वार्ड 4 में अवैध गोदाम बने परेशानी का सबब नगर परिषद के अधिकारी नहीं करते शिकायत पर कार्रवाही,सीएम विंडों का सहार लेने को मजबूर
डबवाली न्यूज़ डेस्क
डबवाली नगर परिषद यूं तो अधिकारियों के लापरवाही के कारण खामियों से भरी पड़ी है। खामियां भी इतनी की चाहे उस पर ग्रंंथ लिख डालो।अधिकारियों के काम न करने और आमजन की शिकायत को गंभीरता से न लेना आम बात है। किसी भी गंभीर मामले में शिकायत दर्ज करवा दो लेकिन उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया जाता जिसके कारण परेशान होकर आमजन को सीएम विंडो का सहारा लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। शहर के विभिन्न इलाको रिहायशी इलाकों में अवैध रूप से व्यवसायियों द्वारा बनाए गए गोदाम बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है। इसी को लेकर अनेक लोग नगर परिषद को शिकायतें दर्ज करवा चुके हैं लेकिन नगर परिषद के अधिकारी अवैध गोदाम संचालकों पर किसी तरह की कोई कार्रवाही नहीं की गई। इससे ऐसा आभास होता है कि गोदाम धारकों के साथ अधिकारियों की सहानुभूति है और अधिकारी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।
वार्ड-4 पब्लिक कल्ब वाली गली में वर्षों से बनाए गए गोदामों के प्रतिदिन इस आवासीय कोलोनी में ट्रकों-ट्रालों का आगमन रहता है। यहां के निवासी मनोज सिडाना ने बीती 17 जुलाई को नगर परिषद के सचिव के नाम पत्र लिखकर अवैध गोदामों में माल उतारने के लिए आने वाले ट्रकों ने नवनिर्मित सड़क को क्षतिग्रस्त करने और सीवरेज चैंबर तोड़ देने की शिकायत दर्ज करवाई थी लेकिन लगभग एक माह का समय बीत जाने के बावजूद भी नगर परिषद द्वारा कोई कार्रवाही गोदाम संचालक पर नहीं की। थक हारकर मनोज सिडाना ने अब सीएम विंडों का सहारा लिया है। सीएम विंडों में दी गई शिकायत में मनोज सिडाना ने प्रतिदिन इन अवैध गोदामो का जिक्र करते हुए नगर परिषद अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाही न किए जाने की बात कही है तो वहीं यह भी कहा कि प्रति दिन इन गोदामों में माल उतारने के लिए आने वाले ट्रक-ट्रालोंं के कारण हादसों की आश्ंाक बनी रहती है। पत्र में कहा है कि यह रिहायाशी इलाका हैै और यहां बच्चे दिन भर गली में खेलते हैं ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा सकता है। उन्होंने कहा है कि अवैध रूप से बनाए गए गोदाम जहां राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हँंै तो वहीं हर समय दुर्घटना होने का भी भय बना रहता है तो इसके साथ ही दो माह पूर्व इंटरलॉकिंग टाइलों से बनी गली जगह-जगह से धंसती जा रही है। सिडाना ने अवैध गोदाम संचालकों पर तुरंत कार्रवाही की मांग की है। इस विषय को लेकर नगर परिषद के सचिव ऋषिकेश चौधराी से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन रसीव नहीं किया।
No comments:
Post a Comment