टूटने लगे मादक पदार्थ तस्करों के हौंसले अफीम और चूरापोस्त तस्कारी पर कसा शिकंजा, दवा और हेराइन तस्करी बढऩे लगी
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मादक पदार्थों की शुष्क बंदरगाह कहे जाने वाले सिरसा जिला की तस्वीर अब बदलती दिखाई देने लगी है। पुलिस की सख्ती का असर दिखाई देने लगा है। इन दिनों पुलिस के प्रेशर के चलते अफीम व चूरापोस्त की तस्करी पर रोक लगी है। ग्रामीण इलाकों में इसका प्रभाव देखा जाने लगा है। कभी कालांवाली, बड़ागुढ़ा, डबवाली के एरिया में इन मादक पदार्थों की खुली बिक्री होती थी और मादक पदार्थों की बड़ी खेप यहां पहुंचती थी। लेकिन पुलिस की लगातार चौकसी के सार्थक परिणाम अब दिखाई देने लगे है।
मादक पदार्थ तस्करों के हौंसले टूटे है, जिसके कारण चूरापोस्त और अफीम की तस्करी पर नियंत्रित हुई है। पहले धड़ल्ले से जो पोस्त गांव-गांव में उपलब्ध थी, वह अब चोरी छिपे ही मिल पा रही है। पोस्त के आदी लोगों को भी यह नहीं मिल पा रही है। पुलिस की सख्ती की वजह से इसके दाम भी बढ़ गए है। यही कारण है कि नशेडिय़ों द्वारा अफीम और पोस्त के नशे की बजाए नशीली गोलियां का इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही मादक पदार्थ तस्करों ने भी अब अफीम और पोस्त की तस्करी की बजाए हेरोइन की तस्करी का धंधा अपना लिया है। कम मात्रा में होने के कारण इसकी तस्करी आसानी से हो जाती है और तलाशी में तस्कर का पता भी नहीं चलता। बगैर मुखबरी के हेरोइन तस्करों को पहचान पाना आसान नहीं होता। इसके बावजूद जिला पुलिस मादक पदार्थ तस्करों को लगातार दबोचने में कामयाब हो रही है।
नाइजीरियन का कनैक्शन
जिला में इन दिनों हेरोइन तस्करी का धंधा चल रहा है। पुलिस द्वारा तस्करी के धंधे से जुड़े लोगों की धरपकड़ का अभियान भी चल रहा है। अब तक उजागर हुए अनेक मामलों में नाइजीरियन का मादक पदार्थ तस्करी में कनेक्शन पाया गया। सिरसा से तस्कर दिल्ली में नाइजीरियन से हेरोइन की खेप लेकर सिरसा आए और यहां पर हेरोइन की बिक्री की। ऐसे में सिरसा पुलिस के लिए हेरोइन की आपूर्ति करने वाली सप्लाई लाइन को बंद करने की चुनौती है।
कामयाबी के पीछे अपेक्षित कर्मचारी
मादक पदार्थ तस्करी के मामले में जिला पुलिस की कामयाबी के पीछे ऐसे पुलिस कर्मियों का रोल सामने आया है, जिन्हें अरसे से खुड्डे लाइन लगाया हुआ था। ऐसे उपेक्षित पुलिस कर्मियों पर एएसपी नरेंद्र बिजराणियां ने विश्वास जताया और ऐसे पुलिस कर्मियों को यह अहम जिम्मेवारी सौंपी। इन पुलिस कर्मियों ने एएसपी बिजराणियां के विश्वास पर खरा उतरते हुए पुलिस को अहम कामयाबी प्रदान की। इन पुलिस कर्मियों ने अपने मुखबीरों के माध्यम से जुटाई सटीक जानकारी के आधार पर लगातार तस्करों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है।
मादक पदार्थों की शुष्क बंदरगाह कहे जाने वाले सिरसा जिला की तस्वीर अब बदलती दिखाई देने लगी है। पुलिस की सख्ती का असर दिखाई देने लगा है। इन दिनों पुलिस के प्रेशर के चलते अफीम व चूरापोस्त की तस्करी पर रोक लगी है। ग्रामीण इलाकों में इसका प्रभाव देखा जाने लगा है। कभी कालांवाली, बड़ागुढ़ा, डबवाली के एरिया में इन मादक पदार्थों की खुली बिक्री होती थी और मादक पदार्थों की बड़ी खेप यहां पहुंचती थी। लेकिन पुलिस की लगातार चौकसी के सार्थक परिणाम अब दिखाई देने लगे है।
मादक पदार्थ तस्करों के हौंसले टूटे है, जिसके कारण चूरापोस्त और अफीम की तस्करी पर नियंत्रित हुई है। पहले धड़ल्ले से जो पोस्त गांव-गांव में उपलब्ध थी, वह अब चोरी छिपे ही मिल पा रही है। पोस्त के आदी लोगों को भी यह नहीं मिल पा रही है। पुलिस की सख्ती की वजह से इसके दाम भी बढ़ गए है। यही कारण है कि नशेडिय़ों द्वारा अफीम और पोस्त के नशे की बजाए नशीली गोलियां का इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही मादक पदार्थ तस्करों ने भी अब अफीम और पोस्त की तस्करी की बजाए हेरोइन की तस्करी का धंधा अपना लिया है। कम मात्रा में होने के कारण इसकी तस्करी आसानी से हो जाती है और तलाशी में तस्कर का पता भी नहीं चलता। बगैर मुखबरी के हेरोइन तस्करों को पहचान पाना आसान नहीं होता। इसके बावजूद जिला पुलिस मादक पदार्थ तस्करों को लगातार दबोचने में कामयाब हो रही है।
नाइजीरियन का कनैक्शन
जिला में इन दिनों हेरोइन तस्करी का धंधा चल रहा है। पुलिस द्वारा तस्करी के धंधे से जुड़े लोगों की धरपकड़ का अभियान भी चल रहा है। अब तक उजागर हुए अनेक मामलों में नाइजीरियन का मादक पदार्थ तस्करी में कनेक्शन पाया गया। सिरसा से तस्कर दिल्ली में नाइजीरियन से हेरोइन की खेप लेकर सिरसा आए और यहां पर हेरोइन की बिक्री की। ऐसे में सिरसा पुलिस के लिए हेरोइन की आपूर्ति करने वाली सप्लाई लाइन को बंद करने की चुनौती है।
कामयाबी के पीछे अपेक्षित कर्मचारी
मादक पदार्थ तस्करी के मामले में जिला पुलिस की कामयाबी के पीछे ऐसे पुलिस कर्मियों का रोल सामने आया है, जिन्हें अरसे से खुड्डे लाइन लगाया हुआ था। ऐसे उपेक्षित पुलिस कर्मियों पर एएसपी नरेंद्र बिजराणियां ने विश्वास जताया और ऐसे पुलिस कर्मियों को यह अहम जिम्मेवारी सौंपी। इन पुलिस कर्मियों ने एएसपी बिजराणियां के विश्वास पर खरा उतरते हुए पुलिस को अहम कामयाबी प्रदान की। इन पुलिस कर्मियों ने अपने मुखबीरों के माध्यम से जुटाई सटीक जानकारी के आधार पर लगातार तस्करों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है।
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