मंझे हुए खिलाड़ी की भांति पिच पर डटे हैं अमित सिहाग , राजनीति को दे रहे नए आयाम, सर्वसुलभ छवि से घर-घर में पैठ
Dabwalinews.com
राजनीति के मैदान में युवा नेताओं द्वारा अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करवाई जा रही है, जिसमें डबवाली के विधायक अमित सिहाग का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है।अपने बलबूते विधायक बने अमित की पैठ पिछले दो सालों में अधिक बढ़ी हैं। वर्ष 2019 के चुनाव में उन्होंने डबवाली विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी। घर पर ही राजनीति की शिक्षा पाने वाले अमित सिहाग ने अपनी अलग छवि से घर-घर में पैठ बनाने में कामयाबी हासिल की है। हालांकि उन्हें पिता डॉ. केवी सिंह द्वारा तैयार किया गया नेटवर्क और कार्यकर्ताओं का सहयोग विरासत में मिला है। डॉ. सिंह कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ओएसडी रहे और उन्होंने लोगों के बीच गहरी पैठ भी बनाई। लोगों के सुख-दुख में शरीक होकर लोगों के कामकाज करवाकर उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई। डॉ. केवी सिंह ने विधानसभा चुनावों में भाग्य भी आजमाया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पुत्र अमित सिहाग ने पहली बार में उस लक्ष्य को भेदने में कामयाबी हासिल की जहां पिता को सफलता नहीं मिल पाई थी। इस सफलता के बावजूद अमित सिहाग के व्यवहार में नम्रता ही बढ़ी, उनका लोगों से मेलजोल बढ़ा। लोगों की पीड़ा को सुनना और उन्हें दूर करने के प्रयास लगातार जारी रहे। अमित सिहाग अपनी अलग छवि से घर-घर में पैठ बनाने में कामयाब हुए हैं। राजनीति से ऊपर उठकर वे पूरे डबवाली विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं से दूर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उनके जैसे सक्रिय विधायक प्रदेशभर में चुङ्क्षनदा ही हैं।
जब पुकारो तब हाजिर
अमित सिहाग के व्यवहार से कभी भी ऐसा नहीं लगता कि वे विधायक हैं। उनकी सादगी और सर्वसुलभ होने की खूबी होने के कारण उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ी हैं। विधानसभा क्षेत्र के गांव हो या शहरी एरिया, लोगों द्वारा जब भी उन्हें पुकारा गया विधायक अमित सिहाग हाजिर मिले। वे अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय नेता हैं जो लोगों के बीच हमेशा बने रहते हैं और उनके सुख-दुख में शरीक होते हैं। लोगों की समस्याओं को सुनना और उनके निदान के लिए प्रयास करने का अमित सिहाग का अपना अलग अंदाज हैं। वे समस्या के समाधान के लिए विधानसभा से लेकर विभाग के आलाधिकारियों से तक पहुंचते हैं।
नहरी पुलों के जीर्णोद्धार से जीता दिल
अमित सिहाग को अन्य कार्यों के साथ-साथ जर्जर-जर्जर नहरी पुलों के जीर्णोद्धार के कार्यों के लिए सराहा जा रहा है। पिछले दो-तीन दशकों से खस्ताहाल हुए नहरों के पुल सरकारों के बीच उलझे होने के कारण लोगों के भय का कारण बने हुए थे। पंजाब, राजस्थान व हरियाणा के बीच लटके राजस्थान कैनाल के पुलों की मुरम्मत के लिए विधायक अमित सिहाग ने जो प्रयास किया है उसकी स्थानीय लोग मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हैं। उन्होंने हरियाणा के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ राजस्थान के अधिकारियों से भी तालमेल करके जर्जर नहरी पुलों को दुरुस्त करवाने का कारनामा अंजाम दिया है।
सोशल मीडिया पर एक्टिव
अमित सिहाग सोशल मीडिया पर भी बेहद सक्रिय हैं। वे फेसबुक, ट्विटर व वाट्सअप के माध्यम से हजारों लोगों के माध्यम से जुड़े हैं। जिन भी गांवों और एरिया का वे दौरा करते हैं वहां के लोगों के बीच अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक करते हैं। बाद में ग्रामीणों से लगातार संपर्क भी बनाए रखते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से वे लोगों की समस्या को बखूबी समझ पाते हैं। सोशल मीडिया पर विरोधी टिप्पणी को भी वे पॉजीटिव रूप से लेते हैं और पब्लिक की समस्या के समाधान का हरसंभव प्रयास करवाते हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में करवाया ऐतिहासिक सुधार
स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में जितना संघर्ष और लड़ाई विधायक अमित सिहाग ने डबवाली क्षेत्रवासियों के लिए लड़ी, वैसी पैरवी शायद किसी ने की हो। डबवाली में ब्लड बैंक की स्थापना को लेकर उन्होंने लंबे समय तक संघर्ष किया। कोरोनाकाल में डबवाली में कोविड अस्पताल शुरू करने के लिए भी उनके प्रयासों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। अमित सिहाग के प्रयासों से ही डबवाली में जिला का पहला ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो पाया। बताया जाता है कि विधायक अमित सिहाग के प्रयासों से ही इस ऑक्सीजन प्लांट के लिए 85 लाख रुपये की राशि किसी संस्था द्वारा दान में दी गई है।
