खराब हुई नरमें की फसल एवम् बठिंडा जामनगर हाइवे के लिए अधिकृत की भूमि का उचित मुआवजा दे सरकार- अमित सिहाग
डबवाली न्यूज़ डेस्क

सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर जम कर बरसे अमित सिहाग, बोले सत्तारूढ़ पार्टी पर विश्वास करना थी किसानों की बड़ी भूल लघु सचिवालय में खराब हुई नरमें की फसल एवम् बठिंडा से जामनगर तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए अधिकृत की गई भूमि के उचित मुआवजे हेतु किसानों संग लगाए गए धरने में हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर जम कर बरसे। विधायक सिहाग ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों के मसीहा स्वर्गीय देवी लाल जी ने कहा था कि 'चाहे हमे वोट न देना पर इस बीजेपी को कभी वोट न देना' उनकी इस बात को भूल कर किसानों द्वारा इनपर भरोसा करना ही वास्तव में आज किसानों की हो रही दुर्गति का कारण है। उन्होंने कहा कि हमारे ज़िला के किसानों ने तो सतर्क रहकर बीजेपी को किसी हल्के में जीतने नहीं दिया पर अन्य जिलों के भोले किसान उनकी बातों में आ गए और सत्ता की चाबी उन लोगों को सौंप दी जिन्होंने सदैव ही उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों के हक छीनने का काम किया है।
विधायक ने कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग खुद को स्वर्गीय देवी लाल जी की सोच पर पहरा देने वाले कहलवाते हैं उन्होंने आज देवी लाल जी की सोच को बंद तिजोरी में रख कर केवल सत्ता के लिए ऐसी पार्टी से मिलकर सरकार बनाई जिस पर कभी स्वर्गीय देवी लाल जी विश्वास नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि आज उपरोक्त पार्टी कहीं भी किसान हित की बातें नहीं करती दिखाई पड़ रही। सत्ता के लोभ में वो किसानों कि दुर्दशा नहीं देख पा रहे और जब चुनाव का समय आएगा तब फिर से ये देवी लाल जी की सोच को तिजोरी में से निकाल कर खुद को किसानों के मसीहा करार देने को आतुर हो वोट हथियाने का काम करेंगे।
विधायक अमित सिहाग ने कहा कि आज सब से बड़ी जरूरत है कि सब किसान राजनीतिक पार्टियों में बटने की जगह एकजुट हो अपने हित की लड़ाई लड़ें ताकि सत्तारूढ़ दल पर दबाव बना कर अपनी मांगों को मनवाया जा सके। उन्होंने कहा कि करोना से किसानों का नुकसान हो न हो पर सरकार की दमनकारी नीतियों के चलते किसान आज बर्बाद होने की कगार पर खड़ा है। सिहाग ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में किसानों के हित में आवाज उठा सीसीआई का खरीद केंद्र डबवाली में पुनः शुरू करवाया था और उसके साथ ही फसलों के 7 नएं खरीद केंद्र भी हल्के में खुलवाए ताकि किसानों को सहूलियत मिल सके।
अमित सिहाग ने कहा कि जब सरकार आढ़तियों से विश्वासघात कर रही थी और फसल मंडी में खराब होने की हालत में थी, तब भी आप के इस बेटे ने निरंतर मंडियों में घूम कर सरकार से किसान हितो की लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा कि मैने पिछले दिनों खराब हुई फसल का निरीक्षण किया और इस बाबत उपायुक्त महोदय से मुलाकात कर उचित मुआवजे की मांग भी रखी। विधायक ने कहा कि वो किसान हित में सदैव किसानों कि लड़ाई लड़ते रहेंगे और अगर सरकार ना मानी तो हम गांव स्तर से लेकर उपर तक आंदोलन कर सरकार को किसानों की मांगे मानने के लिए विवश कर देंगे।
विधायक ने किसानों की खराब हुई फसल की स्पेशल गिरदावरी करवाकर तीस से चालीस हजार रूपए प्रति एकड़ मुआवजे के तौर पर सरकार से राशि का भुगतान करने की मांग की। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार गांव को यूनिट न बना कर हर किसान के खेत की खराब हुई फसल का आंकलन कर पूरा मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियां आज भ्रष्टाचार का घर बन कर रह गई है अत: सरकार को ज़िला स्तर पर किसान आयोग बनाने चाहिए जिसका अध्यक्ष उपायुक्त हो और उस आयोग में किसानों को शामिल किया जाए। विधायक ने सरकार से मांग की कि किसानों द्वारा बैंकों से लिए गए ऋण के ब्याज की किस्तों को भरने के लिए कम से कम छह माह का समय दिया जाए।
विधायक ने बठिंडा से जामनगर तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए अधिकृत की गई भूमि का मुआवजा बाज़ार भाव से कम से कम चार गुना ज्यादा, लगभग एक करोड़ रुपए देने की मांग की। उन्होंने सरकार से मांग की कि हाइवे बनने के बाद सिंचाई व्यस्था को सुचारू करना सरकार सुनिश्चित करे और किसानों को सहूलियत के लिए रास्ते में आने वाले गावों में सरकार अंडरपास का निर्माण करवाए।
विधायक ने किसानों को उपायुक्त का वो पत्र दिखाते हुए उपायुक्त का आभार प्रकट किया, जिसमे उपायुक्त ने उनकी मांग पर एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को संवदेनशीलता पूर्वक तरीके से अधिकृत भूमि के मुआवजे के लिए रिपोर्ट बनाने को कहा है। इस अवसर पर राष्ट्रीय किसान यूनियन से जसबीर भाटी, मिट्ठू कमबोज, दया राम, वेदपाल डांगी, मलकीत सिंह खालसा,राकेश, कौर सिंह सहित भारी संख्या में किसान साथी उपस्थित थे।
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