किसान व पुलिस प्रशासन आमने-सामने,कई घंटों तक बना रहा तनावपूर्ण माहौल
Dabwalinews.com
सिरसा। शनिवार को सिरसा में कई घंटों तक तनावपूर्ण माहौल बना रहा। किसान और पुलिस प्रशासन के आमने-सामने होने से स्थिति विकट बनी हुई थी। कई बार झड़प की स्थिति भी पैदा हुई लेकिन समाचार लिखे जाने तक स्थिति नियंत्रण में बनी हुई थी।मामले को लेकर दोनों पक्षों में बातचीत चल रही थी। बताया जाता है कि किसान संगठनों की ओर से 18 सदस्यीय कमेटी बातचीत के लिए लोकनिर्माण विश्राम गृह में गई है। जबकि प्रशासन की ओर से हिसार रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राकेश आर्य, जिला उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन, अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह व अन्य अधिकारी शामिल हुए।दरअसल, बीती 11 जुलाई को सीडीएलयू में आयोजित कार्यक्रम के बाद लौट रहे हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी पर हमला करके उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इस मामले में पुलिस द्वारा 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की वीडियो फुटेज जुटाकर हमले के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर किसानों ने जिला में आधा दर्जन जगहों पर जाम लगाकर इसका विरोध किया। इसके बाद वीरवार को भूमणशाह चौक पर जाम लगाया और गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष भी धरना दिया।किसान संगठनों की ओर से पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों को निर्दोष बताते हुए उन्हें रिहा करने की मांग की गई थी और आज शनिवार को महापंचायत बुलाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के घेराव की चेतावनी दी थी। इस चेतावनी के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता बंदोबस्त किए गए। अनेक जगहों पर बेरिकेड्स लगाए गए। सिरसा के अलावा अन्य जिलों से भी पुलिस फोर्स बुलाई गई। असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए पुलिस की ओर से ड्रोन कैमरे की भी मदद ली गई। उधर, किसान संगठनों के आह्वान पर अन्य जिलों से काफी संख्या में किसान सिरसा पहुंचें। पुलिस की ओर से बरनाला रोड को पुलिस छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया। यहां पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई। सुरक्षा के दृष्टिगत वाटर कैनन, अश्रु गैस का भी इंतजाम किया गया था। बालभवन के निकट लगाए गए बेरिकेड्स को हटाने को लेकर सुबह कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण बनी। यहां पर पुलिस ने बरनाला रोड की ओर जाने वाले किसानों को रोक दिया। किसानों ने यहां बेरिकेड्स को तोड़ दिया और आगे बढ़ गए। इस दौरान कई बार स्थिति तनावपूर्ण बनी रहीं।
राकेश टिकैत पहुंचें सिरसा
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आज दोपहर सिरसा पहुंचें। स्थानीय किसान नेताओं के आह्वान पर वे सिरसा पहुंचें। उनकी ओर से पहले ही पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की चेतावनी दी गई थी। सिरसा पहुंचे राकेश टिकैत ने भगत सिंह स्टेडियम में मौजूद किसानों को अपने संबोधन में कहा कि शासन-प्रशासन किसानों के आंदोलन को कमजोर करना चाहता है। सरकार चाहती है कि दिल्ली बार्डर से किसान डबवाली में ही अटक जाए। सिरसा व पंजाब के किसान यहीं पर उलझकर रह जाए। मगर, सरकार के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली से किसानों का मोर्चा नहीं हटेगा।राकेश टिकैत ने कहा कि बंगाल के चुनाव में भाजपा को दवा दे दी और निकट भविष्य में यूपी, उत्तराखंड और पंजाब के चुनाव के लिए दवाई तैयार की जा रही है। भाजपा को आने वाले चुनाव में भी दवा पिलाई जाएगी।
पुलिस अपने रूख पर दृड़
नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन आज तनावपूर्ण माहौल के बीच मोर्चे पर पहुंचें और उन्होंने मातहत अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक कदम उठाने की हिदायत दी। उन्होंने पुलिस का रूख स्पष्ट करते हुए कहा कि किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। जो भी व्यक्ति कानून अपने हाथ में लेगा, तोडफ़ोड़ करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डा. जैन ने कहा कि पुलिस द्वारा जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी गिरफ्तारी से पहले इस आशय की पुष्टि की गई थी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने तोडफ़ोड़ की, जान लेवा हमला किया, उनके खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने दोहराया कि कानून के दायरे में रहकर बातचीत की जाएगी। इससे बाहर रहकर कोई बातचीत नहीं होगी।
तनाव में रहें लोग, अटकी रहीं सांसें
पुलिस व किसानों के आमने-सामने आने की वजह से सिरसावासियों तनाव के माहौल में रहें, उनकी सांसें अटकी रहीं। किसी प्रकार की अनहोनी की उन्हें चिंता सताने लगी थी। चूंकि किसानों की आड़ में असामजिक तत्वों द्वारा गड़बड़ी फैलाने की आशंका बनी हुई थी। बरनाला रोड, मिनी बाईपास पर पुलिस द्वारा अवरोधक लगाए जाने की वजह से लोगों को गतंव्य पर जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
करीब 10 हजार पुलिस जवानों की तैनाती
पुलिस प्रशासन की ओर से शनिवार को फूलप्रूफ सुरक्षा बंदोबस्त किया गया। जानकारी के अनुसार किसी भी स्थिति से निपटने और कानून व्यवस्था की बहाली के लिए सिरसा में 10 हजार पुलिस व अद्र्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई। सिरसा में लगभग दो दर्जन जगहों पर नाकेबंदी की गई। पुलिस प्रशासन की ओर से असामाजिक तत्वों पर पैनी निगाह रखी गई ताकि कोई गड़बड़ी न फैला सकें।
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