health
[health][bsummary]
sports
[sports][bigposts]
entertainment
[entertainment][twocolumns]
Comments
तनाव मुक्ति के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक : बीके भगवान
डबवाली न्यूज़
19वीं सदी तर्क की थी, 20वीं सदी प्रगति की रही और 21वीं सदी तनावपूर्ण होगी। ऐसी तनावपूर्ण परिस्थितियों से उभरने और तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक सोच की आवश्यकता है। उक्त शब्द वीरवार को स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र में आयोजित संगोष्ठी में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए बीके भगवान ने कहे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रत्येक मनुष्य तनावपूर्ण परिस्थितियों में है और उसे स्वयं को तनाव से मुक्त रखने हेतु राजयोग द्वारा ही हम अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजयोग के अभ्यास से मन के सच्चे सुख की अनुभूति कर सकते हैं और मन को सही दिशा देकर मन में चलने वाले नकारात्मक विचारों पर काबू पाकर तनाव मुक्त बन सकते हैं। उन्होंने राजयोग की विधि बताते हुए कहा कि स्वयं को आत्म निश्चय कर चांद, सूर्य व तारों के पार रहने वाले पिता परमात्मा को सच्चे मन से याद करना, उनके गुणों का गुणगान करना ही राजयोग है। मन, बुद्धि से परमात्मा का स्मरण करने से स्वयं के गुणों में वृद्धि होती है। जीवन व व्यवहार में निखार आने लगता है। उन्होंने कहा कि जहां नकारात्मक सोच से मानसिक तनाव बढ़ता है, वहीं सकारात्मक सोच एवं आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा ही हम जीवन की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। जहां तनाव है वहां समस्याएं बढ़ जाती हैं, जितनी भी बीमारियां हैं उसका कारण भी नकारात्मक सोच ही है। नकारात्मक सोच से तनाव उत्पन्न होता है तथा तनाव से शरीर में मानसिक बीमारियां बढ़ती हैं। उन्होंने कहा तनाव के कारण आपसी मतभेद व टकराव बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि तनाव व मानसिक अशांति के चलते व्यक्ति क्षणिक सुख के लिए दुव्र्यसनों व नशे का शिकार होकर दलदल में फंस जाता है। नकारात्मक विचारों से आपसी भाईचारे में कड़वाहट व कार्यालय का वातावरण भी बिगड़ जाता है। उन्होंने गीता के प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जीवन की हर एक घटना में कुछ ना कुछ कल्याण समाया हुआ है, फिर तनाव में आने की आवश्यकता ही क्या है? जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो होगा वह अच्छा ही होगा, जो हो रहा है वह अच्छा ही हो रहा है और भविष्य में जो होगा है वह भी अच्छा ही होगा। बीके कमलेश ने भी संबोधित किया। इसके बाद बीके कृष्ण अरोड़ा, बीके प्रदीप सुखीजा व बीके प्रेम खुराना ने ने भी अपने अनुभव सांझा किए। कार्यक्रम के अंत में मेडिटेशन भी करवाया गया।
19वीं सदी तर्क की थी, 20वीं सदी प्रगति की रही और 21वीं सदी तनावपूर्ण होगी। ऐसी तनावपूर्ण परिस्थितियों से उभरने और तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक सोच की आवश्यकता है। उक्त शब्द वीरवार को स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र में आयोजित संगोष्ठी में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए बीके भगवान ने कहे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रत्येक मनुष्य तनावपूर्ण परिस्थितियों में है और उसे स्वयं को तनाव से मुक्त रखने हेतु राजयोग द्वारा ही हम अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजयोग के अभ्यास से मन के सच्चे सुख की अनुभूति कर सकते हैं और मन को सही दिशा देकर मन में चलने वाले नकारात्मक विचारों पर काबू पाकर तनाव मुक्त