हमें हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए और अच्छे काम करने चाहिए- आचार्य रमेश सचदेवा
डबवाली।
महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय में प्रिंसिपल डॉ पूनम वधवा की अध्यक्षता एवं एनएसएस प्रभारी श्रीमती मनजीत की देखरेख में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर का समापन सोमवार को हुआ। समापन कार्यक्रम में आचार्य रमेश सचदेवा मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। संबोधन में उन्होंने छात्राओं को इन्नोवेटिव आईडियाज के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की एनएसएस कैंप सर्टिफिकेट और ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ जॉब मिल सकती है। उन्होंने एनएसएस के बारे में विस्तार से जानकारी दी व कहा कि हमें हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए और अच्छे काम करने चाहिए । इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ पूनम वधवा ने कहा कि हमें हमेशा समस्या का समाधान करने का प्रयास करने चाहिए न कि समस्या को
देख कर भागना चाहिए। हमें हमारी पूरी क्षमता को पहचान कर आगे बढ़ते रहना चाहिए। जो व्यक्ति जितना अनुशासित होगा वह उतना ही सशक्त होगा। इसके उपरांत एनएसएस प्रभारी सहायक प्राध्यापक मनजीत ने शिविर के सात दिनों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि शिविर में कॉलेज की 50 छात्राओं की भागीदारी रही। गत12 फरवरी को डॉक्टर पूनम वधवा ने शिविर का शुभारंभ किया था।अलग-अलग दिनों में राजेंद्र कुमार, शशि कांत शर्मा, डा. ऊषा पूनिया, डा. मनजीत कुमार, वेद प्रकाश भारती व अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शिविर में पहुंचकर छात्राओं का मार्गदर्शन किया व इस दौरान छात्राओं ने प्रतियोगिताओं में भी भागीदारी की। समापन पर डा. पूनम वधवा ने छात्राओं द्वारा सात दिनों के दौरान किए कार्यों की प्रशंसा की व ली गई सीख को नियमित रूप से जीवन में अपनाने की सीख दी। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि आचार्य रमेश सचदेवा व प्रिंसिपल डा. पूनम वधवा ने छात्राओं में शिविर के प्रमाण पत्र वितरित किए।
महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय में प्रिंसिपल डॉ पूनम वधवा की अध्यक्षता एवं एनएसएस प्रभारी श्रीमती मनजीत की देखरेख में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर का समापन सोमवार को हुआ। समापन कार्यक्रम में आचार्य रमेश सचदेवा मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। संबोधन में उन्होंने छात्राओं को इन्नोवेटिव आईडियाज के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की एनएसएस कैंप सर्टिफिकेट और ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ जॉब मिल सकती है। उन्होंने एनएसएस के बारे में विस्तार से जानकारी दी व कहा कि हमें हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए और अच्छे काम करने चाहिए । इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ पूनम वधवा ने कहा कि हमें हमेशा समस्या का समाधान करने का प्रयास करने चाहिए न कि समस्या को
देख कर भागना चाहिए। हमें हमारी पूरी क्षमता को पहचान कर आगे बढ़ते रहना चाहिए। जो व्यक्ति जितना अनुशासित होगा वह उतना ही सशक्त होगा। इसके उपरांत एनएसएस प्रभारी सहायक प्राध्यापक मनजीत ने शिविर के सात दिनों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि शिविर में कॉलेज की 50 छात्राओं की भागीदारी रही। गत12 फरवरी को डॉक्टर पूनम वधवा ने शिविर का शुभारंभ किया था।अलग-अलग दिनों में राजेंद्र कुमार, शशि कांत शर्मा, डा. ऊषा पूनिया, डा. मनजीत कुमार, वेद प्रकाश भारती व अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शिविर में पहुंचकर छात्राओं का मार्गदर्शन किया व इस दौरान छात्राओं ने प्रतियोगिताओं में भी भागीदारी की। समापन पर डा. पूनम वधवा ने छात्राओं द्वारा सात दिनों के दौरान किए कार्यों की प्रशंसा की व ली गई सीख को नियमित रूप से जीवन में अपनाने की सीख दी। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि आचार्य रमेश सचदेवा व प्रिंसिपल डा. पूनम वधवा ने छात्राओं में शिविर के प्रमाण पत्र वितरित किए।
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