चुनावी अग्रिपरीक्षा में उत्र्तीण हुए एसपी व डीसी , निष्पक्ष, पारदर्शी व शांतिपूर्वक चुनाव का सम्पन्न होना बड़ी उपलब्धि
Dabwalinews.com
जिला उपायुक्त अनीश यादव तथा पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने ऐलनाबाद उपचुनाव के दौरान अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्वक चुनाव सम्पन्न करवाकर उन्होंने अग्नि परीक्षा उत्र्तीण की। चूंकि ऐलनाबाद उपचुनाव कई मामलों में चुनौतिपूर्ण था। चूंकि इस विधानसभा क्षेत्र के आधे से अधिक पोलिंग बूथ संवेदनशील और अति संवेदनशील की श्रेणी में थे। इस क्षेत्र में कभी भी हिंसा और गड़बड़ी की आशंका बनी हुई थी। दूसरा, इस बार किसान आंदोलन के कारण माहौल पूरी तरह से चुनौतिपूर्ण था। पूरे चुनाव के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा गड़बड़ी फैलाए जाने का डर था। ऐसे में जिला के दोनों प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बेहतर तालमेल और कौशल का परिचय दिया गया और गड़बड़ी की तमाम आशंकाओं को निर्मूल साबित किया।दरअसल, विधानसभा के चुनाव का आयोजन बड़ी चुनौती से कम नहीं होता। जिसमें हजारों अधिकारियों-कर्मचारियों व पुलिस बल का इस्तेमाल होता है। हजारों लोगों से काम लेना होता है। गडबड़ी और चूक की अधिक संभावनाए रहती है। जरा-सी चूक पर हंगामा होने और प्रशासन पर ऊंगली उठाए जाने की गुंजाइश रहती है। जिला के डीसी और एसपी के लिए चुनाव को शांतिपूर्वक सम्पन्न करवाना टेड़ी खीर होता है। शांतचित्त और व्यवहार कुशल अधिकारी ही इस अग्रिपरीक्षा में आगे बढ़ पाते है। पग-पग पर मिलने वाले चुनौती का सामना करना पड़ता है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की बड़ी जिम्मेवारी होती है। भय मुक्त चुनाव का संचालन करवा पाना हरेक की बस की बात नहीं होती। लॉ एंड आर्डर को बनाए रखना किसी ओलंपिक में गोल्ड हासिल करने से कम नहीं होता। जिला उपायुक्त अनीश यादव और पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन ने ऐलनाबाद उपचुनाव की चुनौती स्वीकार की। दोनों ही अधिकारी युवा है और चुनाव के आयोजन का उनका पहला ही अनुभव है। लेकिन इस चुनाव के दौरान कहीं भी यह प्रतीत नहीं हुआ कि वे कहीं पर असहज हो। दोनों ने प्रशासनिक कौशल का परिचय देते हुए हर परिस्थिति का सामना किया। लॉ एंड आर्डर की स्थिति को बनाए रखने के लिए दोनों ही अधिकारियों ने रात-रात जागकर कार्य किया और पल-पल की स्थिति पर नजर रखीं। स्वयं मौके पर पहुंचें और मातहत अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। ऐलनाबाद उपचुनाव जैसी विकट परिस्थति से कम अधिकारियों का वास्ता पड़ता है। किसान आंदोलन की वजह से इस बार परिस्थितियां प्रतिकूल थी। प्रशासन के लिए हर कदम दोधारी तलवार पर चलने के समान था। सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशी का जिस प्रकार से चुनाव प्रचार के दौरान विरोध किया गया, जिस पर कार्यालय खोलने पर नारेबाजी की गई, गांव में घुसने से रोका गया, सभा करने के दौरान विरोध किया गया, चुनाव काफिले को काले झंडे दिखाकर उकसाने का काम किया, उसकी वजह से हर पल कानून व्यवस्था बिगडऩे का डर ही बना रहता था। पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन ने संभावित परिस्थितियों को भांपते हुए ही अद्र्ध सैनिक बलों की मांग की और फोर्स का बेहतर इस्तेमाल किया। उन्होंने विरोध करने वालों पर नियंत्रण रखा और गठबंधन प्रत्याशी की सुरक्षा सुनिश्चित की। बेहतरीन कौशल की वजह से चुनाव प्रचार के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई। इसके साथ ही मतगणना का कार्य भी शांतिपूर्वक रहा। किसी भी पक्ष की ओर से किसी प्रकार का हंगामा नहीं किया गया और पूरी पारदर्शिता से चुनाव प्रक्रिया पूरी हुई, जिसका श्रेय जिला के उपायुक्त अनीश यादव और पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन को जाता है।
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