शांतिमई तरीके से विरोध दर्ज करवा रहे कांग्रेस विधायकों को गिरफ़्तार करना तानाशाही का एक और उदाहरण

Dabwalinews.com
हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने शांतिमई तरीके से अपना विरोध दर्ज करवा रहे कांग्रेस विधायकों को सरकार के इशारे पर गिरफ़्तार किए जाने पर इसे सरकार की तानाशाही का एक और उदाहरण बताया है।
सिहाग ने बताया कि देश भर में कांग्रेस पार्टी के विधायक कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ़ और किसानों की मांगों के समर्थन में अपने अपने राज्यों में किसान अधिकार दिवस पर राजभवन घेराव कर अपना विरोध दर्ज करवा रहे थे, लेकिन हरियाणा सरकार के इशारे पर पुलिस ने दो बार उन्हें जबरदस्ती गिरफ़्तार कर सरकार की तानशाही का उदाहरण दिया है। उन्होंने कहा कि आज किसान सड़कों पर बैठे हैं और सरकार कोई साक्रात्मक हल निकालने की बजाय अपनी हठ पर अड़ी हुई है, इसलिए कांग्रेस पार्टी ने किसानों की मांगों को राज्यपाल के समक्ष रख सरकार को सन्देश देना चाहा, लेकिन सरकार ने आवाज को दबाने के लिए पुलिस का प्रयोग किया जोकि बहुत ही निंदनीय है। विधायक ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस के शीर्श नेतृत्व ने राज्यपाल से इस विरोध के दौरान कुछ विधायकों को मिलने की भी अनुमति मांगी पर राज्यपाल ने अनुमति नहीं दी।अमित सिहाग ने कहा कि इससे पहले भी विपक्ष के नेता चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने दो बार राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए विधानसभा सत्र बुलाने की मांग रखनी चाही लेकिन राज्यपाल इस और ध्यान नहीं दे रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन काले कानूनों के खिलाफ़ लगातार किसानों की आवाज को बुलंद करने का काम करेगी और अन्त में जीत किसानों की होगी।

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