नंदीशाला में घुसे कुत्ते, अनेकों को काट खाया, शहर के लोगों में भारी रोष
#dabwalinews.com
डबवाली ।
सिरसा रोड पर स्थित विद्युत विभाग के कार्यालय के निकट बनाई गई नंदीशाला की हालत देख रेख के आभाव के चलते एक बूचडख़ाने में तबदील होने लगी है। यहां रखे गए लगभग 250 से अधिक पशुओं को न सर्द मौसम से बचने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और न किसी तरह की कोई सुरक्षा व्यवस्था की गई। अत्याधिक गहराइयों से युक्त गड्डों के कारण यह स्थान पशुओं के लिए कारागार बनकर रह गया है। शुक्रवार की सुबह को जब कुछ दानी सज्जन चारा आदि डालने के लिए पहुंचे तो वहंा दृश्य देखकर आश्र्चचकित रह गए। अनेक पशुओं को कुत्ते अपना शिकार बन चुके थे यह हृदय विदारक दृश्य देखकर दानी सज्जन सन्न रह गए और यह नजारा कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद भारी संख्या में लोग नंदीशाला पहुंच गए। घटना की जानकारी मिलते ही गौसेवा संघ के सदस्य राम लाल बागड़ी, पार्षद विनोद बांसल, प्रकाश चंद बांसल, बलजिन्द्र बांसल,विक्रम बांसल, पिल्ला जैन सहित अनेक धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के लोग पहुंचे और व्यवस्था पर भारी रोष व्यक्त किया। वहां रखे गए सेवादारों ने बताया कि बिती रात्रि कुछ कुत्ते यहां घुस आए और पशुओं को गंभीर रूप से घायल कर गए।
बता दें कि शहर को कैटल फ्री बनाने के लिए हरियाणा सरकार के आदेश पर प्रशासन द्वारा आवारा पशुओं को रखने के लिए यह स्थान मुहैया करवाया गया था। तत्कालीन एसडीएम सतीश सैनी ने यह आश्वासन दिया था कि इस नंदीशाला में हर सुविधा प्रशासन की ओर से करवाई जाएगी जिसके लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी विडम्बना यह है एसडीएम सतीश सैनी के यहां से जाने के बाद नंदीशाला की हालत बदतर होती चली गई। आरंभ में यहां लगभग 9 सौ पशु थे जो घटकर 250 रह गए हैं। इन 250 पशुओं के लिए शैड आदि की कोई व्यवस्था न होने के कारण प्रतिदिन पशुओं की मरने के समाचार आते रहे हैं। शहर के लोगोंं ने इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि या तो सरकार व प्रशासन इन पशुओं के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करवाए जा फिर इन्हें खुला छोड़ दे यही सही होगा।
डबवाली ।
सिरसा रोड पर स्थित विद्युत विभाग के कार्यालय के निकट बनाई गई नंदीशाला की हालत देख रेख के आभाव के चलते एक बूचडख़ाने में तबदील होने लगी है। यहां रखे गए लगभग 250 से अधिक पशुओं को न सर्द मौसम से बचने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और न किसी तरह की कोई सुरक्षा व्यवस्था की गई। अत्याधिक गहराइयों से युक्त गड्डों के कारण यह स्थान पशुओं के लिए कारागार बनकर रह गया है। शुक्रवार की सुबह को जब कुछ दानी सज्जन चारा आदि डालने के लिए पहुंचे तो वहंा दृश्य देखकर आश्र्चचकित रह गए। अनेक पशुओं को कुत्ते अपना शिकार बन चुके थे यह हृदय विदारक दृश्य देखकर दानी सज्जन सन्न रह गए और यह नजारा कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद भारी संख्या में लोग नंदीशाला पहुंच गए। घटना की जानकारी मिलते ही गौसेवा संघ के सदस्य राम लाल बागड़ी, पार्षद विनोद बांसल, प्रकाश चंद बांसल, बलजिन्द्र बांसल,विक्रम बांसल, पिल्ला जैन सहित अनेक धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के लोग पहुंचे और व्यवस्था पर भारी रोष व्यक्त किया। वहां रखे गए सेवादारों ने बताया कि बिती रात्रि कुछ कुत्ते यहां घुस आए और पशुओं को गंभीर रूप से घायल कर गए।
बता दें कि शहर को कैटल फ्री बनाने के लिए हरियाणा सरकार के आदेश पर प्रशासन द्वारा आवारा पशुओं को रखने के लिए यह स्थान मुहैया करवाया गया था। तत्कालीन एसडीएम सतीश सैनी ने यह आश्वासन दिया था कि इस नंदीशाला में हर सुविधा प्रशासन की ओर से करवाई जाएगी जिसके लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी विडम्बना यह है एसडीएम सतीश सैनी के यहां से जाने के बाद नंदीशाला की हालत बदतर होती चली गई। आरंभ में यहां लगभग 9 सौ पशु थे जो घटकर 250 रह गए हैं। इन 250 पशुओं के लिए शैड आदि की कोई व्यवस्था न होने के कारण प्रतिदिन पशुओं की मरने के समाचार आते रहे हैं। शहर के लोगोंं ने इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि या तो सरकार व प्रशासन इन पशुओं के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करवाए जा फिर इन्हें खुला छोड़ दे यही सही होगा।
1 comment:
Docter sahib eh tan bahut maadi ghatna hoyi aa par umeed aa tusin 1984 ch saade 5000 sikhan de genocide baare v dard nu media ch uthaonge����
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