शिक्षामित्रों के साथ-साथ माता-पिता को भी बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत-डॉ विनोद नायक

डबवाली न्यूज़ डेस्क
5 सितंबर को राजकीय कन्या उच्च विद्यालय अबूबशहर में सोशल डिस्टेंसिंग व कोविड-19 के लिए प्रशासनिक दिशा निर्देशों का ध्यान रखते हुए एक सादे कार्यक्रम में अध्यापक दिवस मनाया गया और जन शिक्षा अधिकार मंच व गांव के सभी शिक्षा मित्रों के साथ विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस विचार गोष्ठी में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए जन शिक्षा अधिकार मंच अबूबशहर के संयोजक डॉ विनोद नायक ने कहा कि सार्वजनिक शिक्षा को बनाए रखने के लिए गांव के पढ़े लिखे लोगों और स्वयंसेवी शिक्षामित्रों की बहुत बड़ी भूमिका है । लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद होने से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे पढ़ाई में पिछड़ गए हैं और उनकी शिक्षा का स्तर बहुत नीचे चला गया है इसलिए गांव में शिक्षा के अनुकूल वातावरण बनाने व बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए अध्यापक , शिक्षामित्रों के साथ-साथ माता-पिता को भी बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है तभी बच्चों को सुचारू शिक्षा दी जा सकती है । इस मौके पर उन्होंने गांव के शिक्षा मित्रों का स्कूल के अध्यापकों के साथ परिचय करवाया और नये शिक्षा मित्रों को जन शिक्षा अधिकार मंच के साथ जोड़ा गया । इस विचार गोष्ठी में गांव में शिक्षा का कार्य करने वाले शिक्षामित्रों ने अपनी-अपनी समस्याएं व अनुभव भी सबके साथ सांझा किए । कार्यक्रम के संचालक एस एस अध्यापक व हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ डबवाली के प्रधान कृष्ण कायत ने उपस्थित जनसमूह के सुझावों से शिक्षामित्रों को आने वाली समस्याओं का मौके पर ही निपटारा करवाया व ओजस्वी वाणी में मार्गदर्शक शेरो-शायरी से शिक्षा मित्रों को शिक्षा की अलख जगाने के लिए प्रेरित किया और उनमें व्यवस्था परिवर्तन के लिए जोश भरने का कार्य किया । शिक्षक दिवस के अवसर पर मुख्य अध्यापिका चित्रा अरोड़ा ने स्कूल के सभी अध्यापकों को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया व कार्य करने वाले सभी शिक्षामित्रों को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया और उनके लिए चाक व रोलिंग ब्लैक बोर्ड की व्यवस्था करवाई गई। कार्यक्रम में उपस्थित अबूबशहर क्लस्टर के एबीआरसी पवन कुमार ने भी अबूबशहर में स्कूल स्टाफ व शिक्षा मित्रों द्वारा किए जाने वाले अभूतपूर्व कार्यों की खुले दिल से सराहना की । उन्होंने कहा कि शायद ही किसी गांव में इतना अच्छा कार्य हो रहा हो । उन्होंने जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जाने वाले प्रयासों की प्रशंसा की और भविष्य में अपनी तरफ से हर प्रकार का सहयोग करने का आश्वासन दिया । साथ ही अध्यापकों और शिक्षा मित्रों को हर शनिवार व रविवार शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कविता प्रतियोगिता में कक्षा 5 से कक्षा 12 के सौ प्रतिशत विद्यार्थियों को भाग दिलवाने के लिए प्रेरित किया। शिक्षामित्रों को प्राइमरी हेड वीणा गर्ग गणित अध्यापिका सुमन सर्वा, सरोज पटीर, एसएमसी सदस्य व पंच जसपाल ने भी संबोधित किया और अध्यापक दिवस पर अपने विचार रखे । विचार गोष्ठी में मंच सचिव बिनोद पंवार व सदस्य मंजू, सतनाम सिंह, डा शिशपाल, डीसी राजपूत , सुखपाल कौर, निन्दरपाल कौर आदि के अलावा मंच से जुड़े शिक्षामित्रों ने भी अपने विचार रखे और गांव के उपस्थित सदस्यों को बच्चों की पढ़ाई को सुचारू रूप में चलाने के लिए सहयोग करने का सुझाव दिया । इस अवसर पर श्री बलौर सिंह, कपिल, सुभाष,d कांता रानी, कमलेश रानी, सुरजीत सिंह, अंजू बाला, मधुबाला, वंदना रानी आदि अध्यापक व अध्यापिकाएं उपस्थित थे ।
Source- Press Release
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