सरकार नगरपरिषद अधिकारियों व चुने हुए पार्षदों पर खूब गुस्सा फूटा,लोग बोले सड़क निर्माण में अड़चन बने लोगों को करेंगे बेनकाब
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डबवाली। रवि मोंगा
पब्लिक की आवाज को अनसुना करने का खेल सियासतदान अक्सर खेलते हैं लेकिन जब पब्लिक की बारी आती है तो हर किसी को जवाब देना पड़ता है। लंबे अर्से से अधर में लटकी न्यू अनाज मंडी रोड़ के दुकानदार भी सोमवार को अपनी दुकानें बंद कर अनिश्चिकालीन धरने पर बैठ गए और रोड़ निर्माण न होने के जिम्मेदार लोगों से इसका जवाब मांगा। सरकार, प्रशासन व नगरपरिषद अधिकारियों के अलावा चुने हुए पार्षदों पर खूब गुस्सा फूटा। मौके पर मौजूद पूर्व नप चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा को पार्षदों के खिलाफ निकल रहा लोगों का रोष झेलना पड़ा।
नईं अनाज मंडी रोड़ के दुकानदारों ने सोमवार को दुकानें बंद रखी और कबीर चौक के नजदीक धरना शुरू कर दिया। मार्केट केे प्रधान प्यारे लाल अग्रवाल ने कहा कि नगरपरिषद में बैठे लोग मनमाने तरीके से कार्य करते हुए पब्लिक की समस्याओं को बढ़ा रहे हैं। नईं अनाज मंडी रोड़ का निर्माण कार्य बिना वजह लटका रखा है। भाजपा व कांग्रेस के नेता एक दूसरे की टांग खिचाई में इतने मशगूल हैं कि पब्लिक को हो रही परेशानी को भूल ही गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि डिजाइन कोई भी हो लेकिन सड़क का निर्माण जल्द किया जाए अन्यथा दुकानदार रोजाना दुकानें बंद रख कर धरना देंगे। आंदोलन को तेज करने की रणनीति भी बनाई जाएगी और सड़क निर्माण में अड़चन बने सभी जिम्मेदार लोगों को बेनकाब किया जाएगा। अरोड़वंश सभा के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश सचदेवा व राकेश मोंगा ने कहा कि पब्लिक को परेशान करने वाले नगरपरिषद के लोगों को शहरवासी चैन से नहीं बैठने देंगे। यदि सुनवाई नहीं हुई तो सड़क पर जाम लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर डबवाली कूड़ा संघर्ष समिति के संयोजक विजयंत शर्मा, नरेश सेठी व राजेश जैन भी पहुंचे व धरने का समर्थन किया।
जब नरेश सेठी ने नगरपार्षदों पर आरोप लगाने शुरू किए तो हंगामा हो गया। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि वास्तव में हमारे चुने हुए पार्षद ही समस्या दूर होने में रोड़ा बन गए है। उन्हें अपने पदों से इस्तीफे दे देने चाहिए। इस पर वहां मौजूद नगरपार्षद टेकचंद छाबड़ा जब आरोपों का जवाब देने लगे तो दुकानदारों ने उन्हें ही घेर लिया और उनसे जवाबतलबी की। टेकचंद छाबड़ा ने सफाई दी कि पार्षद जनहित में अपना कार्य लगातार कर रहे हैं लेकिन सरकार तथा प्रशासन के अधिकारी काम नहीं होने दे रहे। यह भी कहा कि लोग सभी पार्षदों के बजाय कुछ पार्षदों पर आरोप लगा सकते हैं। उन्होंने धरने को पूरा समर्थन देने की बात कही। बाद में किसी तरह हंगामा शांत किया गया। मार्केट के पदाधिकारियों ने सभी से धरने को राजनीति का अड्डा नहीं बनाने की अपील की। इस अवसर पर पवन गोयल, राजकुमार, विनोद बांसल, मोहित बांसल, सुरेंद, कमल, सोम सेठी व अन्य दुकानदार मौजूद थे।
