पटरी पर लौटने लगा जनजीवन , ऑड-इवन फार्मूले से खुले बाजार, लोगों ने ली राहत की सांस

Dabwalinews.com
लॉकडाऊन के चौथे चरण में सरकार की ओर से बड़ी राहत दी गई है। कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए लॉकडाऊन की अवधि 31 मई तक बढ़ा दी गई है। एक सप्ताह के लिए बढ़ाए गए लॉकडाऊन में लोगों को कुछ राहत भी दी गई है। जिसके तहत ऑड-इवन फार्मूले के तहत सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। बीती 30 अप्रैल को सरकार की ओर से एक व दो मई को वीकेंड लॉकडाऊन लगाया गया था। प्रदेश के 9 जिलों में वीकेंड घोषित किया गया था, जिसमें सिरसा भी शामिल था। तीन मई को प्रदेशभर में लॉकडाऊन लगाया गया। जिसे 10 मई को एक सप्ताह के लिए बढ़ाया गया। इसके बाद 17 तक और फिर 24 तक बढ़ाया गया था। पिछले 23 दिनों से लॉकडाऊन की वजह से सिरसा की आर्थिक गतिविधियां ठप होकर रह गई थी। लोगों में रोष भी पनपने लगा था और लॉकडाऊन में छूट देने की मांग उठने लगी थी। हालांकि लॉकडाऊन में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी और रिकवरी की दर सुधरने पर सरकार की ओर से राहत देने का फैसला लिया गया। सोमवार को ऑड-इवन फार्मूले से बाजार खोले गए। सुबह सात बजे ही दुकानदार मार्केट में पहुंच गए और खरीददार भी जरूरत का सामान खरीदने बाजार में पहुंचें।

सप्ताह में तीन दिन खुलेगी दुकानें
ऑड-इवन फार्मूले के तहत बाजारों में दुकानों पर एक, दो नंबर अंकित किया गया। सोमवार को जिन दुकानों के आगे दो नंबर अंकित किया गया था, उन्हें खोलने की इजाजत दी गई थी। मंगलवार को एक नंबर अंकित वाली दुकाने खुलेंगी तथा दो नंबर अंकित दुकानें बंद रहेगी। इस प्रकार सप्ताह में तीन दिन ही दुकानदार अपनी दुकान खोल पाएगा। पिछले 23 दिनों से घरों में रह रहे दुकानदारों ने सप्ताह में तीन दिन दुकान खोलने की ही मोहलत मिलने पर आभार प्रकट किया है। उनके अनुसार वे भी चाहते है कि कोरोना पर जीत हासिल की जाए। लेकिन आर्थिक पक्ष भी देखना मजबूरी है। आय का स्त्रोत बंद होने और बिजली बिल, कर्मचारियों का वेतन, बैंक का ब्याज सहित अन्य देनदारियों के लिए कामकाज की मोहलत मिलना जरूरी है।

नगर परिषद ने करवाई मार्किंग
ऑड-इवन फार्मूले से दुकान खोलने की अनुमति दिए जाने को लेकर असंमजस की स्थिति बनी हुई थी, जिसे नगर परिषद ने दूर किया। दरअसल, सिरसा में दुकानों के नंबर नहीं है। पिछली बार लेफ्ट-राइट का फार्मूला अपनाया गया था। ऑड-इवन को लेकर बनी दुविधा का प्रशासन की ओर से दुकानों के आगे एक-दो अंकित करवाकर निकाला गया। जिसके तहत सोमवार को 2 नंबर अंकित दुकानों को खोलने की अनुमति मिली। एक नंबर अंकित दुकानदार अपने घरों को लौट गए।

कुछ तो राहत मिलेगी : हीरालाल शर्मा

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष हीरालाल शर्मा ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए लॉकडाऊन रूपी हथियार का इस्तेमाल किया गया। लेकिन आर्थिक व्यवस्था भी चरमराने लगी थी। इसलिए व्यापारियों की ओर से मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दुकानें खोलने के लिए राहत दिए जाने का आग्रह किया था। सरकार ने लॉकडाऊन की अवधि एक सप्ताह के लिए अवश्य बढ़ाई लेकिन ऑड-इवन फार्मूले के तहत दुकानें खोलने की इजाजत भी दी है। इस फार्मूले से हरेक दुकानदार सप्ताह में तीन दिन अपनी दुकान खोल पाएगा। इस फार्मूले से कुछ तो राहत मिलेगी।