राजनीति के मैदान में युवा नेताओं द्वारा अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करवाई जा रही है, जिसमें डबवाली के विधायक अमित सिहाग का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है।अपने बलबूते विधायक बने अमित की पैठ पिछले दो सालों में अधिक बढ़ी हैं। वर्ष 2019 के चुनाव में उन्होंने डबवाली विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी। घर पर ही राजनीति की शिक्षा पाने वाले अमित सिहाग ने अपनी अलग छवि से घर-घर में पैठ बनाने में कामयाबी हासिल की है। हालांकि उन्हें पिता डॉ. केवी सिंह द्वारा तैयार किया गया नेटवर्क और कार्यकर्ताओं का सहयोग विरासत में मिला है। डॉ. सिंह कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ओएसडी रहे और उन्होंने लोगों के बीच गहरी पैठ भी बनाई। लोगों के सुख-दुख में शरीक होकर लोगों के कामकाज करवाकर उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई। डॉ. केवी सिंह ने विधानसभा चुनावों में भाग्य भी आजमाया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पुत्र अमित सिहाग ने पहली बार में उस लक्ष्य को भेदने में कामयाबी हासिल की जहां पिता को सफलता नहीं मिल पाई थी। इस सफलता के बावजूद अमित सिहाग के व्यवहार में नम्रता ही बढ़ी, उनका लोगों से मेलजोल बढ़ा। लोगों की पीड़ा को सुनना और उन्हें दूर करने के प्रयास लगातार जारी रहे। अमित सिहाग अपनी अलग छवि से घर-घर में पैठ बनाने में कामयाब हुए हैं। राजनीति से ऊपर उठकर वे पूरे डबवाली विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं से दूर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उनके जैसे सक्रिय विधायक प्रदेशभर में चुङ्क्षनदा ही हैं।
जब पुकारो तब हाजिर
अमित सिहाग के व्यवहार से कभी भी ऐसा नहीं लगता कि वे विधायक हैं। उनकी सादगी और सर्वसुलभ होने की खूबी होने के कारण उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ी हैं। विधानसभा क्षेत्र के गांव हो या शहरी एरिया, लोगों द्वारा जब भी उन्हें पुकारा गया विधायक अमित सिहाग हाजिर मिले। वे अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय नेता हैं जो लोगों के बीच हमेशा बने रहते हैं और उनके सुख-दुख में शरीक होते हैं। लोगों की समस्याओं को सुनना और उनके निदान के लिए प्रयास करने का अमित सिहाग का अपना अलग अंदाज हैं। वे समस्या के समाधान के लिए विधानसभा से लेकर विभाग के आलाधिकारियों से तक पहुंचते हैं।
नहरी पुलों के जीर्णोद्धार से जीता दिल
अमित सिहाग को अन्य कार्यों के साथ-साथ जर्जर-जर्जर नहरी पुलों के जीर्णोद्धार के कार्यों के लिए सराहा जा रहा है। पिछले दो-तीन दशकों से खस्ताहाल हुए नहरों के पुल सरकारों के बीच उलझे होने के कारण लोगों के भय का कारण बने हुए थे। पंजाब, राजस्थान व हरियाणा के बीच लटके राजस्थान कैनाल के पुलों की मुरम्मत के लिए विधायक अमित सिहाग ने जो प्रयास किया है उसकी स्थानीय लोग मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हैं। उन्होंने हरियाणा के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ राजस्थान के अधिकारियों से भी तालमेल करके जर्जर नहरी पुलों को दुरुस्त करवाने का कारनामा अंजाम दिया है।
सोशल मीडिया पर एक्टिव
अमित सिहाग सोशल मीडिया पर भी बेहद सक्रिय हैं। वे फेसबुक, ट्विटर व वाट्सअप के माध्यम से हजारों लोगों के माध्यम से जुड़े हैं। जिन भी गांवों और एरिया का वे दौरा करते हैं वहां के लोगों के बीच अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक करते हैं। बाद में ग्रामीणों से लगातार संपर्क भी बनाए रखते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से वे लोगों की समस्या को बखूबी समझ पाते हैं। सोशल मीडिया पर विरोधी टिप्पणी को भी वे पॉजीटिव रूप से लेते हैं और पब्लिक की समस्या के समाधान का हरसंभव प्रयास करवाते हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में करवाया ऐतिहासिक सुधार
स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में जितना संघर्ष और लड़ाई विधायक अमित सिहाग ने डबवाली क्षेत्रवासियों के लिए लड़ी, वैसी पैरवी शायद किसी ने की हो। डबवाली में ब्लड बैंक की स्थापना को लेकर उन्होंने लंबे समय तक संघर्ष किया। कोरोनाकाल में डबवाली में कोविड अस्पताल शुरू करने के लिए भी उनके प्रयासों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। अमित सिहाग के प्रयासों से ही डबवाली में जिला का पहला ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो पाया। बताया जाता है कि विधायक अमित सिहाग के प्रयासों से ही इस ऑक्सीजन प्लांट के लिए 85 लाख रुपये की राशि किसी संस्था द्वारा दान में दी गई है।
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