कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 12 प्रतिशत से कम नमी वाला अनाज बिना किसी देरी से मंडियों में से उठाने के लिए एफ.सी.आई. को कहा
डबवाली न्यूज़
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 12 प्रतिशत से कम नमी वाला सारा अनाज बिना किसी देरी से मंडियों में से उठाने के लिए भारतीय खाद्यनिगम(एफ.सी.आई.) को कहा है।
संगरूर से फरीदकोट जाते हुए रास्ते में एक मंडी के अचानक दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने 12 प्रतिशत से कम नमी वाला गेहूँ मंडियों में से उठाये जाने को यकीनी बनाने के लिए एफ.सी.आई. को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अनाज में नमी की मात्रा की खुद जांच करने के लिए अचानक इस मंडी में रुके थे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने रोजाना के आधार पर खरीद सरगर्मियों की निगरानी रखने और इसकी उनको विस्तृत रिपोर्ट भेजने के लिए डिप्टी कमिश्नर को कहा है जिससे खरीद प्रक्रिया में आगामी किसी भी समस्या या देरी को प्राथमिकता के आधार पर निपटा जा सके।
एफ.सी.आई. द्वारा गेहूँ की खरीद न करने के लिए कुछ किसानों द्वारा की गई शिकायत के जवाब में मुख्यमंत्री ने तुरंत मंडी में खरीद के इंचार्ज एफ.सी.आई. के इंस्पेक्टर को बुलाया और उसे बिना किसी और देरी से अनाज उठाने के लिए निर्देश दिए।
इससे पहले इस हफ़्ते के शुरू में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिख कर मौजूदा खरीद सीजन के दौरान गेहूँ की खरीद के मापदण्डों में ढील देने की माँग की थी क्योंकि बेमौसमी बारिश के कारण फसलों को भारी नुक्सान हुआ था।
मुख्यमंत्री ने बारिश के कारण गेहूँ की गुणवत्ता को हुए नुक्सान का मूल्यांकन करने के लिए माहिरों की एक टीम को पंजाब दौरे पर भेजने के लिए केंद्रीय खाद्य मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्रालय को निर्देश देने के लिए भी प्रधानमंत्री को कहा था जिससे इस सम्बन्ध में संशोधित उचित मापदंड तैयार किये जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कीमत में बिना किसी कटौती से खरीद मापदण्डों में उचित ढील देने के लिए प्रधानमंत्री से अपील की है। राज्य में 16 अप्रैल से 18 अप्रैल 2019 तक हुयी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण फसलों का भारी नुक्सान हुआ है जिस कारणउन्होंने खरीद मापदण्डों में ढील दिए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा था कि पकने पर आई खड़ी फ़सल को बारिश और हवाओं के कारण भारी नुक्सान हुआ और इससे गेहूँ की गुणवत्ता पर फर्क पड़ा। कई स्थानों पर पानी खड़ा होने के कारण गेहूँ का रंग भी काला पड़ गया।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 12 प्रतिशत से कम नमी वाला सारा अनाज बिना किसी देरी से मंडियों में से उठाने के लिए भारतीय खाद्यनिगम(एफ.सी.आई.) को कहा है।
संगरूर से फरीदकोट जाते हुए रास्ते में एक मंडी के अचानक दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने 12 प्रतिशत से कम नमी वाला गेहूँ मंडियों में से उठाये जाने को यकीनी बनाने के लिए एफ.सी.आई. को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अनाज में नमी की मात्रा की खुद जांच करने के लिए अचानक इस मंडी में रुके थे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने रोजाना के आधार पर खरीद सरगर्मियों की निगरानी रखने और इसकी उनको विस्तृत रिपोर्ट भेजने के लिए डिप्टी कमिश्नर को कहा है जिससे खरीद प्रक्रिया में आगामी किसी भी समस्या या देरी को प्राथमिकता के आधार पर निपटा जा सके।
एफ.सी.आई. द्वारा गेहूँ की खरीद न करने के लिए कुछ किसानों द्वारा की गई शिकायत के जवाब में मुख्यमंत्री ने तुरंत मंडी में खरीद के इंचार्ज एफ.सी.आई. के इंस्पेक्टर को बुलाया और उसे बिना किसी और देरी से अनाज उठाने के लिए निर्देश दिए।
इससे पहले इस हफ़्ते के शुरू में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिख कर मौजूदा खरीद सीजन के दौरान गेहूँ की खरीद के मापदण्डों में ढील देने की माँग की थी क्योंकि बेमौसमी बारिश के कारण फसलों को भारी नुक्सान हुआ था।
मुख्यमंत्री ने बारिश के कारण गेहूँ की गुणवत्ता को हुए नुक्सान का मूल्यांकन करने के लिए माहिरों की एक टीम को पंजाब दौरे पर भेजने के लिए केंद्रीय खाद्य मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्रालय को निर्देश देने के लिए भी प्रधानमंत्री को कहा था जिससे इस सम्बन्ध में संशोधित उचित मापदंड तैयार किये जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कीमत में बिना किसी कटौती से खरीद मापदण्डों में उचित ढील देने के लिए प्रधानमंत्री से अपील की है। राज्य में 16 अप्रैल से 18 अप्रैल 2019 तक हुयी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण फसलों का भारी नुक्सान हुआ है जिस कारणउन्होंने खरीद मापदण्डों में ढील दिए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा था कि पकने पर आई खड़ी फ़सल को बारिश और हवाओं के कारण भारी नुक्सान हुआ और इससे गेहूँ की गुणवत्ता पर फर्क पड़ा। कई स्थानों पर पानी खड़ा होने के कारण गेहूँ का रंग भी काला पड़ गया।
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