अलीकां पैक्स में हुए गबन मामले में विभाग ने मुख्य आरोपी के साथ अन्य दो से जवाब मांगा, 5 का हो चुका है फैसला, 3 के खिलाफ चल रही है जांच,

डबवाली न्यूज़ डेस्क
अलीकां पैक्स में हुए गबन मामले में विभाग ने मुख्य आरोपी के साथ-साथ एक अन्य अधिकारी को शो-काज नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है।
दोनों आरोपियों को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। विभाग इनके जवाब से संतुष्ट नहीं होता तो उक्त दोनों आरोपी कर्मचारियों की सेवामुक्त किया जा सकता है।
5 का हो चुका है फैसला, 3 के खिलाफ चल रही है जांच
इस मामले में सुभाष चंद, बीरबल परिहार, सुभाष भांभू, देवेंद्र पारीक व धर्मवीर साहु सहित 5 लोगों का फैसला हो चुका है, जबकि 3 लोगों राजेंद्र कड़वासरा, मोहन लाल व सतपाल सिंगला के खिलाफ सेवानिवृत्त होने के बाद भी जांच चल रही है। इस मामले में सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां डबवाली ने 7 मार्च 2018 को 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। पुलिस ने भी जांच उपरांत 7 आरोपियों को क्लीन चिट देकर अकेले सुभाष को मुख्य आरोपी बना दिया। बताया जा रहा है कि इस मामले में सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां डबवाली आरोपियों के खिलाफ सालसी केस बनाए गए हैं।
बता दें कि 24 जुलाई को सिरसा के केंद्रीय सहकारी बैंक में निदेशक मंडल की बैठक आयोजित हुई थी। इस बैठक में 8 निदेशकों के साथ-साथ चेयरमैन मोहन लाल झोरड़ व वाइस चेयरमैन गुरचेत सिंह और हरको बैंक के अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में सभी अधिकारियों ने पैक्स गबन मामले पर फैसला लिया कि इस गबन में मुख्य आरोपी सुभाष चंद के साथ-साथ अन्य 4 आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। जिसके बाद निदेशक मंडल द्वारा लिए गए निर्णय उपरांत महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार भादू ने 4 लोगों को शो-काज नोटिस जारी किया है। नोटिस जारी होने वाले लोगों में मुख्य आरोपी तत्कालीन पैक्स प्रबंधक सुभाष चंद, शाखा प्रबंधक रहे देेवेंद्र पारिक, सुभाष भांभू व धर्मवीर साहु सहित 4 लोगों के नाम शामिल है। वहीं शाखा प्रबंधक रहे बीरबल परिहार की मृत्यु होने के चलते उसके मिलने वाले लाभ से 10 प्रतिशत की कटौती कर वसूली कर ली गई है। आरोयों में तत्कालीन शाखा प्रबंधक राजेंद्र कड़वासरा, मोहन लाल व सतपाल सिंगला सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन विभाग ने उक्त तीनों अधिकारियों को सेवानिवृत्ति के बाद भी वसूली का नोटिस थमाया है।
बता दें कि इस गबन मामले में सहकारी बैंक के तीन अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उनके खिलाफ भी अभी विभागीय जांच चल रही है, जबकि एक अधिकारी की मृत्यु हो चुकी है। ऐसे में उक्त अधिकारी को मिलने वाले लाभ में से 10 प्रतिशत राशि की कटौती कर वसूली कर ली गई। इसके अलावा एक अधिकारी सुभाष भांभू की तीन वेतनवृद्धि रोकने का नोटिस थमाया गया है। एक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
यह था मामला : वर्ष 2017 में सुखदेव सिंह नामक किसान ने सीएम विंडो पर अलीकां पैक्स में गबन होने की बात कहते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी। यह गबन 1 अप्रैल 2012 से 22 मार्च 2017 तक चलता रहा। जब जांच हुई तो एक करोड़ 14 लाख 50 हजार 383 रुपये का गबन सामने आया। इस मामले में तत्कालीन पैक्स प्रबंधक सुभाष चंद मौजगढ़ को मुख्य आरोपी और तत्कालीन शाखा प्रबंधक राजेंद्र कड़वासरा, मोहन लाल, सतपाल सिंगला, धर्मवीर साहु, सुभाष भांभू, देवेंद्र पारीक व बीरबल परिहार सहित 8 लोगों को आरोपी बनाया गया।
बैंक लेवल पर हमने कार्रवाई कर रखी है। हमने 8 लोगों को आरोप पत्र दिए थे। जिस पर जांच अधिकारी भी नियुक्त किए गए। 5 अधिकारियों की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। ये रिपोर्ट निदेशक मंडल के सामने रखी गई है, जिसके बाद मंडल ने 2 लोगों को शो-काज नोटिस व एक को तीन वेतनवृद्धि रोकने का नोटिस दिया है। एक अधिकारी की मृत्यु हो जाने के चलते उसको लाभ स्वरूप मिलने वाली राशि में से 10 प्रतिशत कटौती की गई है। इस मामले में आगामी कार्रवाई के रूप में सहकारी समितियां डबवाली द्वारा ही वसूली की कार्रवाई चलाई जा रही है।
सुरेंद्र भादू, महाप्रबंधक, सहकारी बैंक सिरसा।
The department along with the main accused sought answers from the other two in the embezzlement case in the Alain PACS
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