कुर्सी का लालच - कांग्रेसी नेताओं ने इनेलो व भाजपा के साथ मिलकर गिरा दी कांग्रेस की सरकार

नगर परिषद का आठ वर्ष पूर्व का इतिहास फिर दोहराया गया, बागी पार्षदों ने फिर गिराई शहर की छोटी सरकार
-प्रधान, उप-प्रधान के विरोध में 15 पार्षदों ने डाला मत, मात्र दो वोट ही आए पक्ष में
डबवाली न्यूज़ ।करीब आठ वर्ष पूर्व शहर की नगर परिषद की छोटी सरकार को कांग्रेस के बागी पार्षदों ने गिराया था। वही इतिहास को वीरवार को फिर दोहराया गसया और असंतुष्ट कांग्रेसी पार्षदों ने इनेलो व भाजपा पार्षदों के साथ मिलकर प्रधान व उप-प्रधान के खिलाफ अविश्वास पारित कर दिया। वीरवार को इस संबंध में नगर परिषद कार्यालय में एक बैठक बुलाई गई थी और बैठक में नप प्रधान व उप-प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारितकरना था।
जिसके लिए एसडीएम डबवाली औम प्रकाश देवराला को अध्यक्षता करने के लिए नियुक्त किया गया था लेकिन उनका स्थानांत्रण होने के बाद उनके स्थान पर उपायुक्त ने ऐलनाबाद के एसडीएम अमित कुमार को बैठक की अध्यक्षता करने के लिए नियुक्त किया। बैठक में सभी 21 पार्षदों में से प्रधान सुमन जोइया, उप-प्रधान कृष्ण बॉबी, वार्ड एक की पार्षद रूपिंद्र कौर व वार्ड दो की पार्षद श्रीमती उपम को छोडक़र कांग्रेस, इनेलो व भाजपा के 17 पार्षद मौके पर मौजूद रहे। इसके अलावा सरकार द्वारा मनौनीत पार्षद राम किशन मैहता भी मौजूद थे, लेकिन उन्हें वोट डालने का अधिकार नहीं था। बैठक शुरू होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया और प्रधान, उप-प्रधान को उनके पद से हटाने के लिए वोटिंग की गई। जिसमें 15 अंसतुष्ट पार्षद जिनमें इनेलो, भाजपा व कांग्रेस के थे। उन्होंने उनके खिलाफ मत डाले जबकि कांग्रेस समर्थित दो पार्षदों ने ही मात्र प्रधान व उप-प्रधान का समर्थन करते हुए उनके पक्ष में वोटिंग की।
प्रधान, उप-प्रधान के विरोध में वोटिंग करने वाले पार्षदों में रमेश बागड़ी, युद्धवीर रंगीला, मधु बागड़ी, अंजू बाला व रविंद्र बबलु, पवन बांसल, इनेलो के पूर्व नपा अध्यक्ष टेक चंद छाबड़ा, प्रवीण सोनी, रेखा शर्मा, विकास छाबड़ा, आत्मा सिंह, पूजा बागड़ी, मनजीत सिंह, भाजपा के श्याम लाल कुक्कड़ व बलजीत सिंह शामिलथे जबकि उनके पक्ष में विनोद बांसल व रविंद्र बिदुं ने वोट दिया। जिसके बाद प्रधान व उप-प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्तावित हो गया और उन्हें अपने पद से मुक्त कर दिया। जिसके बाद अब 45 दिनों के भीतर नए प्रधान व उप-प्रधान का चुनाव करवाया जाएगा तब तक एसडीएम डबवाली को नगर परिषद कर प्रशासक नियुक्त किया गया है।
इस संबंध में नपा के पूर्व प्रधान टेक चंद छाबड़ा ने कहा कि प्रधान व उप-प्रधान गैर जिम्मेदाराना तरीके से कार्य कर रहे थे। किसी पार्षद की कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। जिसके चलते पार्षदों ने असंतोष जताया था। उन्होंने कहा कि वह जनता द्वारा चुने गए नुमाईंदे हैं। उन्हें भी शहर के विकास कार्यों के लिए जनता को जवाब देना पड़ता है। शहर का कोई विकास कार्य न होने के चलते सभी पार्षदों ने एकजुट होकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इस मौके पर डीएसपी किशोरी लाल, नायब तहसीलदार सुरेंद्र मेहता, शहर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार, गोल चौकी प्रभारी सुमित कुमार, भाजपा के वरिष्ठ नेता देव कुमार शर्मा, महामंत्री विजय वधवा, अभिमन्यु कोछड़, गौरव मोंगा सहित अन्य मौजूद थे। बैठक को देखते हुए नगर परिषद कार्यालय में भारी पुलिस बल भी तैनात था।


1 comment:

RG said...

Es news ka heading apmamjank hai. Kursi ka lalch ka kya mtlb????

IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

क्या डबवाली में BJP की इस गलती को नजर अंदाज किया जा सकता है,आखिर प्रशासन ने क्यों नहीं की कार्रवाई