फिर विधानसभा में विधायक अमित सिहाग ने पुरजोर तरीके से रखी डबवाली को ज़िला बनाने की मांग
Dabwalinews.com
हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने फिर से विधानसभा में डबवाली को ज़िला बनाने की मांग पुरजोर तरीके से रखी है। विधानसभा सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रही चर्चा के दौरान विधायक सिहाग ने डबवाली में बढ़ते अपराध, चरमराती कानून व्यवस्था व नशे की फैलती हुईं जड़ों आदि को, आंकड़ों समेत आधार बनाकर,सदन में रखते हुए फिर से, सरकार से कालावाली को डबवाली से जोड़ कर, डबवाली को ज़िला बनाने की मांग की। उन्होंने हल्के की चरमराती कानून व्यवस्था, चाहे वो अपराध बड़ने के चलते गांव गंगा में पंचायत द्वारा खुद के चोंकीदार लगाना हो, या कालूआना में कुछ सौ रुपए चुराने के लिए गौशाला के सेवादार की की गई निर्मम हत्या हो, शहर डबवाली में हो रही चोरी और छीना झपटी की घटनाएं हों या अलग अलग जगहों से बरामद हुईं नशे की गोलियां, अफीम, पोस्त हो, सब का हाल विधानसभा में बयां करते हुए अखबारों की कटिंग दिखाते हुए बताया कि किस कदर अपराध हल्के में पांव पसार रहा है। सिहाग ने कहा कि अपराध और नशे के बीच एक बड़ा गठजोड़ है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि वर्ष 2020 में जब कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते सब गतिविधियां और वाहनों की आवाजाही तक बंद थी, उस काल में डबवाली में नशे से संबन्धित आंकड़े चौकाने वाले हैं। सिहाग ने आंकड़े बताते हुए कहा कि वर्ष 2020 में डबवाली शहर व सदर थाना के अंतर्गत लॉकडाउन काल को मिलाकर 203 तीन मामले एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किए गए जिसमे 1.182 हजार ग्राम हेरोइन, 86434 नशे की गोलियां और हजारों किलो बरामद किया गया डोडा पोस्त इस समस्या की गम्भीरता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार सच में इस मुद्दे पर गंभीर है तो नशे और अपराध के गठजोड़ को तोड़ना होगा।
सिहाग ने उपरोक्त विभिन्न तथ्य सदन में रखते हुए फिर से डबवाली और कालावाली को मिलाकर डबवाली को पुलिस ज़िला बनाने की मांग की। उन्होंने सदन में याद दिलाया कि 7 जुलाई 2020 को उन्होंने सर्वप्रथम मुख्य्मंत्री हरियाणा से मुलाकात कर सारे आंकड़े उन के समक्ष रख डबवाली को ज़िला बनाने की मांग की थी और उसके बाद अगस्त में हुए विधानसभा सत्र में भी इस मांग को सदन में उठाया था। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा इस विषय में जो प्रशाशनिक जानकारी ली गई है वो सारी जानकारी और प्रशासन द्वारा दिए गए तथ्य, जिसमे बताया गया है कि डबवाली एक ऐसा क्षेत्र है जिसके तीन और पंजाब, राजस्थान बॉर्डर है, अपराधी क्राइम कर के एक राज्य से दूसरे राज्य में भाग जाते हैं और पुलिस बल की कमी के चलते अपराध पर अंकुश लगाने में मुश्किल पेश आ रही है। इसके इलावा जिला मुख्यालय से डबवाली, कालावाली व मुख्य गांव चौटाला की दूरी क्रमश:60,50,90 किलोमीटर होने के कारण आमजन अपनी समस्या के समाधान हेतु जिला प्रशाशनिक अधिकारी तक पहुंचने में असमर्थ है। ये सारे आंकड़े अपने आप में दर्शाते हैं कि डबवाली को ज़िला बनाने की जरुरत है। सिहाग ने कहा कि जितने गांव ज़िला बनाने के लिए ज़रूरी हैं, वो भी दोनों उपमंडलों को मिला कर पूरे हैं ऐसे में अगर डबवाली को ज़िला बनाया जाता है तो जहां बढ़ रहे अपराध और नशे पर नकेल कसी जायेगी वहीं आमजन को भी इसका भरपूर लाभ होगा।
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