चर्चा का विषय बन गया एसडीएम का वायरल वीडियो , सरकार व् पुलिस प्रशाशन की कार्यप्रणाली पर उठे रहे है सवाल
#dabwalinews.com
एसडीएम रानी नागर द्वारा वायरल किया गया वीडियों इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। जिस प्रकार उन्होंने पुलिस प्रशासन व सरकार पर समय पर वेतन न दिए जाने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों से हरियाणा सराकर सहित पूरे पुलिस प्रशासन की भी किरकरी हो रही है और अनेक सवालिया निशान भी लग रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियों में एसडीएम रानी नागर ने अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस विभाग से तो की ही है साथ ही बाकायदा फेसबुक पर अपना एक वीडियो जारी करके पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए हैं। एसडीएम रानी नागर ने कहा है कि बीते शनिवार को उनके सरकारी घर की खिडक़ी टूटी हुई थी और अंदर डिश टीवी का बॉक्स ऑन था। इसका मतलब है कि कोई अपराधी उनके घर में घुसा है। इसकी शिकायत उन्होंने 100 नंबर के जरिये पुलिस को और बाद में डीएसपी डबवाली को दी। उसके बाद सिटी थाना के एसएचओ हवासिंह अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे। एसडीएम का आरोप है कि एसएचओ ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कोई शिकायत दर्ज नहीं की और अगले दिन कार्रवाई करने की बात कही। बार बार शिकायत दर्ज करने की अपील के बाद भी एसएचओ ने सुनवाई नहीं की और ना ही फिंगर एक्सपर्ट की टीम को मौके पर बुलाया।
एसडीएम बोलीं, मुझ पर बार बार हो रहे हमले, मेरी जान को खतरा
एसडीएम रानी नागर ने वीडियो में बताया है कि उनकी जान को खतरा है। इससे पहले साल 2016 में एक ऑटो ड्राइवर ने उनका अपहरण करने की कोशिश की थी। उसकी भी उन्होंने एफआईआर दर्ज करवा रखी है। कोसली में ही उन्हें उनके आवास में डराने की कोशिश की गई थी। डबवाली सिटी एसएचओ हवा सिंह ने बताया कि मौके पर गए थे। चेकिंग किया। कोई सामान चोरी नहीं था । चेकिंग में केवल खिडक़ी टूटी हुई थी। लिखित में शिकायत देने की बात कही। उन्होंने मेल करने की बात कह दी। कंप्लेन दर्ज नहीं करने और सहयोग नहीं करने के आरोप झूठा है। वहां गार्द भी है। पीसीआर भी गश्त कर रही है।
एसडीएम रानी नागर द्वारा वायरल किया गया वीडियों इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। जिस प्रकार उन्होंने पुलिस प्रशासन व सरकार पर समय पर वेतन न दिए जाने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों से हरियाणा सराकर सहित पूरे पुलिस प्रशासन की भी किरकरी हो रही है और अनेक सवालिया निशान भी लग रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियों में एसडीएम रानी नागर ने अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस विभाग से तो की ही है साथ ही बाकायदा फेसबुक पर अपना एक वीडियो जारी करके पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए हैं। एसडीएम रानी नागर ने कहा है कि बीते शनिवार को उनके सरकारी घर की खिडक़ी टूटी हुई थी और अंदर डिश टीवी का बॉक्स ऑन था। इसका मतलब है कि कोई अपराधी उनके घर में घुसा है। इसकी शिकायत उन्होंने 100 नंबर के जरिये पुलिस को और बाद में डीएसपी डबवाली को दी। उसके बाद सिटी थाना के एसएचओ हवासिंह अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे। एसडीएम का आरोप है कि एसएचओ ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कोई शिकायत दर्ज नहीं की और अगले दिन कार्रवाई करने की बात कही। बार बार शिकायत दर्ज करने की अपील के बाद भी एसएचओ ने सुनवाई नहीं की और ना ही फिंगर एक्सपर्ट की टीम को मौके पर बुलाया।
एसडीएम बोलीं, मुझ पर बार बार हो रहे हमले, मेरी जान को खतरा
एसडीएम रानी नागर ने वीडियो में बताया है कि उनकी जान को खतरा है। इससे पहले साल 2016 में एक ऑटो ड्राइवर ने उनका अपहरण करने की कोशिश की थी। उसकी भी उन्होंने एफआईआर दर्ज करवा रखी है। कोसली में ही उन्हें उनके आवास में डराने की कोशिश की गई थी। डबवाली सिटी एसएचओ हवा सिंह ने बताया कि मौके पर गए थे। चेकिंग किया। कोई सामान चोरी नहीं था । चेकिंग में केवल खिडक़ी टूटी हुई थी। लिखित में शिकायत देने की बात कही। उन्होंने मेल करने की बात कह दी। कंप्लेन दर्ज नहीं करने और सहयोग नहीं करने के आरोप झूठा है। वहां गार्द भी है। पीसीआर भी गश्त कर रही है।
No comments:
Post a Comment