तीनों काले कानूनों के माध्यम से अब सरकार कृषि को भी बनाना चाहती है पूंजीपतियों कि बापोती - अमित सिहाग
डबवाली न्यूज़ डेस्क
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हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने आज सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों काले कानूनों के विरोध में कांग्रेस पार्टी द्वारा ज़िला स्तर पर किए जा रहे प्रदर्शन में शिरकत की और सरकार की तानाशाही नीतियों की जमकर निंदा की।अपने संबोधन में विधायक अमित सिहाग ने कहा कि सरकार इन तीनों काले कानूनों को जबरदस्ती लागू कर कृषि को पूंजीपतियों की बापोती बनाना चाहती है। सरकार ने लोगों की भावना को दरकिनार कर जबरदस्ती इन कानूनों को पारित कर लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है। सरकार सत्ता बल के दम पर, प्रजातांत्रिक प्रक्रियाओं को दरकिनार कर, हर फैसले को जनता पर जबरदस्ती थोप रही है, सरकार के इस तानाशाही रवैये को कांग्रेस पार्टी बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेगी।
सिहाग ने कहा कि पहले सरकार भूमि अधिग्रहण का कानून लाई थी, फिर नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसले जबरदस्ती जनता पर थोपे गए और आज सरकार इतने बड़े व्यापक विरोध के बावजूद केवल और केवल प्रधानमंत्री की मन की बात को पूरा करने के लिए ऐसे काले कानूनों को जबरदस्ती पारित कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार ने और हरियाणा में मनोहर सरकार ने अपनी कलम को किसानों, मजदूरों के हितों को दरकिनार कर केवल पूंजीपतियों के हक में चलाया है जो गंभीर चिंता का विषय है।
विधायक ने कहा कि आज सब से बड़ी जरूरत है कि तानाशाही को खत्म कर फिर से प्रजातंत्र की स्थापना की जाए, उसके लिए संघर्ष के साथ साथ जनता को चाहिए कि जब भी कोई चुनाव आए तो वो सतर्क होकर ऐसे तानाशाहों के खिलाफ वोट कर जनता के राज को बहाल करने का काम किया जाए। उन्होंने कहा कि इन तीनों काले कानूनों पर किसानों ने सरकार से केवल एमएसपी को सुनिश्चित करने की मांग रखी थी, लेकिन सरकार के किसी नुमाइंदे से अगर इस विषय में सवाल किया जाता है तो वो चुप्पी साध लेते हैं, जिससे सरकार की मंशा का पता चलता है कि वो कहीं न कहीं किसानों के हक छीन कर पूंजीपतियों को देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले बजट सत्र में एफसीआई के बजट में भारी कटौती की थी उसी समय शंका पैदा हो गई थी, कि सरकार कृषि के विरूद्ध कोई कानून लाने जा रही है और आज इन कानूनों ने उस शंका को सच में साबित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार आज विरोध होने पर कांग्रेस पर आरोप लगा रही है, कि कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में इस कानून को लाने की बात कही थी। विधायक ने कहा कि कांग्रेस ने तो जीएसटी भी लाने की बात कही थी, लेकिन जिस गलत तरीके से बीजेपी ने उसे लागू किया आपके सामने है, कि किस प्रकार बेरोजगारी शिखर पर है और अभी तक माध्यम वर्ग के व्योपारी मंदी से उभर नहीं सके हैं। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस ऐसा कोई व्यस्था में परिवर्तन करती तो हर पहलू को ध्यान में रख कर, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ किसानों और मध्यम वर्ग के हितों को ध्यान में रख कर फैसला लेती। इस सरकार ने कांग्रेस की सोच के आधार को तो ले लिया, लेकिन अब किसानों से धोखा कर उद्योगपतियों के हितों में फैसले लिए जा रहे हैं।
विधायक ने कहा कि हमें लगातार संघर्ष करना होगा और साथ में हमें ये भी समझना होगा कि प्रजातंत्र में अपने हितों को सुरक्षित रखने के लिए राजनीति की भी बड़ी जरूरत है। आज बीजेपी, जेजेपी ने आपसे धोखा किया है तो आपके पास एक मात्र विकल्प कांग्रेस ही है जो हर मोर्चे पर आपके हितों की लड़ाई लड़ रही है। इस अवसर पर होशियारी लाल शर्मा, विधायक शीशपाल केहर वाला, सुशील इंदोरा , चरणजीत सिंह रोड़ी सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
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