बन सकते हैं। उन्होंने राजयोग की विधि बताते हुए कहा कि स्वयं को आत्म निश्चय कर चांद, सूर्य व तारों के पार रहने वाले पिता परमात्मा को सच्चे मन से याद करना, उनके गुणों का गुणगान करना ही राजयोग है। मन, बुद्धि से परमात्मा का स्मरण करने से स्वयं के गुणों में वृद्धि होती है। जीवन व व्यवहार में निखार आने लगता है। उन्होंने कहा कि जहां नकारात्मक सोच से मानसिक तनाव बढ़ता है, वहीं सकारात्मक सोच एवं आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा ही हम जीवन की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। जहां तनाव है वहां समस्याएं बढ़ जाती हैं, जितनी भी बीमारियां हैं उसका कारण भी नकारात्मक सोच ही है। नकारात्मक सोच से तनाव उत्पन्न होता है तथा तनाव से शरीर में मानसिक बीमारियां बढ़ती हैं। उन्होंने कहा तनाव के कारण आपसी मतभेद व टकराव बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि तनाव व मानसिक अशांति के चलते व्यक्ति क्षणिक सुख के लिए दुव्र्यसनों व नशे का शिकार होकर दलदल में फंस जाता है। नकारात्मक विचारों से आपसी भाईचारे में कड़वाहट व कार्यालय का वातावरण भी बिगड़ जाता है। उन्होंने गीता के प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जीवन की हर एक घटना में कुछ ना कुछ कल्याण समाया हुआ है, फिर तनाव में आने की आवश्यकता ही क्या है? जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो होगा वह अच्छा ही होगा, जो हो रहा है वह अच्छा ही हो रहा है और भविष्य में जो होगा है वह भी अच्छा ही होगा। बीके कमलेश ने भी संबोधित किया। इसके बाद बीके कृष्ण अरोड़ा, बीके प्रदीप सुखीजा व बीके प्रेम खुराना ने ने भी अपने अनुभव सांझा किए। कार्यक्रम के अंत में मेडिटेशन भी करवाया गया।
Related Posts
तनाव मुक्ति के लिए सकारात्मक सोच आवश्यक : बीके भगवान
Reviewed by DabwaliNews
on
7:39:00 AM
Rating: 5
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE
क्या डबवाली में BJP की इस गलती को नजर अंदाज किया जा सकता है,आखिर प्रशासन ने क्यों नहीं की कार्रवाई
fv
Translate
Subscribe Us
social links
[socialcounter]
[facebook][https://www.facebook.com/dabwalinews/][4.2k]
[twitter][https://twitter.com/dabwalinews][1.2k]
[youtube][https://www.youtube.com/c/dabwalinews][23k]
[linkedin][#][230]
Wikipedia
Search results
sponsored
Gurasees Homeopathic Clinic
Popular Posts
-
BREAKING NEWS #dabwalinews.com हरियाणा के डबवाली में एक मसाज सेंटर पर पुलिस छापे का सनसनीखेज खुलासा हुआ है.पुलिस ने देर रात म...
-
दुल्हन के तेवर देख दुल्हे वालों ने बुलाई पुलिस चंडीगढ़ में रहने वाली लडक़ी की डबवाली के युवक से हुआ था विवाह #dabwalinews.com Exclusiv...
-
कुमार मुकेश, भारत में छिपकलियों की कोई भी प्रजाति जहरीली नहीं है, लेकिन उनकी त्वचा में जहर जरूर होता है। यही कारण है कि छिपकलियों के काटन...
-
DabwaliNews.com दोस्तों जैसे सभी को पता है के कैसे डबवाली उपमंडल के कुछ ग्रामीण इलाकों में बल काटने वाले गिरोह की दहशत से लोगो में अ...
-
#dabwalinews.com पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल पर बुधवार को एक युवक द्वारा उनके ही विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान जू...
-
dabwalinews.com डबवाली। डबवाली में गांव जंडवाला बिश्नोई के नजदीक एक ढाणी में पंजाब व हरियाणा पुलिस की 3 गैंगस्टर के बीच मुठभेड़ हो गई। इस...
-
BREAKING NEWS लॉकडाउन 4. 0 डबवाली में कोरोना ने दी दस्तक डबवाली के प्रेम नगर व रवि दास नगर में पंजाब से अपने रिश्तेदार के घर मिलने आई म...
No comments:
Post a Comment