उपायुक्त अनीश यादव के प्रयासों से जगी आस आवारा पशुओं की धरपकड़ के लिए शुरू किया अभियान, सड़कों से पहुंचाए गौशाला
Dabwalinews.com
सिरसा भले ही कैटल फ्री जिला घोषित कर दिया गया हों, मगर सड़कों, गली-मोहल्लों में विचरते आवारा पशुओं को देखा जा सकता है।आवारा पशुओं की वजह से होने वाले हादसों को रोकने और जनमानस को राहत प्रदान करने के लिए जिला उपायुक्त अनीश यादव ने नगर परिषद को इस बारे अभियान चलाने की हिदायत दी। मुख्य सफाई निरीक्षक राजकुमार व सफाई निरीक्षक पवन कंबोज की अगुवाई में नगर परिषद के कर्मचारियों ने आज तड़के शहर के विभिन्न इलाकों से आवारा पशुओं को हांककर गौशाला में पहुंचाया। दरअसल, सिरसा में गली-मोहल्लों और बाजारों में ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवारा पशुओं का झुण्ड बैठा रहता है। जिसके कारण रात्रि में हादसे की आशंका बनी रहती है। अनेक मामलों में लोगों द्वारा दूध निकालकर अपने पशुओं को खुला छोड़ दिया जाता है और सांझ ढलते ही फिर से दुहने के लिए उन्हें पकड़ लिया जाता है। शहर में आवारा घूम रहीं अनेक गायों और सांडों के कानों पर बकायदा टैग भी लगे हुए है। जिला उपायुक्त अनीश यादव ने स्वयं इस समस्या को समझा और इसके निदान के लिए नगर परिषद के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिसकी वजह से नगर परिषद को आज तड़के अभियान चलाना पड़ा। जिससे एकबारगी तो सड़कों से आवारा पशुओं को हटा दिया गया है।
सिरसा भले ही कैटल फ्री जिला घोषित कर दिया गया हों, मगर सड़कों, गली-मोहल्लों में विचरते आवारा पशुओं को देखा जा सकता है।आवारा पशुओं की वजह से होने वाले हादसों को रोकने और जनमानस को राहत प्रदान करने के लिए जिला उपायुक्त अनीश यादव ने नगर परिषद को इस बारे अभियान चलाने की हिदायत दी। मुख्य सफाई निरीक्षक राजकुमार व सफाई निरीक्षक पवन कंबोज की अगुवाई में नगर परिषद के कर्मचारियों ने आज तड़के शहर के विभिन्न इलाकों से आवारा पशुओं को हांककर गौशाला में पहुंचाया। दरअसल, सिरसा में गली-मोहल्लों और बाजारों में ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवारा पशुओं का झुण्ड बैठा रहता है। जिसके कारण रात्रि में हादसे की आशंका बनी रहती है। अनेक मामलों में लोगों द्वारा दूध निकालकर अपने पशुओं को खुला छोड़ दिया जाता है और सांझ ढलते ही फिर से दुहने के लिए उन्हें पकड़ लिया जाता है। शहर में आवारा घूम रहीं अनेक गायों और सांडों के कानों पर बकायदा टैग भी लगे हुए है। जिला उपायुक्त अनीश यादव ने स्वयं इस समस्या को समझा और इसके निदान के लिए नगर परिषद के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिसकी वजह से नगर परिषद को आज तड़के अभियान चलाना पड़ा। जिससे एकबारगी तो सड़कों से आवारा पशुओं को हटा दिया गया है।
निरंतर अभियान चलाए जाने की जरूरत
आवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए लगातार अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है। अमूमन प्रशासनिक अमले द्वारा कुछ दिन तो आवारा पशुओं को पकडऩे का अभियान चलाया जाता है। उस दौरान पशु पालक अपने पशुओं को बांध कर रख लेते है। जैसे ही अभियान ठंडा हुआ, पशु पालक अपने पशुओं को खुला छोड़ देते है। इसी वजह से अभियान को अपेक्षित सफलता हासिल नहीं हो पाती। जिला को कैटल फ्री बनाने के लिए जरूरी है कि अभियान को निरंतर जारी रखा जाए।
आवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए लगातार अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है। अमूमन प्रशासनिक अमले द्वारा कुछ दिन तो आवारा पशुओं को पकडऩे का अभियान चलाया जाता है। उस दौरान पशु पालक अपने पशुओं को बांध कर रख लेते है। जैसे ही अभियान ठंडा हुआ, पशु पालक अपने पशुओं को खुला छोड़ देते है। इसी वजह से अभियान को अपेक्षित सफलता हासिल नहीं हो पाती। जिला को कैटल फ्री बनाने के लिए जरूरी है कि अभियान को निरंतर जारी रखा जाए।
Awakened by the efforts of Commissioner Anish Yadav, a campaign was started for the arrest of stray animals, the Gaushala was transported from the roads
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Haryana
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