एक बार उन्हें शव दिखाई भी दिए। जो फिर से पानी की लहरों में समा गए। जिस पर उन्होंने गांव दौलतपुर खेड़ा के नजदीक नहर में जाली लगवाई गोताखोरों को बुलाया गया है। वहां से बच्चे का शव तो मिल गया है। मगर अभी तक मनप्रीत का शव नहीं मिला है। उसकी तलाश जारी है। नहर में पानी भी कम करवाया है।

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