मोटापा, ब्लड प्रेशर से भी हृदय रोग होने का खतरा बना रहता है-डा. रोहित मोदी
अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी एवं देशभक्त लाला लाजपतराय जयंती के अवसर पर श्री गौशाला के संत निवास में संस्था के अध्यक्ष प्रीतम बांसल की अध्यक्षता में 'कैंसर एवं हृदयरोग निवारण सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम लाला जी को श्रद्धंजलि अर्पित कर वरिष्ठ नागरिक कल्याण संघ के महामंत्री शशि कांत शर्मा ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला। रिटायर्ड प्रिंसिपल सुरजीत सिंह मान ने मानव जीवन में आने वाली बीमारियों से सचेत रहने के लिए अपना अनुभव व्यक्त कर लाला जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। मंच संचालन सुरेंद्र सिंगला ने किया।
मैक्स अस्पताल बठिंडा से हृदय रोग विभाग के प्रमुख डा. रोहित मोदी ने हृदय रोग को लेकर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि सभी पुरूष/ महिलाओं को समय-समय पर अपनी शारीरिक जांच करवानी चाहिए। मोटापा, ब्लड प्रेशर से भी हृदय रोग होने का खतरा बना रहता है। वहीं, उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन सैर करने के साथ-साथ खाना-पान जैसी चीजों पर ध्यान रखकर उनका सेवन करना चाहिए। अधिक ज्यादा मिर्च, मसाले, चीनी, तली हुई चीजें एवं एक बार पके हुए तेल को बार-बार इस्तेमाल करना भी नुकसानदायक है। उन्होंने हृदयरोग निवारण के लिए विस्तार से जानकारी दी। कैंसर विभाग के प्रमुख डा. राजेश वशिष्ठ ने कहा कि कैंसर अन्य बीमारियों से अलग बीमारी है। लेकिन यह छुआछूत की बीमारी नही है। यह बीमारी चेतावनी के साथ मनुष्य के शरीर में अपना स्थान बनाती है। कैंसर के बहुत से ऐसे लक्ष्ण हैं जिन्हें देखकर कैंसर की प्राथमिक जांच के उपरांत इस बीमारी से राहत प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि लोग लंबे समय तक शरीर में आने वाले बीमारी के लक्ष्णों को गंभीरता से न लेकर इसका ठीक उपचार करवाने की अपेक्षा देसी दवा एवं टोन-टोटकों के रास्ते पर चले जाते हैं। उपचार के अभाव में कैंसर जब शरीर में पूरी तरह से फैल जाता है तो उसका उपचार असंभव हो जाता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बिगडऩे के साथ-साथ बीमारी से राहत पाना बहुत मुश्किल हो जाता है और वह जीवन के अंतिम क्षणों में जाने के कारण मृत्यु की ओर चला जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि समय-समय पर अनुभवी चिकित्सक के पास जाकर अपनी स्वास्थ्य जांच करवाएं ताकि शरीर को लगने वाली किसी भी बीमारी से बचा जा सके।
सेमिनार के समापन पर संस्था के पदाधिकारियों द्वारा डा. रोहित मोदी एवं डा. राजेश वशिष्ठ को शाल पहनाकर उनका सम्मान किया गया। इस अवसर पर वेद प्रकाश भारती, चमन लाल मिढ़ा, मुरारी लाल शर्मा, सुधीर झालरिया, डा. प्रेम गोयल, लीलाधर, प्रेमनाथ खुराना, गौरीशंकर, मोहन लाल, बलदेव गर्ग भीटीवाला, अनिल गोयल, दविंद्र मित्तल, सुभाष मित्तल, रूपिंद्र गोयल, प्रो. विजय गर्ग, संदीप गंगा, भीमसेन गर्ग, इंद्रजीत गर्ग हैप्पी, कुशल गर्ग, लाला कस्तूरी लाल गुप्ता, विकास बिश्रोई, प्रेम गोयल, कमलेश गोयल, गोवर्धन दास गोयल, प. घनश्याम वेद पाठी, यश गर्ग सहित बड़ी संख्या में शहरवासी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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