कभी खुशी कभी गम :- एक डोली के बाद उठी पांच अर्थियां

डबवाली/सिरसा, जेएनएन। जिस घर में हर कोई खुशियां मना रहा था, उसी घर में मातम पसरा है। बहू रूपी लक्ष्‍मी की बाट जोहने के लिए घर में सास और भतीजी के अलावा कोई नहीं बचा। सिरसा हाईवे पर रविवार देर रात्रि-अल सुबह गांव साहुवाला-पन्नीवालामोटा के मध्य सड़क हादसे में नवविवाहित जोड़े समेत पांच लोगों की मौत हो गई। जिसने भी यह बात सुनी सन्‍न रह गया। टक्‍कर इतनी तेज थी गाड़ी चकनाचूर हो गई और सड़क पर लाशें बिखर गईं।
मृतकों की पहचान डबवाली के वार्ड नम्बर 10 स्थित गली श्री कृष्ण प्रणामी आश्रम वाली निवासी विकास बांसल उर्फ विक्की, उसकी पत्नी शीनू, बेटी 11 वर्षीय भव्य, भाई घनश्याम बंसल, उसकी पत्नी शिल्पा के रूप में हुई है। परिवार फतेहाबाद से स्विफ्ट डिजायर में वापिस लौट रहा था। गांव साहुवाला-पन्नीवाला मोटा के मध्य डबवाली की ओर जा रहे ट्रॉला में कार ने पीछे से टक्कर मार दी। कार को विक्की चला रहा था। हादसे में मारे गए दोनों भाई डबवाली अनाज मंडी के बी-ब्लॉक में आढ़ती फर्म जगन्नाथ एन्ड कंपनी चलाते थे।
मातम में बदल गई खुशियां
27 जून को घन्यश्याम और शिल्पा सात जन्मों के बंधन में बंधे थे। डबवाली के सुरैया मैरिज पैलेस में शादी का कार्यक्रम हुआ था। शादी के बाद शिल्पा रविवार को फेरा डालने के लिए फतेहाबाद गई थी। परिवार डबवाली से रवाना हुआ था। वापिस लौटते वक्त हादसे ने खुशियां मातम में बदल दी।
राह देख रही थी बूढ़ी आंखें
आढ़ती भाइयों के पिता कृष्ण चंद की जुलाई 2018 में मृत्यु हो गई थी। पांच लोगों के मारे जाने के बाद अब घर पर मां शारदा और विक्की की 9 वर्षीय बेटी भावना उर्फ भुवी बची हैं। विक्की और घन्यश्याम कि चार बहनें हैं। जोकि कालांवाली, हनुमानगढ़, रावतसर और डबवाली में विवाहित हैं। अब घर में चार बहने उनकी मां और एक भानजी ही बची है।

Credit jagran network

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