दीपावली की खुशियों को लगे पंख,धान व बाजरे का करोड़ों रुपये रिलीज
डबवाली न्यूज़ डेस्क
सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड की ओर से धान व बाजरे की पेमेंट रिलीज कर दी गई है। करोड़ों रुपये रिलीज होने से सिरसा की आर्थिक गतिविधियो को पंख लगना तय है। चूंकि सिरसा कृषि प्रधान जिला है और यहां की तमाम गतिविधियां कृषि पर निर्भर करती है। बीती 5 अक्टूबर से भुगतान न किए जाने के कारण त्यौहार फीके जाने की आशंका बनी हुई थी। चूंकि सरकारी एजेंसी हैफेड व वेयर हाऊस की ओर से धान व बाजरे का भुगतान नहीं किया गया था। भुगतान न होने के कारण आढ़ती, किसान, मजदूर सहित सभी वर्ग मायूस हो गए थे। चूंकि दीपावली त्यौहार की खुशियां पैसे पर भी निर्भर करती है। हर वर्ग को त्यौहार पर खर्च करने के लिए नगदी की जरूरत होती है। पैसा एक हाथ से दूसरे हाथ पहुंचता है और यही पैसे का चक्र चलता रहता है। कृषि उपज बेचने के बाद जब जमींदार के पास पैसा आएगा, तब वह जमकर खरीददारी करेगा। खाद, बीज, कीटनाशक सहित अन्य चीजों का भुगतान करेगा। आढ़तियों से लिए कर्ज को चुकाएगा। मंडी मजदूरों को उनकी दिहाड़ी प्राप्त होगी। पैसा आने पर हर वर्ग अपनी-अपनी जरूरतों के अनुसार खरीददारी करेंगे। बिक्री होगी तो दुकानदार भी खुश होंगे। यानि हर वर्ग कृषि पर निर्भर करता है। त्यौहार से ठीक पहले भुगतान न होने के कारण हर वर्ग मायूस था। लेकिन हैफेड की ओर धान व बाजरे का करोड़ों रुपये का भुगतान जारी कर दिया गया है। हालांकि वेयरहाऊस कार्पोरेशन की ओर से अभी भुगतान जारी नहीं किया गया है। सरकारी एजेंसी की ओर से पूरा भुगतान नहीं किया गया है लेकिन त्यौहार से ठीक पहले भुगतान होने से त्यौहार की खुशियों को पंख लगना तय है।
मंडी में अव्यवस्था बरकरार
अनाज मंडी की व्यवस्था पटरी पर आने का नाम नहीं ले रहीं, जिसके कारण आढ़तियों, मजदूरों व किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि समस्या से उबरने के लिए वीरवार, शुक्रवार व शनिवार को मंडी बंद रखने का पहले ही ऐलान किया जा चुका है। बताया जाता है कि मंडी में लिफ्टिंग का कार्य जिस एजेंसी को सौंपा गया है, उसके पास पर्याप्त साधन ही नहीं है। साधनों की कमी के कारण लिफ्टिंग में देरी हो रही है। एक तरफ उठान धीमा हो रहा है, दूसरी ओर आवक अधिक होने से समस्या विकराल हुई। इसके साथ ही माल उठाने वाली लेबर की भी कमी है। कोरोना की वजह से प्रवासी मजदूर अपने-अपने राज्यों को चले गए थे। प्रवासी मजदूर पूरी तरह से काम पर नहीं लौटे है। इसलिए भी उठान कार्य प्रभावित हुआ है। जिसके कारण मंडी एरिया चॉक हुआ है। मंडी के भीतर लोगों का आना-जाना दुश्वार हो चुका है।
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