डबवाली। रवि मोंगा
पब्लिक की आवाज को अनसुना करने का खेल सियासतदान अक्सर खेलते हैं लेकिन जब पब्लिक की बारी आती है तो हर किसी को जवाब देना पड़ता है। लंबे अर्से से अधर में लटकी न्यू अनाज मंडी रोड़ के दुकानदार भी सोमवार को अपनी दुकानें बंद कर अनिश्चिकालीन धरने पर बैठ गए और रोड़ निर्माण न होने के जिम्मेदार लोगों से इसका जवाब मांगा। सरकार, प्रशासन व नगरपरिषद अधिकारियों के अलावा चुने हुए पार्षदों पर खूब गुस्सा फूटा। मौके पर मौजूद पूर्व नप चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा को पार्षदों के खिलाफ निकल रहा लोगों का रोष झेलना पड़ा।
नईं अनाज मंडी रोड़ के दुकानदारों ने सोमवार को दुकानें बंद रखी और कबीर चौक के नजदीक धरना शुरू कर दिया। मार्केट केे प्रधान प्यारे लाल अग्रवाल ने कहा कि नगरपरिषद में बैठे लोग मनमाने तरीके से कार्य करते हुए पब्लिक की समस्याओं को बढ़ा रहे हैं। नईं अनाज मंडी रोड़ का निर्माण कार्य बिना वजह लटका रखा है। भाजपा व कांग्रेस के नेता एक दूसरे की टांग खिचाई में इतने मशगूल हैं कि पब्लिक को हो रही परेशानी को भूल ही गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि डिजाइन कोई भी हो लेकिन सड़क का निर्माण जल्द किया जाए अन्यथा दुकानदार रोजाना दुकानें बंद रख कर धरना देंगे। आंदोलन को तेज करने की रणनीति भी बनाई जाएगी और सड़क निर्माण में अड़चन बने सभी जिम्मेदार लोगों को बेनकाब किया जाएगा। अरोड़वंश सभा के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश सचदेवा व राकेश मोंगा ने कहा कि पब्लिक को परेशान करने वाले नगरपरिषद के लोगों को शहरवासी चैन से नहीं बैठने देंगे। यदि सुनवाई नहीं हुई तो सड़क पर जाम लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर डबवाली कूड़ा संघर्ष समिति के संयोजक विजयंत शर्मा, नरेश सेठी व राजेश जैन भी पहुंचे व धरने का समर्थन किया।
जब नरेश सेठी ने नगरपार्षदों पर आरोप लगाने शुरू किए तो हंगामा हो गया। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि वास्तव में हमारे चुने हुए पार्षद ही समस्या दूर होने में रोड़ा बन गए है। उन्हें अपने पदों से इस्तीफे दे देने चाहिए। इस पर वहां मौजूद नगरपार्षद टेकचंद छाबड़ा जब आरोपों का जवाब देने लगे तो दुकानदारों ने उन्हें ही घेर लिया और उनसे जवाबतलबी की। टेकचंद छाबड़ा ने सफाई दी कि पार्षद जनहित में अपना कार्य लगातार कर रहे हैं लेकिन सरकार तथा प्रशासन के अधिकारी काम नहीं होने दे रहे। यह भी कहा कि लोग सभी पार्षदों के बजाय कुछ पार्षदों पर आरोप लगा सकते हैं। उन्होंने धरने को पूरा समर्थन देने की बात कही। बाद में किसी तरह हंगामा शांत किया गया। मार्केट के पदाधिकारियों ने सभी से धरने को राजनीति का अड्डा नहीं बनाने की अपील की। इस अवसर पर पवन गोयल, राजकुमार, विनोद बांसल, मोहित बांसल, सुरेंद, कमल, सोम सेठी व अन्य दुकानदार मौजूद थे।
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