छात्र संख्या का अनुपात 1:30 कर देने से बहुत अधिक संख्या में जेबीटी शिक्षकों की पोस्टें होंगी सरप्लस


डबवाली न्यूज़ डेस्क
शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा जेबीटी, c&v व मास्टर केडर (टीजीटी) अध्यापकों की रेशनलाइजेशन प्रक्रिया के लिए आदेश जारी किए गए हैं जोकि स्कूली शिक्षा व विद्यार्थियों के हितों में बिल्कुल भी नहीं हैं ।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ब्लॉक डबवाली के प्रधान कृष्ण कायत ने बताया कि विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश अनुसार जेबीटी शिक्षकों की रेशनेलाइजेशन के लिए शिक्षक छात्र अनुपात 1:30 रखा गया है जबकि 2017 व 2018 में जेबीटी शिक्षकों की भर्ती 25 विद्यार्थी प्रति अध्यापक के आधार पर की गई थी । इस प्रकार अब छात्र संख्या का अनुपात 1:30 कर देने से बहुत अधिक संख्या में जेबीटी शिक्षकों की पोस्टें सरप्लस हो जाएंगी और इससे बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा । वही टीजीटी शिक्षकों के लिए छात्र संख्या अनुपात एक 1:40 के आधार पर वैज्ञानिकीकरण करने की बात कही गई है और उनका वर्क लोड भी 6 से 8 तक गिना जा रहा है जबकि वास्तविक हालात यह हैं कि अधिकतर उच्च विद्यालयों में पीजीटी के पद खाली हैं और टीजीटी ही कक्षा 9 व 10 कक्षा को पढ़ा रहे हैं । टीजीटी पदों के वैज्ञानिकीकरण के लिए सिर्फ कक्षा 6 से 8 का वर्क लोड गणना करने पर टीजीटी शिक्षकों व उच्च विद्यालयों के विद्यार्थियों को ही नुकसान होगा, जहां एक तरफ टीजीटी शिक्षकों का विद्यालय जबरन बदला जाएगा वही उन स्कूलों में कक्षा 9 व 10 के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होगी क्योंकि उन स्कूलों में पीजीटी अध्यापकों के विभिन्न विषयों के पद पहले से ही खाली हैं । यह सब सरकारी स्कूलों में अव्यवस्था फैलाने , सार्वजनिक शिक्षा के ढांचे को नष्ट करके तीव्रता से निजीकरण की तरफ ले जाने की कुचालें है । विभाग हर बार अव्यवहारिक प्रयोग करके सार्वजनिक शिक्षा की जड़ें खोखली कर रहा है । पिछले वर्ष लगभग सभी स्कूलों में एक पोस्ट तक पहला पद हिंदी विषय को मानकर संस्कृत विषय के पदों को समाप्त कर दिया गया और अब पहला पद संस्कृत मानकर हिंदी के पदों को समाप्त करने की कवायद की जा रही है । हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ शिक्षा विभाग के इस फैसले का कड़ा विरोध करता है और मांग करता है कि प्राथमिक कक्षाओं के लिए अध्यापक छात्र अनुपात 1:25 ही रखा जाए, प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में मुख्य शिक्षक का पद स्वीकृत किया जाए । कक्षा 6 से 8 में आरटीई के अनुसार 35 छात्रों का एक सेक्शन होना चाहिए । जिन उच्च विद्यालयों में पीजीटी की पोस्ट खाली है और टीजीटी शिक्षक कक्षा 9 व 10 को पढ़ा रहे हैं वहां पर टीजीटी शिक्षकों का वर्क लोड कक्षा 6 से 10 तक मान कर रेशनेलाइजेशन किया जाए । किसी भी विषय को एक दूसरे के साथ क्लब न किया जाए प्रत्येक विषय की अलग पोस्ट स्वीकृत की जाए ।मौलिक मुख्याध्यापक को उच्च विद्यालय मुख्याध्यापक के समान पीरियड आबंटित किए जाएं व रैशनेलाइजेशन से पहले सभी वर्गों की पदोन्नति सूचियां जारी की जाएं । इन तुगलकी फरमानों के विरोध में अध्यापक संघ आगामी 4 जून को सर्व कर्मचारी संघ द्वारा दिए जाने वाले खंड / जिला स्तरीय धरना प्रदर्शनों में बढ़-चढ़कर भाग लेगा ।

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