रिद्धि-सिद्धि पर पुलिस की औचक छापेमारी,5.20 लाख रुपये की जुआ राशि सहित 9 गिरफ्तार
Dabwalinews.com
सिरसा। पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन की अगुवाई में जिला पुलिस की परफोरमेंस अब दिखाई भी पडऩे लगी है। पुलिस द्वारा न केवल कुख्यात अपराधियों को धर दबोचा जा रहा है, बल्कि समाज में 'सफेदपॉशÓ बने असामाजिक तत्वों को भी दबोचा जा रहा है।पुलिस की बिना भेदभाव की कार्यप्रणाली अब दिखाई पडऩे लगी है। बुधवार को पुलिस टीमों ने बेगू रोड स्थित होटल रिद्धि-सिद्धि पर जुआ खेले जाने की सूचना मिलने पर छापेमारी की और 9 लोगों को मौके से काबू किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 5 लाख 20 हजार रुपये की जुआ राशि बरामद की। आरोपियों के खिलाफ थाना शहर सिरसा में जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।कीर्तीनगर चौकी के सब इंस्पेक्टर रामपाल की ओर से थाना शहर में दर्ज करवाई गई शिकायत में बताया गया है कि वे सहायक उपनिरीक्षक राजेश कुमार, एसपीओ दारा सिंह, एसपीओ आत्मा राम शाह सतनाम सिंह चौक पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी उन्हें किसी मुखबीर से सूचना मिली कि नरेंद्र सिंह पुत्र रुड़ सिंह निवासी अहरवां अपने साथियों के साथ होटल रिद्धि-सिद्धि में जुआ खेल रहा है। यदि मौके पर रेड की जाए तो आरोपियों को धर-दबोचा जा सकता है। इस सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन के संज्ञान में मामला लाया गया और सर्च वारंट के लिए आग्रह किया। पुलिस अधीक्षक की ओर से अविलंब कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसके बाद पुलिस पार्टी ने रिद्धि-सिद्धि के कमरे में रेड मारी गई। पुलिस पार्टी ने मौके से नरेंद्र सिंह पुत्र रूड़ सिंह निवासी अहरवां, संदीप अरोड़ा पुत्र संतलाल निवासी गौशाला रोड सिरसा, विजय पुत्र निरंजन निवासी अलीकां(रतिया), जोगेंद्रपाल पुत्र हरनाम सिंह निवासी झोरडऩाली, सुनील पुत्र कश्मीरी लाल निवासी हिसार रोड सिरसा, विनोद पुत्र कश्मीरी लाल निवासी हिसार रोड सिरसा, महेश पुत्र हाकम सिंह निवासी रानियां चुंगी सिरसा, रविंद्र पुत्र शेर सिंह निवासी डीसी कालोनी सिरसा व भूपेंद्र सिंह पुत्र सतनाम सिंह निवासी घुकांवाली के रूप में पहचान हुई। पुलिस ने मौके से 5 लाख 20 हजार रुपये की जुआ राशि भी जब्त की।
क्रिकेट बुकीज का भी करना होगा इलाज!
क्रिकेट बुकीज के मामले में भी सिरसा का बड़ा नाम है। न केवल दिल्ली बल्कि मुंबई तक सिरसा की विशेष पहचान है। क्रिकेट बुकीज के काले धंधे से सिरसा में अनेक लोगों ने अकूत संपत्ति तक अर्जित की है। काले धंधे करने वाले धन संपदा जुटाकर 'सफेदपॉशÓ बन चुके है और तथाकथित समाजसेवी का लबादा ओढ़े हुए है। ऐसे लोगों के काले धंधे आज भी संचालित है और क्रिकेट बुकीज से वे युवा पीढ़ी का भविष्य चौपट कर रहे है। धन-बल के बलबूते ऐसे लोग अब तक पुलिस गिरफ्त से बचते रहे है, मगर अब पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन की पारदर्शी कार्यप्रणाली की वजह से ऐसे तत्वों के भी सलाखों के पीछे जाने का संभवत: नंबर आ गया है। जिस प्रकार पुलिस ने रिद्धि-सिद्धि में संचालित जुए का पर्दाफाश किया, ठीक वैसे ही सिरसा पुलिस जल्द ही ऐसे क्रिकेट बुकीज के अड्डों का भी पर्दाफाश करेगी।
रिद्धि-सिद्धि को क्लीनचिट कैसे?
पुलिस द्वारा जोरदार कार्रवाई की गई, लाखों रुपये की जुआ राशि सहित 9 लोगों को दबोचा गया। किसी को भी भागने का मौका नहीं दिया। मगर, जहां जुआ संचालित किया जा रहा था, उसे क्लीनचिट कैसे दे दी? इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे है। जहां ऐसे कार्यों को अंजाम दिया जा रहा हो, उसका मालिक अथवा मैनेजर पाक-साफ हो सकते है? सिरसा पुलिस को यह स्पष्ट करना चाहिए?
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