जनता की कसौटी पर जनप्रतिनिधि न पब्लिक की सुध ले रहें और न कर रहे समस्या का हल


डबवाली न्यूज़ डेस्क
दो दिन पहले सावन की पहली भारी बारिश में डबवाली वासियों के लिए नरक की स्थिति पैदा हो गई है। लोगों की दशकों पुरानी समस्या जस की तस बनी हुई है। लेकिन शहर की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ। बरसाती पानी की निकासी न होने से शहर की विभिन्न कालोनियों(गऊशाला व पब्लिक क्लब एरिया) में लोगों का बुरा हाल है, बरसाती पानी लोगों के घरों में घुसने लगा है। मलयुक्त पानी घरों में घुसने से लोगों की मनोस्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसी स्थिति में वे जनप्रतिनधियों को कोस रहे है। जोकि न तो लोगों की समस्या का हल कर रहे है और न ही पीड़ा के समय उनकी सुध ही ले रहें है। ऐसे में पब्लिक की कसौटी ऐसे जनप्रतिनधियों पर भारी पड़ सकती है और वे हासिए पर पहुंच सकते है। इस मामले में केवल कांग्रेस के MLA अमित सिहाग ने लोगों का दिल जीतने का काम किया है। व सब से ऊपर उठकर लोगों की तकलीफ को समझा और लोगों की पीड़ा को सरकार के बहरे कानों तक पहुंचाने का प्रयास किया, जोकि लोगों की नहीं सुनते।उधर जजपा के सरबजीत सिंह मसीता भी लोगो में सक्रिय रहने की कोशिश करते रहते है। लकिन रूलिंग पार्टी भाजपा का कोई भी स्थानीय नेता लॉकडाउन से अब तक लोगो से कोसो दूरी बनाए हुए है। ऐसा प्रतीत हो रहा है की भाजपा का डबवाली में कोई नहीं है। चूंकि लोगों को ऐसा ही जनप्रतिनधि चाहिए, जोकि पीड़ा के समय उनके साथ खड़ा हो और उनकी आवाज बुलंद कर सकें। यानि चाहने पर सबकुछ हो सकता है लेकिन कोई चाहें तब ना। आने वाले दिनों में इसके सियासी मायने सामने आना तय है।

No comments:

IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

क्या डबवाली में BJP की इस गलती को नजर अंदाज किया जा सकता है,आखिर प्रशासन ने क्यों नहीं की कार्रवाई