कोविड-19 के दौरान महिलाओं के साहस व सहनशीलता विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का किया आयोजन
Dabwalinews.com
डबवाली। महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय व हरियाणा राज्य महिला आयोग पंचकूला के संयुक्त तत्वाधान तथा डॉ. गिरधारी लाल गर्ग के मार्गदर्शन तथा प्राचार्य डॉ. पूनम वधवा की अध्यक्षता में महिला प्रकोष्ठ एवं कानूनी साक्षरता प्रकोष्ठ के प्रयास से कोविड-19 के दौरान महिलाओं के साहस व सहनशीलता विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। प्राचार्य ने मुख्य वक्ता प्रीति भारद्वाज दलाल एवं जस्टिस भारत भूषण प्रसून का परिचय देने के उपरांत कार्यक्रम का आगाज किया। प्राचार्य डा. पूनम वधवा ने नारी के स्वरूप की चर्चा करते हुए कहा कि नारी स्वयं सृजन कर्ता, पालनकर्ता एवं स्वयं सिद्धा है। हमारे ग्रंथों में भी कहा गया है कि जहां नारी की पूजा होती है वहां देवताओं का निवास होता है।
उन्होंने कहा कि वैदिक काल में भी महिलाओं की महिलाओं के सम्मान की महिमा गाई गई है किंतु मध्यकाल तक आते-आते विदेशी आक्रांताओं के कारण महिलाओं की स्थिति में गिरावट आने लगी। नारी कमजोर नहीं है बस आवश्यकता है क्षमता को उचित अवसर प्रदान करने की। स्त्री-पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं। कोविड-19 में साहस और सहनशीलता के साथ प्रत्येक क्षेत्र में हिम्मत एवं सजगता के साथ स्त्री शक्ति सामने आई है। मंच की गरिमा व पावनता हेतु ज्ञान की देवी का वंदन करने हेतु बीए तृतीय वर्ष की छात्रा सरिता ने सरस्वती वंदन किया। मुख्य वक्ता प्रीति भारद्वाज दलाल ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग के दायित्व एवं कर्तव्य की व्याख्या एवं राज्य में महिला उत्पीडऩ एवं निराकरण पर प्रकाश डाला। कोविड-19 के दौरान महिलाओं की मनोदशा मानसिक दबाव एवं उनके उत्थान में महिला आयोग के सहयोग एवं कार्य प्रणाली का परिचय दिया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में जस्टिस भारत भूषण प्रसून भूतपूर्व पंजाब एंड हरिया़णा हाईकोर्ट चंडीगढ ने कानून के अंतर्गत महिलाओं के क्या वैधानिक आधार हंै और उनके क्या समाधान हैं पर प्रकाश डालते घरेलू हिंसा के खिलाफ बचाव हेतू -2005 की जानकारी दी। सीडीएलयू के रजिस्ट्रार डा.राकेश वधवा,जेसीडी की निदेशक डॅा. शमीम शर्मा,डॅा.अम्डेकर कॉलेज के प्राचार्य राकेश भट्टी, बीएड कॉलेज डबवाली की प्राचार्य डॉ. पूनम गुप्ता,माता हरकी देवी कॉलेज की प्राचार्य डा.अभिलाषा विषेष रुप से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई । कार्यक्रम के अंत मे प्राचार्य ने सभी वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। समापन डा. शशि बाला द्वारा कल्याण मंत्र से हुआ। कार्यक्रम की समिति के सदस्य डा. शशि बाला,पूनम बब्बर,डा.पदमा, पूजा बांसल, डा. गरिमा, डा. निर्मला रानी , सुमन पाहूजा मौजूद थे जबकि नीतू बांसल,प्रिंयका गर्ग,राजवीर कौर तकनीकी सहयोगी के रूप में इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
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