स्कूल बंद करने की जगह सरकार अध्यापकों की नियुक्ति करे- अमित सिहाग
जवानी और किसानी बचाना ही मेरा लक्ष्य- अमित सिहाग
ज्यादा समय नहीं चलेगी हरियाणा सरकार- डॉ के वी सिंह
डबवाली न्यूज़
हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने अपने ग्रामीण धन्यवादी दौरे के अंतिम चरण में मंगलवार को गांव डबवाली, सावंतखेड़ा, निलियांवाली, पन्नीवाला रुलदू, मिठड़ी, पाना, टप्पी, पिपली व जगमालवाली में जा कर विधानसभा चुनावों में मिली जीत के लिए ग्रामीणों एवम् कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि मुझे 28 साल के लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जो जीत आपने दिलवाई है यह जीत आप सब की जीत है। जिस उम्मीद से आपने मुझे विधानसभा में भेजा है मैं उस उम्मीद पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। इस दौरान विधायक ने गांव दीवानखेड़ा के खिलाड़ियों को खेल सामग्री भी भेंट की। अपने संबोधन में विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार एक तरफ तो शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 6 साल से 14 साल के सभी जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने की बात करती है वहीं उसके विपरीत सरकारी पाठशालाओं को बंद करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 3 वर्षों में सरकार ने 2502 सरकारी पाठशालाओं के बंद कर दिया है और 1026 और प्राथमिक पाठशालाओं को बंद करने जा रही है। अगर ऐसे ही सरकार पाठशालाओं को बन्द करती रही तो कैसे बच्चों को शिक्षा दी जा सकेगी। विधायक ने सरकार के बेटी पढ़ाओ के नारे पर बोलते हुए कहा कि सरकार बेटियों को पढ़ाने की बात करती है अगर ऐसे ही स्कूल बंद करती रही तो कैसे बेटियां पढ़ पाएंगी। विधायक ने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक 30 प्रतिशत जरूरतमंद बेटियां जिनकी आयु 14 साल से कम है वो अभी तक स्कूल नहीं गई है और 40 प्रतिशत जरूरतमंद बेटियां जिनकी आयु 15 से 18 साल है वो वर्तमान में पाठशाला में नहीं जा पा रही हैं। महिलाओं की शिक्षा दर मात्र 31 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि जहां सरकार को उनकी पढाई के लिए उचित कदम उठाने चाहिए ताकि वो शिक्षा ग्रहण कर सकें उल्टा सरकार पाठशालाओं को बंद करने का काम कर रही है। ऐसे कैसे हम बेटियों को पढ़ा सकेंगे। उन्होंने कहा कि या तो ये सरकार बेटी पढ़ाओ का नारा देना बंद करे या पाठशालाओं को बंद करने की जगह वहां शिक्षा के उचित प्रबंध करे और योग्य अध्यापकों को नियुक्त करे ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शिक्षा दी जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार को अध्यापकों के जो हजारों की संख्या में पद रिक्त पड़े हैं उन्हें भरने का काम करना चाहिए ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो। अगर सरकार तुरंत नियमित भर्ती नहीं कर सकती तो जो हमारे युवा सक्षम योजना के तहत काम कर रहे हैं उनको लगाया जाए ताकि उनको रोजगार मिल सके और शिक्षा में सुधार हो सके।
विधायक ने कहा कि उन्होंने जो नारा चुनावों में जवानी बचाओ किसानी बचाओ का दिया था उसको सार्थक करने के लिए वो गंभीर है और उनका ध्यान पूरी तरह से इसी पर केन्द्रित है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भी वो जवानी और किसानी पर चर्चा करेंगे चाहे जवानी को नशे से बचाने के लिए हल्के में नशामुक्ति केंद्र खुलवाने की बात हो या रोजगार की तो वहीं किसानों की जो दुर्दशा है खास कर जो केंद्रीय बजट में किसानों को नजरंदाज किया गया है आदि मुद्दों पर सरकार को विधानसभा में घेरने का काम करेंगे।
वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा के वी सिंह ने कहा कि बीजेपी से अब लोगों का मोह भंग हो गया है जिसका उदाहरण दिल्ली के चुनाव परिणाम है जिस में बीजेपी को एकतरफा हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि आमजन अब जाति धर्म की राजनीति करने वाली सरकार की जगह काम करने वाली सरकार चाहते हैं लोगों ने बीजेपी के विकल्प के रूप में दिल्ली में वोट दिए हैं ताकि धर्म और छद्दम राष्ट्रवाद की राजनीति करने वाली सरकार को सत्ता से दूर किया जाए। उन्होंने मौजूदा हरियाणा की गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जजपा और भाजपा ने सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए गठबंधन किया है इन्हे आमजन से कोई सरोकार नहीं है। दोनों पार्टियों में विरोधाभास की स्थिति है ऐसे में ये सरकार ज्यादा समय चल नहीं पाएगी। इस अवसर पर भारी संख्या में ग्रामीण व कार्यकर्ता मौजूद थे।
हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने अपने ग्रामीण धन्यवादी दौरे के अंतिम चरण में मंगलवार को गांव डबवाली, सावंतखेड़ा, निलियांवाली, पन्नीवाला रुलदू, मिठड़ी, पाना, टप्पी, पिपली व जगमालवाली में जा कर विधानसभा चुनावों में मिली जीत के लिए ग्रामीणों एवम् कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि मुझे 28 साल के लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जो जीत आपने दिलवाई है यह जीत आप सब की जीत है। जिस उम्मीद से आपने मुझे विधानसभा में भेजा है मैं उस उम्मीद पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। इस दौरान विधायक ने गांव दीवानखेड़ा के खिलाड़ियों को खेल सामग्री भी भेंट की। अपने संबोधन में विधायक ने कहा कि वर्तमान सरकार एक तरफ तो शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 6 साल से 14 साल के सभी जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने की बात करती है वहीं उसके विपरीत सरकारी पाठशालाओं को बंद करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 3 वर्षों में सरकार ने 2502 सरकारी पाठशालाओं के बंद कर दिया है और 1026 और प्राथमिक पाठशालाओं को बंद करने जा रही है। अगर ऐसे ही सरकार पाठशालाओं को बन्द करती रही तो कैसे बच्चों को शिक्षा दी जा सकेगी। विधायक ने सरकार के बेटी पढ़ाओ के नारे पर बोलते हुए कहा कि सरकार बेटियों को पढ़ाने की बात करती है अगर ऐसे ही स्कूल बंद करती रही तो कैसे बेटियां पढ़ पाएंगी। विधायक ने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक 30 प्रतिशत जरूरतमंद बेटियां जिनकी आयु 14 साल से कम है वो अभी तक स्कूल नहीं गई है और 40 प्रतिशत जरूरतमंद बेटियां जिनकी आयु 15 से 18 साल है वो वर्तमान में पाठशाला में नहीं जा पा रही हैं। महिलाओं की शिक्षा दर मात्र 31 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि जहां सरकार को उनकी पढाई के लिए उचित कदम उठाने चाहिए ताकि वो शिक्षा ग्रहण कर सकें उल्टा सरकार पाठशालाओं को बंद करने का काम कर रही है। ऐसे कैसे हम बेटियों को पढ़ा सकेंगे। उन्होंने कहा कि या तो ये सरकार बेटी पढ़ाओ का नारा देना बंद करे या पाठशालाओं को बंद करने की जगह वहां शिक्षा के उचित प्रबंध करे और योग्य अध्यापकों को नियुक्त करे ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शिक्षा दी जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार को अध्यापकों के जो हजारों की संख्या में पद रिक्त पड़े हैं उन्हें भरने का काम करना चाहिए ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो। अगर सरकार तुरंत नियमित भर्ती नहीं कर सकती तो जो हमारे युवा सक्षम योजना के तहत काम कर रहे हैं उनको लगाया जाए ताकि उनको रोजगार मिल सके और शिक्षा में सुधार हो सके।
विधायक ने कहा कि उन्होंने जो नारा चुनावों में जवानी बचाओ किसानी बचाओ का दिया था उसको सार्थक करने के लिए वो गंभीर है और उनका ध्यान पूरी तरह से इसी पर केन्द्रित है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में भी वो जवानी और किसानी पर चर्चा करेंगे चाहे जवानी को नशे से बचाने के लिए हल्के में नशामुक्ति केंद्र खुलवाने की बात हो या रोजगार की तो वहीं किसानों की जो दुर्दशा है खास कर जो केंद्रीय बजट में किसानों को नजरंदाज किया गया है आदि मुद्दों पर सरकार को विधानसभा में घेरने का काम करेंगे।
वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा के वी सिंह ने कहा कि बीजेपी से अब लोगों का मोह भंग हो गया है जिसका उदाहरण दिल्ली के चुनाव परिणाम है जिस में बीजेपी को एकतरफा हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि आमजन अब जाति धर्म की राजनीति करने वाली सरकार की जगह काम करने वाली सरकार चाहते हैं लोगों ने बीजेपी के विकल्प के रूप में दिल्ली में वोट दिए हैं ताकि धर्म और छद्दम राष्ट्रवाद की राजनीति करने वाली सरकार को सत्ता से दूर किया जाए। उन्होंने मौजूदा हरियाणा की गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जजपा और भाजपा ने सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए गठबंधन किया है इन्हे आमजन से कोई सरोकार नहीं है। दोनों पार्टियों में विरोधाभास की स्थिति है ऐसे में ये सरकार ज्यादा समय चल नहीं पाएगी। इस अवसर पर भारी संख्या में ग्रामीण व कार्यकर्ता मौजूद थे।
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