स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद ने भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया : एसके आर्य
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शहर की अग्रणी संस्था आर्य समाज की ओर से रविवारीय साप्ताहिक हवन यज्ञ आर्य समाज के अध्यक्ष एसके आर्य के सानिध्य में यज्ञशाला में आयोजित किया गया। जिसमें यज्ञब्रह्मा का दायित्व आर्य समाज के प्रचार प्रमुख विजय कुमार शास्त्री ने निभाया, जबकि मुख्य यजमान के तौर पर वरिष्ठ सदस्य कुलदीप सिंह पटवारी ने हवन यज्ञ में आहुतियां डाली। इस मौके उपस्थिति को संबोधित करते हुए अध्यक्ष एसके आर्य ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की (23 जुलाई, शुक्रवार) जयंती पर नमन करते हुए कहा कि वे स्वाभिमानी, साहसी, ईमानदार व स्वच्छ छवि के व्यक्ति थे। आर्य ने कहा कि मैं आजाद हूं, आजाद रहूंगा और आजाद ही मरूंगा, यह नारा उन्होंने ही दिया था। मात्र 24 वर्ष की आयु में ही भारत देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया और अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि आजाद ने देश की स्वतंत्रता के लिए शहीद भगत सिंह के साथ मिलकर अंग्रेजों को नाकों चने चबवा दिए थे। तदोपरांत स्त्री आर्य समाज की प्रमुख नीलम राये ने ''सत्संग वाली नगरी चल तूं मना, सत्संग वाली नगरी चल तूं मना।ÓÓ एवं रजनी सुंधा व मास्टर श्लोक आर्य ने ''इतनी शक्ति हमें देना दाता मन का विश्वास कमजोर हो ना, हम चले नेक रस्ते पे हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना।ÓÓ आदि अर्थपूर्ण भजन प्रस्तुत करके समां बांध दिया। इस दौरान श्लोक आर्य ने वैदिक प्रार्थना भी पढ़कर सुनाई। इस मौके कोषाध्यक्ष व संपत्ति अधिकारी भारत मित्र छाबड़ा, उपाध्यक्ष डॉ. रामफल आर्य, विजय कामरा, राज कुमार गर्ग लोहेवाले, जगरूप सिंह आर्य, हनुमान राये आर्य, आर्य समाज महाशा धर्मशाला के प्रधान सुखदयाल सिंह, गौरव, खुशदीप आदि ने यज्ञ में आहुतियां डाली। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय प्रार्थना, जयघोष एवं शांतिपाठ के बाद प्रसाद वितरित किया गया।
Source Link - Freedom Fighter Chandrashekhar Azad sacrificed his life for the freedom of India: SK Arya
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