हरियाणा किसान एकता के किसानों एक जत्था टोल प्लाजा से दिल्ली हुआ कूच,पुलिस द्वारा रात के अंधेरे में गिरफ्तार कर आंदोलन को दबाने का प्रयास रहा विफल
डबवाली न्यूज़ डेस्क
कृषि कानूनों को वापिस लेने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन कर रहे किसानों का डबवाली इलाके के किसान भी हरियाणा किसान एकता के बैनर तले भरपूर सहयोग व समर्थन कर आंदोलन को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। यह जानकारी देते हुए किसान नेता मलकीत सिंह खालसा, मलकीत सिंह जोगेवाला, लाभ सिंह पन्नीवाला ने बताया कि खुइयांमलकाना टोल प्लाजा पर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे किसान प्रतिनिधियों एसपी सिंह मसीतां, गुरप्रेम सिंह देसूजोधा के अलावा प्रह्लाद सिंह भारुखेड़ा व कुछ अन्य साथियों को पुलिस ने रात के अंधेरे में गिरफ्तार कर आंदोलन को दबाने का प्रयास किया। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी किसानों के हौंसले कम नहीं हुए व गत 26 नवंबर को मलकीत सिंह खालसा की अगुवाई में किसानों का एक जत्था टोल प्लाजा से दिल्ली कूच कर गया। इसमें मुखपाल सिंह नीलेयांवाली, बलतेज सिंह नीलेयांवाली, गुरमीत सिंह चोरमार, मलकीत सिंह जोगेवाला, लाभ सिंह, सतपाल सिंह, बोहड़ सिंह, दर्शन सिंह आदि किसान नेता फतेहाबाद से पंजाब की जत्थेबंदियों के साथ मिलकर रास्ते की तमाम बाधाओं, बैरिकेड्स व पत्थरों आदि को रोंदते हुए दिल्ली बॉर्डर तक पहुंचने में कामयाब रहे। हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर पीरागढ़ी के बिल्कुल नजदीक तक गए। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने भी किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े व पानी की बौछारों से उन्हें खदेडऩे के हरसंभव प्रयास किए। लेकिन किसान डटे रहे व वहीं डेरा डालकर बैठ गए। पुलिस ने किसानों को 20-20 ट्राली में ले जाकर दिल्ली में एक दूरदराज की जगह पर पहुंचाने का प्रस्ताव रखा लेकिन किसानों ने इससे इन्कार कर दिया व वहीं धरना देने का फैंसला लिया। मलकीत सिंह खालसा ने बताया कि हरियाणा किसान एकता की दूसरी टीम 27 नवंबर को डबवाली बॉर्डर तोड़कर दिल्ली गए पंजाब के जत्थे के साथ जसवीर सिंह अलीकां की अगुवाई में साथ गई और दिल्ली बॉर्डर तक पहुंच गए। उन्होंने बताया कि अब भी किसान नेता डबवाली इलाके में पूरी सक्रियता से आंदोलन को मजबूती देने के लिए प्रयासरत हैं। गांवों में किसानों को प्रेरित कर दिल्ली बॉर्डर पर भेजा रहा है। साथ ही दूध, लस्सी व अन्य खाने पीने का सामान भी दिल्ली बॉर्डर पर बैठे संघर्षशील किसानों के लिए भेजने का कार्य शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का यह कथन बिल्कुल झूठ का पुलिंदा है कि हरियाणा के किसान दिल्ली कूच के इस आंदोलन में शामिल ही नही है। वास्तव में हरियाणा के सभी जिलों से किसान दिल्ली जा रहे हैं और तन-मन-धन से अपना सहयोग व समर्थन करते हुए आंदोलन को मजबूत करने में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द किसानों की मांगें मानकर काले कृषि कानूनों को वापिस ले लेना चाहिए अन्यथा यह आंदोलन दिन प्रतिदिन तीव्र होता जाएगा। उन्होंने यह भी मांग की कि खुइयांमलकाना टोल प्लाजा से गिरफ्तार किए किसान प्रतिनिधियों को सरकार तुरंत रिहा करे अन्यथा इसे लेकर भी प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
Source Link - Press Release
No comments:
Post a Comment