सरकार की गलत नीतियों से गांव स्तर पर 80 प्रतिशत कुटिर लघु उद्योग बंद हो चुके हैं - बजरंग गर्ग
Dabwalinews.com
चंडीगढ़ - हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने व्यापारी प्रतिनिधियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के निजी क्षेत्र में हरियाणा के युवाओं को 75 प्रतिशत आरक्षण बिल को मंजूरी देने से पहले हरियाणा में बंद पड़े उद्योगों को चालू कराने, नए उद्योग लगाने के लिए योजना बनाकर, उद्योग लगाने के लिए सुविधा व रियायतें देनी चाहिए थी जबकि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी हरियाणा में निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत आरक्षण संबंधी फैसला पर हैरानी जताते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने ऐसा निर्णय क्यों और किस आधार पर लिया यह समझ से परे है। यह सच्चाई है कि अगर हरियाणा में नए उद्योग ही स्थापित नहीं होंगे व बंद पड़े उद्योग दोबारा चालू नहीं होंगे तो युवाओं को रोजगार कहा से मिलेगा। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीति व टैक्स की दरें काफी अधिक होने के कारण काफी उद्योग धंधे बंद हो चुके हैं और काफी उद्योग बंद होने के कगार पर है। यहां तक की गांव स्तर पर जो कुटिर लघु उद्योग लगे हुए थे जिसमें हर जरूरत का समान बनता था। वह छोटे-छोटे उद्योग लगभग 80 प्रतिशत बंद हो चुके। कुटिर लघु उद्योग बंद होने से गांवों में लाखों युवा व बहनें बेरोजगार हो गई है। इतना ही नहीं हरियाणा कृषि उपज प्रदेश है। हरियाणा कृषि उपज प्रदेश होने के बावजूद भी 90 प्रतिशत गवार की मिलें व 50 प्रतिशत अनाज संबंधित मिलें हरियाणा में बंद हो चुकी है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा की सरकार युवाओं को 75 प्रतिशत रोजगार निजी क्षेत्र में देने की बात करके युवाओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है यदि हरियाणा सरकार की नीयत युवाओं को रोजगार देने की है तो सरकार को सबसे पहले प्रदेश में व्यापार व उद्योगों को बढ़ावा देना चाहिए। प्रदेश में अगर बंद पड़े उद्योग चालू होंगे व नए-नए उद्योग स्थापित होंगे तो लाखों बेरोजगार को रोजगार मिलेगा। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि प्रदेश में व्यापार व उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार नई नीति बनाकर। उद्योगपतियों को उद्योग लगाने के लिए सस्ती जमीन, उद्योगों में लगने वाली मशीनें, बिजली के बिलों में सब्सिडी व कम ब्याज पर लोन दे और गांव स्तर पर लगने वाले कुटिर लघु उद्योगों को बिना ब्याज के लोन दे। इससे गांवों में ही छोटे-छोटे उद्योगों के माध्यम से युवा व बहनों को गांव में ही रोजगार मिल जाएगा। इससे पड़ोसी राज्यों के उद्योगपति भी हरियाणा में अपना उद्योग लगाएंगे। जिसके कारण हर बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा और प्रदेश तरक्की करेगा।
Source Link - Press Release,
No comments:
Post a Comment