पेरेंट्स ओरियंटेशन प्रोग्राम के तहत अभिभावकों को दी विस्तृत जानकारी
डबवाली न्यूज़
शनिवार को डबवाली उपमंडल के गांव अलीकां में स्थित नेहरू मेमोरियल कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल में एक नई उम्मीद ट्रस्ट संस्था की ओर से पेरेंट्स ओरियंटेशन प्रोग्राम के अंतर्गत सकारात्मक अभिभावक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर मनोचिकितसक लवनीश मित्तल ने शिरकत की। उनके स्कूल प्रांगण में पहुंचने पर प्रिंसिपल सोना शर्मा, वाईस प्रिंसिपल किरण सिंगला व निदेशक विजयंत शर्मा ने उनका स्वागत किया। उपस्थिति को संबोधित करते हुए मित्तल ने कहा कि आज का समय और समस्याएं बीते समय से ज्यादा चुनौतीपूर्ण हैं, लेकिन माता-पिता अपने बच्चों की भौतिक आवश्यकताओं को पूरा करने की दौड़ में व्यस्त हैं। बच्चों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत कर रहे हैं, लेकिन भौतिक सुविधाओं की इस दौड़ में अभिभावक इतना व्यस्त हो गए हैं कि वो भूल रहे हैं कि बच्चों को जीवन में आने वाली चुनौतियों से लडऩे के लिए भी तैयार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी चिंता का विषय है कि जीवन की चुनौतियां तो बढ़ रही है लेकिन उन चुनौतियों का सामना करने की क्षमता बच्चों में धीरे-धीरे कम होती जा रही है। इसलिए माता-पिता भौतिक आवश्यकताओं के साथ-साथ बच्चों को मानसिक तौर पर भी मजबूत करने पर ध्यान दें।
उन्होंने टिप्स देते हुए कहा कि बच्चों का दिमाग देख कर सीखता है इसलिए आप बच्चे को जैसा बनाना चाहते हैं वैसा बच्चों को अपने व्यवहार से करके दिखाना शुरू कर दें। बच्चों को समझाने के लिए किसी और से तुलना ना करें। तुलना करने से बच्चों में ईष्र्या का भाव उत्पन्न होता है और आत्मविश्वास भी कम होता है। उनकी तुलना किसी और बच्चे के साथ ना करें बल्कि अपने बच्चे की प्रतिभा को पहचानें। जो माता-पिता बच्चों को समझाने के लिए डांट या पिटाई का रास्ता चुनते हैं, उन्होंने उनसे पूछा कि आज आपका बच्चा छोटा है तो वह डांट या पिटाई के डर से आपकी बात मान रहा है लेकिन जब आपका बच्चा बड़ा हो जाएगा और उसे पिटाई का डर नहीं रहेगा तो आप उसे कैसे समझाएंगे? हम डांट कर या मार कर उनको नहीं सुधार सकते। बच्चों को समझाने कि बजाए हमें बच्चों के मन को समझना होगा। तभी बच्चे प्यार से बात मानेंगे। इसके अलावा अभिभावकों को बहुत सी आवश्यक बातों के लिए जागरूक किया।
अभिभावकों ने मनोचिकित्सक लवनीश मित्तल के साथ अपनी समस्याओं को सांझा किया और इस मुहिम से जुडऩे की इच्छा जताई। उन्होंने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि शहर में जल्द ही ऐसे ओर कार्यक्रम किए जाएंगे। इसके बाद एक नई उम्मीद के संस्थापक विजय शर्मा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हमने एक नई मुहिम शुरू की है। जिसमें बच्चों से जुड़ी समस्याओं का हम निवारण करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसमें आप और हम मिलकर बच्चों में जीवन और शिक्षा के प्रति आ रही नीरसता को खत्म करने का प्रयास करना चाहिए ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो और उन के व्यक्तित्व में निखार आए। प्रिंसिपल सोना शर्मा ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा हमारा मकसद है कि हम बच्चों को किताबी शिक्षा के साथ-साथ जीवन के लिए प्रैक्टिकल ज्ञान भी दें। वह सभी का आदर सम्मान करें संस्कार सीखें और अपनी शिक्षा के प्रति और व्यक्तित्व के प्रति हमेशा सजग रहें। मंच संचालन ममता आर्य ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी अभिभावकों से फीडबैक भी लिया गया। कार्यक्रम की सफलता के लिए टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ का सहयोग सराहनीय रहा।
शनिवार को डबवाली उपमंडल के गांव अलीकां में स्थित नेहरू मेमोरियल कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल में एक नई उम्मीद ट्रस्ट संस्था की ओर से पेरेंट्स ओरियंटेशन प्रोग्राम के अंतर्गत सकारात्मक अभिभावक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर मनोचिकितसक लवनीश मित्तल ने शिरकत की। उनके स्कूल प्रांगण में पहुंचने पर प्रिंसिपल सोना शर्मा, वाईस प्रिंसिपल किरण सिंगला व निदेशक विजयंत शर्मा ने उनका स्वागत किया। उपस्थिति को संबोधित करते हुए मित्तल ने कहा कि आज का समय और समस्याएं बीते समय से ज्यादा चुनौतीपूर्ण हैं, लेकिन माता-पिता अपने बच्चों की भौतिक आवश्यकताओं को पूरा करने की दौड़ में व्यस्त हैं। बच्चों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत कर रहे हैं, लेकिन भौतिक सुविधाओं की इस दौड़ में अभिभावक इतना व्यस्त हो गए हैं कि वो भूल रहे हैं कि बच्चों को जीवन में आने वाली चुनौतियों से लडऩे के लिए भी तैयार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी चिंता का विषय है कि जीवन की चुनौतियां तो बढ़ रही है लेकिन उन चुनौतियों का सामना करने की क्षमता बच्चों में धीरे-धीरे कम होती जा रही है। इसलिए माता-पिता भौतिक आवश्यकताओं के साथ-साथ बच्चों को मानसिक तौर पर भी मजबूत करने पर ध्यान दें।
अभिभावकों ने मनोचिकित्सक लवनीश मित्तल के साथ अपनी समस्याओं को सांझा किया और इस मुहिम से जुडऩे की इच्छा जताई। उन्होंने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि शहर में जल्द ही ऐसे ओर कार्यक्रम किए जाएंगे। इसके बाद एक नई उम्मीद के संस्थापक विजय शर्मा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हमने एक नई मुहिम शुरू की है। जिसमें बच्चों से जुड़ी समस्याओं का हम निवारण करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसमें आप और हम मिलकर बच्चों में जीवन और शिक्षा के प्रति आ रही नीरसता को खत्म करने का प्रयास करना चाहिए ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो और उन के व्यक्तित्व में निखार आए। प्रिंसिपल सोना शर्मा ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा हमारा मकसद है कि हम बच्चों को किताबी शिक्षा के साथ-साथ जीवन के लिए प्रैक्टिकल ज्ञान भी दें। वह सभी का आदर सम्मान करें संस्कार सीखें और अपनी शिक्षा के प्रति और व्यक्तित्व के प्रति हमेशा सजग रहें। मंच संचालन ममता आर्य ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी अभिभावकों से फीडबैक भी लिया गया। कार्यक्रम की सफलता के लिए टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ का सहयोग सराहनीय रहा।
No comments:
Post a Comment