बोलता है पुलिस कप्तान भूपेंद्र सिंह का काम, कार्यकाल के 100 दिन में रिकार्ड उपलब्धियां की दर्ज

Dabwalinews.com
 पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने अनोखा रिकार्ड अपने नाम किया है। उन्होंने सिरसा में अपने कार्यकाल के 100 दिन में रिकार्ड उपलब्धियां दर्ज की है, जिसके कारण जिला पुलिस का ग्राफ बढ़ा है। श्री सिंह ने सिरसा में 23 सितंबर 2020 को पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यभार संभाला था। इस अल्प अवधि में उन्होंने सीमित संसाधनों के बलबूते उन ऊंचाईयों को छूने का काम किया, जिन्हें असंभव भी कहा जा सकता है। श्री सिंह ने कानून व्यवस्था को बनाए रखने की चुनौती स्वीकार की, वहीं उन्होंने असामाजिक तत्वों की रीढ़ तोडऩे का कार्य किया। श्री सिंह ने तीन माह के भीतर ही जो कार्य किए है, वे कम उपलब्धियों वाले नहीं है। उन्होंने इन 100 दिनों में जनता का दिल जीतने काम किया है। उन्होंने पुलिस की छवि को सुधारने का काम किया है। पुलिस व पब्लिक के बीच तालमेल बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। महकमे में अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों में जोश भरने का काम किया है। उनके कुशल नेतृत्व की वजह से ही पुलिस अनेक उपलब्धियां अपने नाम करने में कामयाब रहीं। पुलिस कप्तान भूपेंद्र सिंह ने अल्प अवधि में ऐसी छाप छोडऩे का काम किया है, जिसकी वजह से अपराध व अपराधियों में हडकंप मचा हुआ है। उन्होंने सफेदपॉश अपराधियों को बेनकाब करने के लिए जो हिम्मत दिखाई है, वह कम अधिकारी ही दिखा पाते है। करोड़ों रुपये के गेहूं घोटाले का मामला तीन वर्ष पूर्व 2017 में दर्ज हुआ था। लेकिन इस मामले को अंजाम तक श्री सिंह ने ही पहुंचाया। उनके दिशा-निर्देश पर पुलिस ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के 10 अधिकारियों व डिपू होल्डरों को गिरफ्तार किया है। अन्यथा अधिकारियों पर हाथ डालने से गुरेज किया जाता था।ठीक इसी प्रकार आबकारी एवं कराधान विभाग सिरसा के आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का कार्य श्री सिंह द्वारा ही किया गया। कराधान विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का मामला लंबे अरसे से ठंडे बस्ते में डाला हुआ था। लेकिन उन्होंने लंबित मामलों की धूल झाड़ते हुए उन्हें अंजाम तक पहुंचाना शुरू कर दिया है। श्री सिंह के कार्यकाल से यह भरोसा बन गया है कि अब अपराधी बच नहीं पाएंगें। भले ही उनके कितने ही लंबे हाथ हों, लेकिन श्री सिंह के नेतृत्व में जिला पुलिस बिना किसी दबाव के अपना काम करने से नहीं रूकेगी। अब अपराधियों को पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा।
 नए साल में फर्जी फर्मों की बारी
 पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह की कार्यशैली की वजह से यह उम्मीद जगी है कि नए साल में फर्जी फर्मों के सरगनाओं की बारी आनी तय है। जिस प्रकार पुलिस द्वारा सफेदपॉश अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है और लंबे अरसे से दबे मामलों को सुलझाया जा रहा है। उसकी वजह से जिन लोगों ने फर्जी फर्में बनाकर करोड़ों रुपये के घोटाले किए है, उनका भी बच पाना मुश्किल दिखाई पड़ रहा है। श्री सिंह ने फर्जी फर्मों के मामले में भी एसआईटी गठित की हुई है। अब इस एसआईटी का काम बोलने वाला है। नए साल में फर्जी फर्मों के सरगनाओं को उनके अंजाम तक अवश्य पहुंचाया जाएगा। कोई भी अपराधी खुला नहीं घूम पाएगा।
 नशा तस्करों की कमर तोड़ी
 पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने सिरसा जिला को नशा मुक्त करने की दिशा में गंभीर प्रयास किए। उन्होंने नशा तस्करों के खिलाफ चलाई गई मुहिम को सिरे चढ़ाया। उन्होंने पब्लिक से मिली सूचना के बाद अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया। यही वजह है कि हर रेड में पुलिस को कामयाबी मिलीं। साल-2020 में जिला पुलिस द्वारा 7 किलो 570 ग्राम हेरोइन, 45 किलो 864 ग्राम अफीम, 25 किलो 520 ग्राम गांजा, 2398 किलो 965 ग्राम चूरापोस्त, 182558 नशीली प्रतिबंधित गोलियां व 110109 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद किए गए है।
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