गुरु जंभेश्वर भगवान के समाधि स्थल मुक्ति धाम मुकाम में फाल्गुन मेला आगामी 23 फरवरी को,मेले के दौरान ही हॉफ मैराथन का आयोजन

डबवाली न्यूज़
बिश्रोई धर्म प्रवर्तक गुरु जंभेश्वर भगवान के समाधि स्थल मुक्ति धाम मुकाम में बिश्रोई समाज का महाकुंभ कहे जाने वाला फाल्गुन मेला आगामी 23 फरवरी को भरेगा। इस दौरान 22 फरवरी की रात्रि को जागरण व 23 फरवरी की सुबह सूर्योदय पर विशाल हवन होगा।
यह जानकारी देते हुए बिश्रोई सभा सचिव इंद्रजीत बिश्रोई ने बताया कि 22 फरवरी शनिवार शाम 07 बजकर 02 मिनट पर अमावस्या लगेगी व 23 फरवरी रविवार रात्रि 09 बजकर 01 मिनट पर उतरेगी। उन्होंने बताया कि मुकाम धाम में फाल्गुन माह की अमावस्या पर लगने वाला मेला बिश्रोई समाज का सबसे बड़ा मेला है। 22 फरवरी को मुकाम मेले के दौरान ही हॉफ मैराथन का आयोजन अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा द्वारा किया जाएगा। इसमें 21 किलोमीटर 6 किलोमीटर ड्रीम रन होगी और इस अभूतपूर्व एवम ऐतिहासिक दौड़ में शामिल होने के इच्छुक समाज के लोग बिश्रोई महासभा की वेबसाइट पर रजिस्ट्रशन कर सकते हैं। इसके अलावा मुकाम धाम में आचार्य डा. गोवर्धन राम, शिक्षा शास्त्री, गोल्ड मेडलिस्ट हरिद्वार द्वारा जांभाणी हरिकथा की जाएगी। 23 फरवरी को खुला अधिवेशन होगा जिसमें महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्रोई सहित समाज के विधायक व अन्य गणमान्य लोग भी पहुंचेंगे। मेले में करीब 5 लाख श्रद्धालु माथा टेकेंगे।
अखिल भारतीय गुरु जंभेश्वर सेवक दल के सदस्य पूरे भारत वर्ष से आकर मेले से पूर्व ही मेले की व्यवस्था संभाल लेंगे ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न आए। सेवकों द्वारा मेले में अटूट लंगर भी लगातार बरताए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मेले में घरेलू सामान की स्टालों के अलावा ऊंटों का भी मेला लगेगा।

उन्होंने लोगों से अमावस्या के समयानुसार व्रत धारण करने व मेले में भाग लेने की अपील की। साथ ही गुरु जंभेश्वर जी के बताए नियम के अनुसार पर्यावरण संरक्षण के लिए पॉलिथीन का उपयोग न करें एवं मेले में अपने साथ कपड़े का थैला जरुर जेकर जाएं। मेले में स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि डबवाली की बिश्रोई धर्मशाला में 23 फरवरी की सुबह सोमराज पुजारी द्वारा हवन यज्ञ किया जाएगा।

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