घरेलू मीटर से चल रही थी लैब की सप्लाई, अधिक लोड से मीटर डेड मिला
Dabwalinews.com
चौटाला रोड पर स्थित जनस्वास्थ्य विभाग के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में बड़ी गड़बड़ सामने आई है। एसटीपी में बन रही लैब के निर्माण से पूर्व ठेकेदार ने निगम से कोई कनेक्शन नहीं लिया। दो किलोवाट क्षमता के घरेलू कनेक्शन का प्रयोग करके लैब खड़ी कर दी। ठेकेदार संदीप ने एसटीपी में तैनात स्टाफ के क्वार्टरों के लिए कनेक्शन लिया था। जांच के दौरान उपरोक्त मीटर डेड मिला। संदेह जताया जा रहा है कि अनावश्यक लोड की वजह से मीटर डेड हुआ है। विभागीय टीम ने उपरोक्त मीटर उखाड़ लिया है।
आठ माह से चल रहा लैब का निर्माण
एसटीपी में घरेलू प्रयोग के लिए दिए गए बिजली कनेक्शन पर लगा निगम का मीटर बंद था, लेकिन संबंधित ठेकेदार का मीटर चालू था। सामने आया है कि क्वार्टर में ठेकेदार ने निजी बिजली मीटर लगाया हुआ था। जिसके जरिए वह लैब ठेकेदार को बिजली बेच रहा था। लैब बनाने में कितने यूनिट बिजली की खपत हुई, यह तो निजी बिजली मीटर की जांच में सामने आ सकता है। लैब का निर्माण कार्य शुरु हुए करीब आठ माह से ज्यादा समय हो चुका है।
सोमवार को एसटीपी में जांच की गई। घरेलू प्रयोग के लिए निगम से लिए दो किलोवाट बिजली कनेक्शन का मीटर डेड मिला। जोकि दीपक कुमार के नाम पर है। संबंधित एसटीपी का ठेकेदार बताया जाता है। उसने लैब बनाने के लिए ठेकेदार को बिजली दे रखी थी। संभव है कि ज्यादा लोड के कारण मीटर डेड हुआ है। यह बड़ी गड़बड़ है। मीटर को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। बुधवार तक रिपोर्ट आने की उम्मीद है। उसके बाद संबंधित पर जुर्माना लगाकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
-युगांक जैन, एसडीओ, बिजली निगम, उपमंडल डबवाली
Source Link - Lab supply was running from domestic meter, meter found dead due to overload
चौटाला रोड पर स्थित जनस्वास्थ्य विभाग के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में बड़ी गड़बड़ सामने आई है। एसटीपी में बन रही लैब के निर्माण से पूर्व ठेकेदार ने निगम से कोई कनेक्शन नहीं लिया। दो किलोवाट क्षमता के घरेलू कनेक्शन का प्रयोग करके लैब खड़ी कर दी। ठेकेदार संदीप ने एसटीपी में तैनात स्टाफ के क्वार्टरों के लिए कनेक्शन लिया था। जांच के दौरान उपरोक्त मीटर डेड मिला। संदेह जताया जा रहा है कि अनावश्यक लोड की वजह से मीटर डेड हुआ है। विभागीय टीम ने उपरोक्त मीटर उखाड़ लिया है।
आठ माह से चल रहा लैब का निर्माण
एसटीपी में घरेलू प्रयोग के लिए दिए गए बिजली कनेक्शन पर लगा निगम का मीटर बंद था, लेकिन संबंधित ठेकेदार का मीटर चालू था। सामने आया है कि क्वार्टर में ठेकेदार ने निजी बिजली मीटर लगाया हुआ था। जिसके जरिए वह लैब ठेकेदार को बिजली बेच रहा था। लैब बनाने में कितने यूनिट बिजली की खपत हुई, यह तो निजी बिजली मीटर की जांच में सामने आ सकता है। लैब का निर्माण कार्य शुरु हुए करीब आठ माह से ज्यादा समय हो चुका है।
सोमवार को एसटीपी में जांच की गई। घरेलू प्रयोग के लिए निगम से लिए दो किलोवाट बिजली कनेक्शन का मीटर डेड मिला। जोकि दीपक कुमार के नाम पर है। संबंधित एसटीपी का ठेकेदार बताया जाता है। उसने लैब बनाने के लिए ठेकेदार को बिजली दे रखी थी। संभव है कि ज्यादा लोड के कारण मीटर डेड हुआ है। यह बड़ी गड़बड़ है। मीटर को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। बुधवार तक रिपोर्ट आने की उम्मीद है। उसके बाद संबंधित पर जुर्माना लगाकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
-युगांक जैन, एसडीओ, बिजली निगम, उपमंडल डबवाली
Source Link - Lab supply was running from domestic meter, meter found dead due to overload
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