वाइन शॉप पर रही भीड़

इस बार लॉकडाऊन में वाइन शॉप भी बंद रही। जिसके कारण लोगों में शराब को लेकर काफी तडफ़ देखी गई। ऑड-इवन फार्मूले के तहत वाइन शॉप को भी खोलने की अनुमति मिली। जिसके साथ ही आज वाइन शॉप पर खरीददारों की भीड़ दिखाई दी। हालांकि इस फार्मूले के तहत जिन वाइन शॉप का नंबर नहीं था, वे बंद रहीं। सुरा-प्रेमियों में आज संतोष का भाव देखा गया।

खरीददारी करने उमड़ा शहर

23 दिन बाद खुले बाजार तो सिरसा में लोगों का हुजूम खरीददारी करने के लिए उमड़ पड़ा। जिसके कारण बाजारों में भारी भीड़ दिखाई दी। लॉकडाऊन के दौरान केवल दवाईयों, फल-फ्रूट और किरयाणा दुकानों को ही कुछ समय तक खोलने की इजाजत थी। ऐसे में लोग अन्य जरूरत का सामान नहीं खरीद पाए थे। आज बाजार खुलने पर लोगों ने खरीददारी के लिए बाजार का रूख किया।

समय का नहीं रखा ख्याल

सोमवार को ऑड-इवन के फार्मूले के तहत मिले ढील की पहले ही दिन पालना नहीं हुई। प्रशासन की ओर से सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक की अनुमति दी गई थी। लेकिन बाजार में अधिकांश दुकानें इस समय अवधि के बाद भी खुली देखी गई। दुकानदार एक-दूसरे के देखादेखी दुकानें बंद करने का इंतजार करते रहें। जिसके कारण सरेआम छूट का उल्लंघन किया गया।

भ्रमित हुए दुकानदार

अॅाड-इवन के फार्मूले को लेकर सोमवार को दुकानदार भ्रमित रहें। चूंकि नगर परिषद की ओर से हर दुकान पर मार्का नहीं लगाया जा सका था, जिसके कारण जिन दुकानों पर मार्का नहीं लगा था, वे भ्रम की स्थिति में रहें। इसके साथ ही इस आशय के भ्रम को स्पष्ट करने के लिए भी बाजार में कोई नहीं आया। बाजारों में इस आशय की मुनादी भी नहीं करवाई गई कि कौन-से नंबर वाली खुलेगी और कौन-सी नहीं खुलेगी। असमंजस की यह स्थिति सिरसा में भी कई जगहों पर बनी हुई थी, जबकि कस्बा की मार्केट का तो बुरा हाल था। कालांवाली मंडी में तो तमाम मार्केट खुली रहीं। दुकानदारों ने ऑड-इवन की बजाए लेफ्ट-राइट फार्मूले के तहत दुकानें खोलने की इजाजत देेने की मांग की है।

पुलिस की कमी खलती रहीं

किसानों के हिसार में प्रदर्शन के दृष्टिगत पुलिस को वहां भेजा गया था, इस वजह से पुलिस की कमी भी खली। पुलिस द्वारा बनाए गए नाकों और व्यवस्था बहाली में जुटे पुलिस जवानों को हिसार भेजा गया था। इसके कारण बाजारों में व्यवस्था बहाली सही ढंग से नहीं हो पाई।

दुकानों के समय को लेकर रोष

प्रशासन की ओर से दुकान खोलने का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक दिया गया है। जोकि दुकानदारों को नागवार गुजरा। चूंकि लोगों की दिनचर्या ही सुबह 9-10 बजे से पहले पूरी नहीं होती। ऐसे में कोई भी व्यक्ति खरीददारी करने के लिए सुबह 7 बजे घर से नहीं निकलता। गृहणियों को घर की साफ-सफाई व अन्य कामकाज निपटाने में ही दोपहर हो जाती है। जबकि दोपहर 12 बजे दुकानें बंद करने का समय है। ऐसे में दुकानदारों की ओर से दुकानों का समय तब्दील करने की मांग की गई है। उनके अनुसार प्रशासन को सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक या सुबह 10 बजे से सायं 5 बजे तक की मोहलत दी जानी चाहिए। वैसे भी सिरसा में दूरदराज के गांवों से लोग अपनी जरूरत का सामान खरीदने आते है। सुबह 7 बजे के स्थान पर सुबह 9 या 10 बजे का समय किया जाना दुकानदारों व ग्राहकों के हित में होगा। भले ही छूट की अवधि समान रखी जाए।

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