किसानों ने केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन का पुतला फूंका,सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की

डबवाली।
तहसील कॉम्पलैक्स में चल रहा किसानों का धरना व क्रमिक भूख हड़ताल 24वें दिन भी जारी रही। वीरवार को हरबंस सिंह सक्ताखेड़ा, नछतर सिंह सक्ताखेड़ा, जसवंत सिंह जोगेवाला, हरदीप सिंह अलीकां व गुरमीत सिंह पन्नीवाला रुल्दु भूख हड़ताल पर बैठे। डबवाली के अलावा कालांवाली इलाके के किसान भी काफी संख्या में धरने में शामिल हुए।
सभी किसानों ने दोपहर बाद चौटाला रोड पर पहुंचकर केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन का पुतला फूंका व केंद्र तथा प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इससे पहले किसानों को संबोधित करते हुए इनेलो नेता जगरूप सिंह ने कहा कि किसानों की संख्या देखकर सरकार इन्हें कमजोर न समझे। गांवों में बैठे हजारों किसान भी धरने के समर्थन में हैं। जरूरत पडऩे पर सरकार को गन्ने की तरह निवोडऩे की ताकत किसान रखते हैं। इसलिए सरकार को जल्द से जल्द किसानों की मांगें मान लेनी चाहिए , इसी में सरकार की भलाई है। इस मौके पर राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेशायक्ष जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मानती तब तक धरना यूं ही चलता रहेगा। इसके अलावा अलग-अलग शहरों में शुरू हो चुका किसान आंदोलन जल्द ही पूरे प्रदेश में फैल जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के रोष को देखते हुए सरकार को अपना अडिय़ल रवैया छोड़कर किसानों से बात करनी चाहिए। सरकार से किसान अपनी मांगे मनवा कर ही दम लेंगे। आगामी 21 जनवरी से धरना दिन रात का कर दिया जाएगा व 26 जनवरी से किसान आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। इस अवसर पर मलकीत सिंह सक्ताखेड़ा, बिंद्र सिंह सक्ताखेड़ा, गुरमेल सिंह, नरेंद्र बराड़, का.ओमप्रकाश, सुखराज बराड़, गुरप्यार बराड़, नछतर लोहगढ़, लीलाधर बलिहारा, हरपाल सहारण, पाल फलडी, भरत लाल, काला बराडछ़, नछतर सिंह पन्नीवाला मोरिका व अन्य किसान मौजूद थे।

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