फर्जी फर्म संचालकों की उल्टी गिनती शुरू ,एसपी द्वारा गठित एसआईटी ने शुरू की धरपकड़ ,डीएसपी डबवाली को सौंपी अहम जिम्मेवारी

टैक्स की चोरी और रिफंड हासिल करने वालों की अब खैर नहीं
Dabwalinews.com
 पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन द्वारा आर्थिक अपराधियों के खिलाफ गठित की गई एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है।
जिसके बाद फर्जी फर्मों का कारोबार करने वालों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एसआईटी ने फर्जी फर्म के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। संभावना है कि पुलिस जल्द ही फर्जी फर्मों के सरगनाओं तक पहुंच पाएगी।वर्णनीय है कि फर्जी फर्मों के मामले में सिरसा के तार-तार दूर-दूर तक जुड़े हुए पाए गए है। फर्जी फर्मों का संचालन एक प्रकार के कारोबार का रूप धारण कर चुका है। जिसमें भोले-भाले लोगों के दस्तावेजों का इस्तेमाल करके फर्म बनाई जाती है। उस फर्म के माध्यम से लेनदेन दर्शाया जाता है। उक्त फर्म द्वारा करोड़ों का कागजी लेनदेन करने पर लाखों का टैक्स देय हो जाता है। अनेक मामलों में तो फर्जी फर्मों का संचालन करने वालों द्वारा सरकारी खजाने से लाखों रुपये का रिफंड भी हासिल किया गया।फर्जी फर्मों के नेक्सस को तोडऩे के प्रयास भी किए गए लेकिन सरगनाओं के आगे प्रयास नाकाफी साबित हुए। न केवल सिरसा बल्कि हरियाणा के विभिन्न जिलों में दर्ज मामलों में सिरसा के तार जुड़े हुए पाए गए। गुजरात पुलिस द्वारा भी फर्जी फर्मों के 36 मामले दर्ज किए गए। अब तक फर्जी फर्मों के सरगनाओं को छूने की हिम्मत कोई जुटा नहीं पाया था। लेकिन पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने अपने इरादे जाहिर कर दिए है। पुलिस द्वारा जिस प्रकार मामले की तह में जाकर कार्रवाई शुरू की गई है, उससे जल्द ही फर्जी फर्मों के कारोबार का मायाजाल छंटने की उम्मीद जगी है।

डीएसपी डबवाली को सौंपी अहम जिम्मेवारी

पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने फर्जी फर्मों के मामलों को सिरे चढ़ाने के लिए डबवाली के डीएसपी कुलदीप बैनीवाल को अहम जिम्मेवारी सौँपी है। उनकी ओर से गठित एसआईटी का इंचार्ज डीएसपी डबवाली को बनाया गया है। एसआईटी में आर्थिक अपराध के विशेषज्ञ अधिकारियों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों की भी सहायता ली जा रही है। एसआईटी द्वारा गहन जांच पड़ताल के बाद कदम बढ़ाया जा रहा है, ताकि इससे जुड़े लोगों को सलाखों के पीछे भेजा जा सकें।

फर्जी फर्म के संचालन के आरोप में दो गिरफ्तार

जिला पुलिस ने फर्जी फर्म का संचालनक करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आबकारी एवं कराधान विभाग सिरसा के ईटीओ आरके रोज की शिकायत पर सिविल लाइन सिरसा पुलिस ने 22 अक्टूबर 2020 को भादंसं की धारा 406, 420, 465, 468, 471, 120बी तथा जीएसटी एक्ट की धारा 132 के तहत मामला दर्ज किया था। ईटीओ की ओर से दी गई शिकायत में बताया गया था कि हुडा चौक पर भगवती स्वीटस के पास दर्शाई गई मैसर्ज एसपी इंटरप्राइजिज का कोई अता-पता नहीं है। फर्म के संचालकों द्वारा ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत उक्त फर्म बनाई गई, जोकि वेरिफाई करने पर फर्जी पाई गई है। उक्त फर्म द्वारा बड़े स्तर पर टैक्स की चोरी की गई है। पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन द्वारा गठित एसआईटी ने मामले में सतपाल पुत्र शिवालाल निवासी सिकंदरपुर व सुरेश पुत्र आत्मा राम निवासी फतेहपुरिया,हाल ढाणी बेगू को गिरफ्तार किया है। एसआईटी प्रमुख डीएसपी कुलदीप बैनीवाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा। मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

कराधान विभाग के अधिकारी भी है नामजद

फर्जी फर्मों के मामले में न केवल कारोबारी आरोपी है, बल्कि विभाग के अनेक अधिकारी भी नामजद है। कराधान विभाग सिरसा के आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ अक्टूबर-2020 में आपराधिक मामला भी दर्ज किया गया था। लगभग एक साल का लंबा अरसा बीत जाने पर भी फर्जी फर्मों से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। पहले मामले आईजी हिसार द्वारा गठित एसआईटी के पास लंबित थे, लेकिन अब मामलों में कार्रवाई की उम्मीद जगी है। विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई से ही फर्जी फर्मों के कारोबार की पोल खुलकर सामने आएगी। आबकारी एवं कराधान विभाग सिरसा में कार्यरत उन कर्मचारियों की भी सच्चाई सामने आ पाएगी, जोकि फर्जी फर्मों के सरगनाओं के लिए काम कर रहे थे। जिन लोगों ने फर्जी फर्मों के संचालकों को लाखों रुपये का रिफंड दिलवाने में भूमिका निभाई।

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