संतुलित भोजन व पोष्टिक पदार्थों का सेवन जरूरी है : डॉ. भारती बराड़
राजकीय महाविद्यालय में पोषण पखवाड़ा पर व्याख्यान आयोजित
डबवाली। उपमंडल के गांव डबवाली स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय में बृहस्पतिवार को महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. शन्नों देवी के मार्गदर्शन में उच्च शिक्षा निदेशालय के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास की ओर से पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत विस्तृत व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कृष्ण लाल गुप्ता ने की जबकि मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. भारती बराड़ ने छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने और अरोग्य जीवन जीने के लिए संतुलित भोजन व पोष्टिक पदार्थों के सेवन का जितना महत्व है, उतना ही संयम, नियम, स्वच्छता एवं व्यायाम आदि का करना आवश्यक है। पोषण पखवाड़े का प्रारंभ 8 मार्च, 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा झुंझुनू से राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत किया गया था। जिसका उद्देश्य अल्प पोषण, रक्ताल्पता, नवजात शिशु के कम वजन की समस्या में प्रतिवर्ष क्रमश: 2 प्रतिशत के अनुसार कमी लाना है। प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि 8 मार्च जो महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसलिए 8 मार्च, 2019 को पोषण पखवाड़ा अभियान की पहली वर्षगांठ के अनुसार देश भर में पोषण पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। जिसका लक्ष्य शहरी क्षेत्र में पोषाहार पर जागरूकता को बढ़ाना है। इसलिए महिला होने के नाते अपने स्वास्थ्य व खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखना स्वयं की जिम्मेवारी बनती है। इस अवसर पर डॉ. रणवीर यादव, डॉ. अर्चना ग्रोवर, डॉ. बेअंत कौर, सुनील सोनी सहित अन्य उपस्थित थे।
डबवाली। उपमंडल के गांव डबवाली स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय में बृहस्पतिवार को महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. शन्नों देवी के मार्गदर्शन में उच्च शिक्षा निदेशालय के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास की ओर से पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत विस्तृत व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कृष्ण लाल गुप्ता ने की जबकि मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. भारती बराड़ ने छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने और अरोग्य जीवन जीने के लिए संतुलित भोजन व पोष्टिक पदार्थों के सेवन का जितना महत्व है, उतना ही संयम, नियम, स्वच्छता एवं व्यायाम आदि का करना आवश्यक है। पोषण पखवाड़े का प्रारंभ 8 मार्च, 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा झुंझुनू से राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत किया गया था। जिसका उद्देश्य अल्प पोषण, रक्ताल्पता, नवजात शिशु के कम वजन की समस्या में प्रतिवर्ष क्रमश: 2 प्रतिशत के अनुसार कमी लाना है। प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि 8 मार्च जो महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसलिए 8 मार्च, 2019 को पोषण पखवाड़ा अभियान की पहली वर्षगांठ के अनुसार देश भर में पोषण पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। जिसका लक्ष्य शहरी क्षेत्र में पोषाहार पर जागरूकता को बढ़ाना है। इसलिए महिला होने के नाते अपने स्वास्थ्य व खानपान का विशेष रूप से ध्यान रखना स्वयं की जिम्मेवारी बनती है। इस अवसर पर डॉ. रणवीर यादव, डॉ. अर्चना ग्रोवर, डॉ. बेअंत कौर, सुनील सोनी सहित अन्य उपस्थित थे।
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