एक शक्स ऐसा जिया कि हम सबको जीना सिखा गया : नरेश शर्मा

Dabwalinews.com
शहर की अग्रणी संस्था वरच्युस क्लब (इंडिया) के संस्था सदस्यों ने ऑनलाइन बैठक करके क्लब के मुख्य सलाहकार व शिक्षाविद् प्रो. आत्मा राम अरोड़ा के ऑकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए शोक प्रस्ताव पारित किया। बैठक को संबोधित करते हुए क्लब के संस्थापक केशव शर्मा ने कहा कि संस्था का नामकरण गुरुदेव ने ही किया था, करीब 35 वर्ष पूर्व उन्होंने शहर के युवाओं को समाजसेवा के प्रति जागरूक किया। क्लब से जुड़े अनेक सदस्य उनके विद्यार्थी रहे हंै।
उन्होंने कहा कि बतौर मुख्य सलाहकार क्लब द्वारा आयोजित प्रत्येक प्रकल्प को सफल बनाने के लिए उन्होंने बहुत कार्य किया। प्रबंधक समिति सदस्य परमजीत कोचर व तरसेम गर्ग ने कहा कि दिवंगत अरोड़ा साहिब का समस्त इलाकावासी बहुत सम्मान करते हैं। गुरू नानक कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर रहते हुए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बेहद सराहनीय कार्य किया। सेवानिवृत्ति के पश्चात् जहां उन्होंने कई विद्यार्थियों को इंग्लिश की नि:शुल्क कोचिंग दी, वहीं वरिष्ठ नागरिक संघ की स्थापना के बाद प्रधान पद पर रहते हुए बुजुर्ग साथियों के जीवन में खुशियां भरने का काम किया। क्लब के वरिष्ठ उप-प्रधान मनोज शर्मा, सचिव हरदेव गोरखी व सोनू बजाज ने भी उनके साथ किए गए कार्यों व उनकी कार्यशैली को याद करते हुए कहा कि अब हम सभी का दायित्व है कि उनके मानवता के प्रति कल्याण हेतु सपनों को साकार करने के कार्य करने होंगे, क्योंकि वो पूरे समाज में अपना अहम प्रेरणादायक किरदार निभाकर विदा हुए हैं, उनके ऑक्समिक निधन पर पूरे इलाके में शोक की लहर है। उत्तर भारत के प्रसिद्ध रंगकर्मी व उनके पूर्व विद्यार्थी संजीव शाद ने कहा कि कॉलेज के जमाने से ही वो एनएसएस व यूथ क्लब के माध्यम से युवा पीढ़ी का रुख कला, संस्कृति व समाजसेवा की ओर मोड़ देते थे। भाषण, कविता, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में उनके कुशल मार्गदर्शन में कॉलेज, इंटर कॉलेज व यूथ फेस्टिवल में विजय प्राप्ति के बाद मिले सम्मान चिन्ह आज भी हम सबके घरों की दीवारों पर सजे हुए हंै। इलाके में होने वाले कार्यक्रमों में उनकी शिरकत घर में बड़े बुजुर्गों जैसी सम्मानीय होती थी और उनका व्यक्तित्व समाजसेवा के प्रति ऊर्जा व प्रेरणा देता था। सदस्य परम धुन्ना ने कहा कि क्लब की ओर से उनकी मधुर याद में इंग्लिश स्पोकन क्लासेज नि:शुल्क चलाई जाएगी। पर्यावरण प्रेमी डॉ. बीर चंद गुप्ता ने अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज हमने एक कुशल शिक्षक, फिलॉस्फर, निर्देशक व सबसे परममित्र खो दिया, हालांकि इन दिनों वो सिरसा में थे, लेकिन उनका दिल-दिमाग डबवाली की रूह में बसता था। सोशल मीडिया माध्यम से आज भी डबवाली से जुड़े हुए थे, ऐसी महान पुण्य आत्मा डबवाली की धरोहर है और उनकी याद सदैव बनी रहेगी। समाजसेवी प्रवीण सिंगला ने कहा कि वर्तमान कोरोना काल के दौर में हम एक-दूसरे के दु:ख में शामिल भी नहीं हो सकते। हमने अपने बहुत से साथियों को खो दिया जिनमें से गुरुदेव एआर अरोड़ा जी भी एक हैं। वो हमारा सशक्त सहारा व जीवन की हर समस्या का समाधान थे और किसी भी समय कोई भी उनसे मिलकर आत्मबल प्राप्त कर सकता था, क्योंकि उनकी बातों से मनोबल बढ़ता था। क्लब प्रधान नरेश शर्मा ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि एक शक्स ऐसा जिया कि हम सबको जीना सिखा गया। उनकी हर कार्यशैली ही हम सबका मार्गदर्शन करती है। अपनी जीवन रूपी यात्रा में हर मौके पर उनके चेहरे पर मुस्कान बनी रहती थी, वो रूहानी रूह के मालिक थे। सिमरन, सेवाभाव सदैव मन में रहा। वो दिल से जिये बल्कि विदा होने पर भी जिंदगी का बहुत बड़ा पाठ पढ़ा गए कि जिंदगी एक यात्रा है...बस जो किरदार हमें मिला है वो सेवार्थ हेतु ही है। ऐसे गुरुदेव के जीवन चरित्र से जीवन जीने की कला सीखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि वरच्युस परिवार शहरवासियों के साथ मिलकर गुरुदेव की याद को सदैव याद रखेगा। बैठक में मौजूद रहे प्रणव ग्रोवर, सुमित अनेजा, सुमित, जसदीप गिल आदि क्लब सदस्यों ने अंत में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रख अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उल्लेखनीय है कि आर्य समाज, सेवा भारती सहित शहर की धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी उनके निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है।

No comments:

IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

क्या डबवाली में BJP की इस गलती को नजर अंदाज किया जा सकता है,आखिर प्रशासन ने क्यों नहीं की कार्रवाई