विधायक अमित सिहाग ने फिर से विधानसभा में उठाया कालूआना खरीफ चैनल का मुद्दा

 

Dabwalinews.com
हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने चल रहे विधानसभा सत्र में कालूआना खरीफ चैनल का मुद्दा फिर से उठाते हुए सरकार को घेरा। विधायक ने बताया कि उन्होंने विधानसभा में प्रश्न लगाया था कि 2014 से अब तक सिरसा जिले में कितने खरीफ़ चैनलों को सरकार द्वारा मंजूर किया गया है और उनकी क्या स्थिति है। जिसके जवाब में कृषि मंत्री ने बताया सिरसा जिला में चार खरीफ चैनल सरकार द्वारा मंजूर किए गए हैं लेकिन अभी उनका निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।
और जो पिछली सरकार के समय मंजूर किए गए 2 चैनल रत्ता खेड़ा खरीफ चैनल और नाईवाला चैनल का बचा हुआ कार्य पूरा किया है। इस जवाब के चलते विधायक ने मंत्री को घेरते हुए कहा कि उन्होंने पिछली बार विधानसभा सत्र में कालूआना खरीफ चैनल के निर्माण का कार्य करवाने को कहा था लेकिन सरकार ने पानी की कमी होने के बहाना बना उसे रद्द कर दिया था। उन्होंने कहा कि पानी की कमी नहीं है बल्कि राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण इसे रद्द किया गया है। सिहाग ने कहा कि अगर पानी की कमी थी तो कालूआना खरीफ चैनल को रद्द कर सिरसा जिला में चार अन्य खरीफ चैनल को क्यों मंजूरी दी गई।कृषि मंत्री द्वारा पानी की कमी का हवाला देकर कालूआना खरीफ चैनल रद्द करने के जवाब पर सिहाग ने आंकड़े बताते हुए कहा कि कालूआना खरीफ चैनल 29500 जीबीएसएम लिंक चैनल से निकलना था जिसके लिए वर्ष 2014 में तत्कालीन हुड्डा सरकार के समय डॉक्टर केवी सिंह के प्रयासों से 16 फरवरी 2014 को कालूआना खरीफ चैनल के निमार्ण कार्य का नींव पत्थर रखा गया था और करीब 36करोड रूपए मंजूर किए गए थे साथ ही जमीन के लिए सेक्शन 4 व 5 की धाराएं लग चुकी थी। सिहाग ने कहा कि सरकार बदलने के बाद खट्टर सरकार ने इस प्रॉजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया और उसकी जगह इसी जिले में अन्य जगहों पर चैनल मंजूर कर दिए गए।
उन्होंने कहा कि उस समय 29500 हैड की क्षमता 253 क्यूसिक थी जो की बाद में अपग्रेड होने के बाद इसकी क्षमता 609 क्यूसिक हो गई थी और 30 प्रतिशत अतिरिक्त पानी के बहाव की भी संभावना रहती है ऐसे में इसकी कुल क्षमता 792क्यूसिक बनती है। और कालूआना खरीफ चैनल को केवल 180 क्यूसिक पानी की जरुरत है। सिहाग ने कहा कि सरकार ने जो अन्य चैनल मंज़ूर किए थे उसके लिए अभी तक सरकार भूमि भी अधिकृत नही कर पाई है और उसके विपरित कालूआना खरीफ चैनल के लिए किसान अपनी जमीन देने को तैयार हैं।
सिहाग ने मुख्य्मंत्री की और देखते हुए सवाल किया कि क्या आप इस खरीफ चैनल को बना 14 गांवों के किसानो को पानी देने का काम करेगें, जिस पर कृषि मंत्री कोई संतोष जनक जवाब नही दे पाए और बोले कि जिले में जो अन्य चैनल मंज़ूर किए थे उनको भी खारिज़ कर दिया गया है। विधायक ने कहा कि कालू आना खरीफ चैनल की क्षेत्र के किसानो को बहुत आवश्यकता है क्योंकि इस क्षेत्र में जमीनी पानी का स्तर भी कम और नहरी पानी की भी यहां कमी है। अतः क्षेत्र की जरुरत को देखते हुए कालूआना खरीफ चैनल को प्राथमिकता से बनाया जाए।
Source Link - Press Release

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